PCOD यानि पॉलीसिस्टिक ओवरी डिजिज महिलाओं में होने वाला एक तरह का हर्मोनल डिसऑर्डर है। इस समस्या के कारण महिलाओं में अनियमित माहवारी, चेहरे पर अनचाहे बाल आना, पिंपल्स होने लगते हैं। इस बीमारी का अभी तक कोई इलाज निर्धारित नहीं हो पाया है। ऐसे में इसे कंट्रोल करने का सबसे बेहतर तरीका हेल्दी लाइफस्टाइल और सही खान-पान का सेवन करना है। डायटिशियन रमिता कौर ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर एक पोस्ट शेयर कर PCOD की समस्या से राहत पाने के लिए डाइट में कुछ जरूरी बदलाव करने की सलाह दी है।
PCOD की समस्या से राहत पाने के लिए डाइट में करें ये 6 बदलाव - 6 Changes In Your Diet To Get Relief From PCOD in Hindi
- अपने दिन की शुरुआत मेथी दाने के पानी और भीगे हुए ड्राई फ्रूट्स से करें। सुबह खाली पेट मेथी के बीज का पानी पीने से इंसुलिन संवेदनशीलता को बनाए रखने में मदद मिलती है।
- 3-4 भीगी हुई काली किशमिश के साथ 1 केसर का रेसा रात को भिगो दें, और सुबह इसका पानी पी लें और किशमिश खा लें। इसके सेवन से हार्मोन संतुलित रहता है और हीमोग्लोबिन के स्तर को बनाए रखने में मदद मिलती है।
- अलसी के बीज को भूनकर पीस लें और सुबह एक कटोरी दही या एक गिलास छाछ में इस पाउडर को मिलाकर खा लें। इसे खाने से शरीर से अतिरिक्त एस्ट्रोजन को बाहर निकालने में मदद मिलती है।
- अपने डाइट में सीड साइक्लिंग शामिल करें, जिसमें आप मासिक धर्म से ओव्यूलेशन यानि 1 से 14 दिन तक 1 चम्मच कद्दू के बीज और अलसी के बीज का सेवन करें, जबकि ओव्यूलेशन से मासिक धर्म यानि 15 दिन से 28वें दिन तक 1 चम्मच सूरजमुखी के बीज और तिल का सेवन करें। इसके सेवन से आपके हार्मोन्स नियंत्रिण में रहेंगे।
- रात के खाने के बाद और सोने से पहले मुलेठी का पानी पीना। इस पानी को पीने से पुरुषों के शरीर में टेस्टोस्टेरोन हार्मोन के स्तर को कम करने में मदद मिलती है।
- सोने से पहले 1 अश्वगंधा की गोली गर्म पानी के साथ लेना। ऐसा करने से आपके शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन कम होता है, जिससे तनाव के स्तर में कमी आती है।
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PCOD के कारण
- शरीर में बहुत ज्यादा टॉक्सिक पदार्थ होना
- तनाव का स्तर बढ़ना
- एक्सरसाइज, योग जैसी शारीरिक गतिविधियां कम करना
- बहुत ज्यादा जंक फूड का सेवन करना
- इंसुलिन संवेदनशीलता
PCOD के लक्षण
- अनियमित पीरियड्स होना
- बिना वजह वजन बढ़ना या घटना
- चेहरे पर बहुत ज्यादा बाल आना
- बालों का अधिक झड़ना
- चेहरे पर पिंपल्स होना
- प्रेग्नेंसी में समस्याएं आना
Image Credit: Freepik