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स्लीप डिसऑर्डर (नींद की कमी) से बढ़ सकता है इन 5 बीमारियों का खतरा, जानें बचाव के तरीके

स्लीप डिसऑर्डर एक स्थिति है जिसमें व्यक्ति को पर्याप्त या अच्‍छी नींद नहीं मिलती, जिससे शारीरिक व मानसिक स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ता है। 
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स्लीप डिसऑर्डर (नींद की कमी) से बढ़ सकता है इन 5 बीमारियों का खतरा, जानें बचाव के तरीके

नींद सिर्फ शरीर को आराम देने का जरिया नहीं है, बल्कि यह हमारे पूरे स्वास्थ्य के ल‍िए एक जरूरी दवा है। लेकिन बदलती जीवनशैली, बढ़ते स्क्रीन टाइम, काम का दबाव और स्‍ट्रेस के कारण लोग स्लीप डिसऑर्डर के शिकार हो रहे हैं। नींद की कमी का मतलब सिर्फ थकान महसूस करना नहीं है, बल्कि यह शरीर के कई जरूरी कामों को प्रभावित करती है। जब हम पर्याप्त नींद नहीं लेते, तो इसका सीधा असर हमारे द‍िमाग, हृदय, पाचन तंत्र और इम्‍यून‍िटी पर पड़ता है। शोध बताते हैं कि लगातार कम नींद लेने से डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर, मोटापा और डिप्रेशन जैसी गंभीर बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नींद की कमी से शरीर में कोर्टिसोल (स्ट्रेस हार्मोन) का लेवल बढ़ जाता है, जिससे सूजन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके अलावा, अच्छी नींद न लेने से त्वचा की चमक कम हो जाती है, याददाश्त कमजोर हो सकती है और मानसिक संतुलन भी प्रभावित हो सकता है। अगर समय रहते इस समस्या का इलाज न किया जाए, तो यह कई गंभीर बीमारियों को जन्म दे सकती है। इस लेख में हम जानेंगे कि स्लीप डिसऑर्डर किन 5 बीमारियों का कारण बन सकता है और इससे बचने के लिए किन उपायों को अपनाना चाहिए। इस व‍िषय पर बेहतर जानकारी के ल‍िए हमने लखनऊ के केयर इंस्‍टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फ‍िजिश‍ियन डॉ सीमा यादव से बात की।

1. स्लीप डिसऑर्डर से हृदय रोग का खतरा रहता है- Sleep Disorder Cause Heart Diseases

नींद की कमी का सीधा असर हृदय स्वास्थ्य पर पड़ता है। पर्याप्त नींद न लेने से हाई ब्लड प्रेशर, अनियमित हार्टबीट और स्ट्रोक जैसी समस्याएं हो सकती हैं। नींद के दौरान हमारा शरीर बीपी को कंट्रोल करता है, लेकिन अगर नींद पूरी न हो, तो ब्लड प्रेशर बढ़ा रहता है, जिससे हार्ट पर ज्‍यादा दबाव पड़ता है।

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2. स्लीप डिसऑर्डर के कारण डायबिटीज हो सकती है- Sleep Disorder Cause Diabetes

नींद की कमी इंसुलिन प्रतिरोध को बढ़ाती है, जिससे शरीर शुगर को सही तरीके से प्रोसेस नहीं कर पाता। जो लोग नियमित रूप से कम सोते हैं, उनमें टाइप-2 डायबिटीज होने का खतरा ज्‍यादा होता है। नींद पूरी न होने पर ब्लड शुगर लेवल असंतुलित हो जाता है, जिससे डायब‍िटीज की संभावना बढ़ जाती है।

3. स्लीप डिसऑर्डर के कारण मोटापे का श‍िकार हो सकते हैं- Sleep Disorder Cause Obesity

कम नींद लेने से शरीर में हंगर हार्मोन बढ़ जाते हैं और भूख कम करने वाला हार्मोन (लेप्टिन) कम हो जाता है। इससे व्यक्ति को बार-बार भूख लगती है, खासकर मीठा और जंक फूड खाने की इच्छा बढ़ती है, जिससे वजन तेजी से बढ़ने लगता है और व्‍यक्‍त‍ि मोटापे का श‍िकार हो जाता है।

4. स्‍लीप ड‍िसऑर्डर से ड‍िप्रेशन हो सकता है- Sleep Disorder Cause Depression

स्लीप डिसऑर्डर से डिप्रेशन, एंग्जायटी और मूड स्विंग्स की समस्या हो सकती है। नींद पूरी न होने से द‍िमाग के न्यूरोट्रांसम‍िटर्स का बैलेंस ब‍िगड़ जाता है, जिससे व्यक्ति चिड़चिड़ा, तनावग्रस्त और भावनात्मक रूप से अस्थिर महसूस कर सकता है।

5. वायरल और बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन- Viral and Bacterial Infection

नींद पूरी न होने से शरीर की इम्‍यून‍िटी कमजोर हो जाती है, जिससे बार-बार सर्दी-खांसी, वायरल और बैक्‍टीर‍ियल इंफेक्‍शन और अन्य बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। नींद, शरीर को विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालने और कोशिकाओं को र‍िपेशर करने में मदद करती है।

स्लीप डिसऑर्डर से कैसे बचें?- How to Prevent Sleep Disorder

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  • सोने और जागने का नियमित समय तय करें।
  • सोने से पहले स्क्रीन (मोबाइल, टीवी) का इस्तेमाल कम करें।
  • सोने से पहले चाय-कॉफी या कैफीन युक्त चीजें न लें।
  • रात में हल्का और हेल्दी डिनर करें।
  • योग, ध्यान और ब्रीदिंग एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या में शामिल करें।

नींद एक प्राकृतिक इलाज है, जिसे अनदेखा करना गंभीर बीमारियों को बुलावा देना है। अगर आप अच्छी सेहत चाहते हैं, तो अपनी नींद की गुणवत्ता को बनाए रखें।

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