Difference Between Toner And Astringent in Hindi: स्किन को हेल्दी रखने के लिए नियमित तौर पर सही देखभाल करना जरूरी है। ऐसे में अपनी त्वचा को स्वस्थ और मुलायम रखने के लिए लोग त्वचा के अनुसार अलग-अलग स्किन केयर रूटीन फॉलो करते हैं। स्किन केयर रूटीन में त्वचा को साफ करने से लेकर मॉइश्चराइज करने तक, कई तरह के प्रोडक्ट्स का इस्तेमाल किया जाता है, जो त्वचा से जुड़ी समस्याओं को दूर करने, स्किन को हेल्दी रखने और दाग-धब्बों को कम करने में मदद कर सकते हैं। स्किन केयर में लोग अक्सर फेसवॉश, एक्सफोलिएटर, स्क्रब और मॉइश्चराइजर जैसे प्रोडक्ट्स इस्तेमाल करते हैं। इन्हीं प्रोडक्ट्स में टोनर और एस्ट्रिंजेंट भी शामिल है। एस्ट्रिंजेंट और टोनर दोनों का ही उपयोग फेस क्लींजिंग के बाद स्किन पर किया जाता है। लेकिन, लोग अक्सर इन दोनों के बीच का अंतर नहीं समझ पाते हैं, जिस कारण इनके फायदों के और अंतरों के बारे में जाने बिना इनका इस्तेमाल करने लगते हैं। ऐसे में आइए लखनऊ के मेदांता अस्पताल की कंसल्टेंट डर्मोटोलॉजिस्ट डॉ. शेफाली पोरवाल से जानते हैं कि एस्ट्रिंजेंट और टोनर में क्या अंतर है और स्किन के लिए क्या बेस्ट है?
टोनर और एस्ट्रिंजेंट में अंतर
1. टोनर और एस्ट्रिंजेंट का उपयोग
टोनर: टोनर का इस्तेमाल आमतौर पर स्किन को हाइड्रेट और तरोताजा रखने के लिए किया जाता है, साथ ही यह स्किन के pH स्तर को संतुलित करता है। टोनर ड्राई, सेंसिटिव और ऑयली हर तरह की स्किन के लिए सही होता है।
एस्ट्रिंजेंट: एस्ट्रिंजेंट का उपयोग स्किन पर मौजूद ज्यादा तेल को हटाने, पोर्स को कसने और त्वचा की गहराई से साफई करने के लिए किया जाता है। यह ऑयली और एक्ने वाली स्किन के लिए सबसे अच्छा माना जाता है।
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2. टोनर और एस्ट्रिंजेंट में मौजूद सामग्रियां
टोनर: इसमें गुलाब जल, कैमोमाइल, एलोवेरा और ग्लिसरीन या हाइलूरोनिक एसिड जैसे हाइड्रेटिंग एजेंट होते हैं, जो स्किन को मुलायम बनाने में मदद करते हैं।
एस्ट्रिंजेंट: अक्सर इसमें अल्कोहल या विच हेजल होता है, जो स्किन को गहराई से साफ करता है और त्वचा से तेल के उत्पादन को कम करता है।
3. टोनर और एस्ट्रिंजेंट का त्वचा पर प्रभाव
टोनर: यह स्किन को तरोताजा रखने, नमी को लॉक करने और आगे के स्किनकेयर प्रोडक्ट्स के लिए त्वचा को तैयार करने का काम करता है।
एंस्ट्रिंजेंट: यह त्वचा को कसने और पोर्स की मौजूदगी को कम करने में मदद करता है। अगर इसका अधिक उपयोग किया जाए तो यह स्किन को ड्राई बना सकता है।
4. टोनर और एस्ट्रिंजेंट में अल्कोहल की मात्रा
टोनर: आमतौर पर टोनर स्किन पर होने वाली जलन और ड्राईनेस को रोकने का काम करता है। इसलिए, यह अल्कोहल-फ्री या कम से कम अल्कोहल से तैयार होता है।
एस्ट्रिंजेंट: इसमें अक्सर अल्कोहल की मात्रा ज्यादा होती है, जिसके ज्यादा इस्तेमाल से स्किन ड्राई हो सकती है।
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5. टोनर और एस्ट्रिंजेंट के फायदे
टोनर: टोनर का नियमित इस्तेमाल स्किन को हाइड्रेट करता है, फ्रेश करता है और स्किन के पीएच को संतुलित करता है। इसके साथ ही, त्वचा को सीरम और मॉइस्चराइजर के लिए तैयार करता है।
एस्ट्रिंजेंट: यह आपकी स्किन से अतिरिक्त तेल को हटाता है, पोर्स को कसता है, और एक्ने होने की समस्या को कंट्रोल करने में मदद कर सकता है।
6. टोनर और एस्ट्रिंजेंट यूज करने का तरीका
टोनर: नियमित स्किनकेयर रूटीन के हिस्से के रूप में टोनर को आप रोजाना अपनी स्किन पर इस्तेमाल कर सकते हैं। अगर आप चाहे तो दिन में 2 से 3 बार भी अपने फेस पर टोनर लगा सकते हैं।
एस्ट्रिंजेंट: त्वचा के प्रकार और सहनशीलता के आधार पर आप एस्ट्रिंजेंट का इस्तेमाल कम से कम करने की कोशिश करें। आप चाहे तो दिन में सिर्फ एक बार या हफ्ते में कुछ बार इसका उपयोग कर सकते हैं।
निष्कर्ष
टोनर और एस्ट्रिंजेंट दोनों ही स्किन को साफ करने और आगे के स्किन केयर प्रोडक्ट्स के लिए त्वचा को तैयार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, लेकिन उनके उपयोग, सामग्री और लाभ बिल्कुल अलग-अलग है। ड्राई या सेंसिटिव स्किन पर टोनर का इस्तेमाल करना ज्यादा बेहतर होता है, जबकि ऑयली स्किन टाइप वाले अपनी स्किन पर एस्ट्रिंजेंट का उपयोग कर सकते हैं।
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