Kitchen Herbs And Spices To Treat PCOS: पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS) की समस्या होने पर महिलाओं को काफी असहजता और दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। इसके कारण मूड स्विंग, चिड़चिड़ापन, वजन बढ़ना, अनियमित पीरियड्स और गंभीर ऐंठन के साथ ही गर्भधारण में परेशानी आदि जैसी स्थितियों का भी सामना करना पड़ता है। इससे छुटकारा पाने के लिए महिलाएं उपाचर तो लेती हैं, लेकिन इसका इलाज काफी लंबा चलता है और धीरे-धीरे सुधार होता है। लेकिन क्या आप जानते हैं अगर आप डॉक्टर के उपचार के साथ स्वस्थ जीवन शैली को फॉलो करें, संतुलित आहार लें, नियमित एक्सरसाइज करें, मीठे, जंक और प्रोसेस्ड का सेवन सीमित कर दें, तो इससे आपको पीसीओएस को जल्द रिवर्स करने में मदद मिल सकती है? जी हां, आपने बिल्कुल सही पढ़ा! इसके अलावा, अगर आप अपने किचन में कुछ मसाले और जड़ी बूटियों को डाइट का हिस्सा बना लें, तो इससे आपको पीसीओएस का उपचार करने में और भी ज्यादा लाभ मिल सकता है। सर्टिफाइड डायटीशियन शिखा कुमारी (MSc Food Nutrition & Dietetics) की मानें, तो हमारे किचन में ऐसी कई जड़ी-बूटियां और मसाले मौजूद होते हैं, जो पीसीओएस के उपचार में कई तरह से मदद कर सकते हैं। यह शरीर में हार्मोन्स के संतुलन में सुधार कर सकते हैं, जो पीसीओएस का मूल कारण है। एक इंस्टाग्राम पोस्ट में उन्होंने पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम के जल्द उपचार में मदद के लिए किचन में मौजूद 10 हर्ब्स और मसाले शेयर किए हैं। इस लेख में इनके बारे में विस्तार से जानें...
PCOS के उपचार में लाभकारी किचन में मौजूद 10 हर्ब्स और मसाले- Kitchen Herbs And Spices To Treat PCOS In Hindi
1. मुलेठी (Mulethi): हार्मोन को संतुलित करने और अनियमित पीरियड्स की समस्या में सुधार करने यह जड़ी-बूटी बहुत लाभकारी है।
2. थाइम (Thyme): इसमें एंटीऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो सिर्फ हार्मोन्स के संतुलन में ही नहीं, बल्कि समग्र शारीरिक स्वास्थ्य में भी सुधार कर सकते हैं।
3. पुदीना (Mint): पुदीना की चाय एण्ड्रोजन के स्तर को कम करने और हिर्सुटिज़्म जैसे पीसीओएस लक्षणों में सुधार करने में मदद कर सकती है।
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4. जीरा (Cumin): यह पाचन क्रिया और मेटाबॉलिज्म में सुधार करने में मदद करता है, जो पीसीओएस को मैनेज करने के लिए बहुत आवश्यक है।
5. सेज (Sage): यह पारंपरिक रूप से मेनोपॉज के लक्षणों को मैनेज करने के लिए प्रयोग की जाती है। यह कुछ पीसीओएस के लक्षणों को कम करने में मदद कर सकती है।
6. अदरक (Ginger): यह सूजन कम करने में मदद कर सकती है, साथ ही स्वस्थ पाचन को बढ़ावा देती है।
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7. लहसुन (Garlic): हार्मोन को रेगुलेट करने और सूजन को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
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8. हल्दी (Turmeric): इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं। यह सूजन को कम करने और इंसुलिन रेजिस्टेंस को कम करने में मदद कर सकती है।
9. मेथी दाना (Fenugreek Seeds): मेंस्ट्रुअल साइकिल को रेगुलेट करने और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद कर सकती है।
10. दालचीनी (Cinnamon): इस मसाले को इंसुलिन सेंसिटिविटी में सुधार करने की अपनी क्षमता के लिए जाना जाता है। यह पीसीओएस लक्षणों को मैनेज करने में मदद कर सकती है।
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