Does The Menopause End suddenly In Hindi: मेनोपॉज का मतलब है पीरियड्स का पूरी तरह बंद हो जाना। मेनोपॉज का चरण काफी लंबे समय तक चलता है। कुछ महिलाओं को साल भर पेरिमेनोपॉज का सामना करना पड़ता है। इस दौरान, कभी पीरियड्स होते हैं, कभी नहीं होते हैं और कभी-कभी हैवी ब्लीडिंग होती है, तो कभी सिर्फ स्पॉटिंग होती है। कुल मिलाकर, कहा जा सकता है कि मेनोपॉज एक ऐसा चरण है, जिससे पहले पीरियड्स के साइकिल में उतार-चढ़ाव बना रहता है। हालांकि, कुछ महिलाओं को यह सवाल भी परेशान करता है कि क्या मेनोपॉज में पीरियड्स अचानक बंद हो सकते हैं? इस बारे में हमने वृंदावन और नई दिल्ली स्थित मदर्स लैप आईवीएफ सेंटर की चिकित्सा निदेशक, स्त्री रोग और आईवीएफ विशेषज्ञ डॉ. शोभा गुप्ता से पूछा।
क्या मेनोपॉज में पीरियड्स अचानक बंद हो सकते हैं?- Does The Menopause End suddenly In Hindi
मेनोपॉज की प्रक्रिया 40 साल की उम्र के बाद से शुरू होने लगती है। कुछ महिलाओं में इससे जल्दी, तो कुछ महिलाओं को 50 साल की उम्र के आसपास मेनोपॉज होता है। आमतौर पर मेनोपॉज की प्रक्रिया साल भर तक चलती है। इस दौरान महिलाओं को कई तरह की प्रॉब्लम का सामना करना पड़ता है। जैसे, 15-15 दिनों तक पीरियड्स होना या फिर महीनों तक पीरियड्स न होना। लेकिन, जहां तक इस बात का सवाल है कि क्या वाकई पीरियड्स अचानक बंद हो सकते हैं? सामान्यतः ऐसा नहीं होता है। क्योंकि मेनोपॉज होने से पहले हर मलिहा को एक प्राकृति प्रक्रिया से गुजरना होता है। एक झटके से पीरियड्स बंद नहीं होते हैं। अगर किसी महिला के साथ ऐसा होता है, तो उन्हें इसके कारण के बारे में जानना चाहिए। क्योंकि यह एक चिंता का विषय बन सकता है। अचानक पीरियड्स का बंद होने का एक कारण एमेनोरिया होता है। एमेनोरिया एक ऐसी कंडीशन है, जिसमें पीरियड्स बंद जाते हैं या मिस हो जाते हैं। इसी तरह, कई अन्य मेडिकल कंडीशन की वजह से भी पीरियड्स अचानक बंद हो सकते हैं। ऐसा आपके साथ हो, तो इसे हल्के में न लें और तुरंत अपना इलाज करवाएं।
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पीरियड्स के अचानक बंद होने का कारण
सबसे पहले इस बात का ध्यान रखें कि पीरियड्स अचानक बंद नहीं हो सकते हैं। हां, पीरियड्स मिस हो सकते हैं, जिसके पीछे कई मेडिकल कंडीशन शामिल होते हैं, जैसे-
- हार्मोनल बदलाव के कारण अक्सर पीरियड्स पर बुरा असर पड़ता है। खासकर, अगर कोई महिला बर्थ कंट्रोल पिल ले रही है, तो उनके साथ ऐसी कंडीशन हो सकती है।
- स्ट्रेस भी पीरियड्स के मिस होने का एक कारण है। दरअसल, स्ट्रेस की वजह से हार्मोनल इंबैलेंस हो जाता है, जिससे महिला स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
- प्रेग्नेंसी भी पीरियड्स मिस करने का एक मुख्य कारण है। प्रेग्नेंसी के दौरान महिला को पीरियड्स नहीं होते हैं। हां, शुरुआती महीनों में हल्की-फुल्की स्पॉटिंग हो सकती है।
मेनोपॉज के दौरान अपना ख्याल कैसे रखें
मेनोपॉज से पहले महिलाओं के शरीर में कई तरह के हार्मोनल बदलाव होते हैं, जिस वजह से महिला शारीरिक रूप से कमजोरी महसूस करती हैं। इस दौरान खुद को फिट रखने के लिए महिलाओं को चाहिए कि वे कुछ टिप्स फॉलो करें-
- हेल्दी डाइट लें। बाहर का तला-भुना न खाएं। जितना हेल्दी खाएंगी, स्वास्थ्य उतना बेहतर रहेगा।
- रेगुलर एक्सरसाइज करें। नियमित वर्कआउट करने से मेनोपॉज का फेज तुलनात्मक रूप से ज्यादा आसान हो जाएगा।
- जितना संभव हो, स्ट्रेस कम लें। ध्यान रखें कि तनाव जितना ज्यादा बढ़ता है, मेनोपॉज से जुड़ी समस्याएं, उतना ज्यादा परेशान कर सकती हैं।
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