Benefits Of Dhanurasana For Female In Hindi: मतौर पर यही देखने में आता है कि महिलाएं घर के सभी सदस्यों का पूरा ध्यान रखती है। जबकि, अपनी सेहत को पूरी तरह से इग्नोर कर देती है। ऐसा किया जाना बिल्कुल सही नहीं है। हकीकत बात ये है कि अगर महिलाएं अपनी हेल्थ की अनदेखी करती हैं, तो इसका सबसे बुरा असर उनकी प्रजनन क्षमता पर पड़ता है। ऐसा किसी महिला के साथ न हो, इसके लिए उन्हें शुरू से अपनी सेहत का पूरा ध्यान रखना चाहिए। विशेषज्ञों का कहना है महिलाओं को फिट रहने लिए नियमित रूप से एक्सरसाइज या योग करना चाहिए। विशेषकर, महिलाओं के लिए धनुरासन बहुत ही लाभकारी योगासनों में से एक है। धनुरासन महिलाओं की ओवर ऑल हेल्थ में सुधार करता है। आइए, जानते हैं ASD YOGA FAMILY के संस्थापक (योगिक विज्ञान में मास्टर्स और पीजी डिप्लोमा) दीपक तंवर राजपूत से महिलाओं के लिए धनुरासन करने के फायदों के बारे में-
महिलाओं के लिए धनुरासन के फायदे- Dhanurasana Benefits For Female In Hindi
मेंस्ट्रुअल साइकिल में सुधार
धनुरासन को बो पोज भी कहा जाता है। यह एक तरह का बैक योगा पास्चर है। इसमें शरीर के पीठ की ओर खिंचाव पड़ता है, जिससे स्पाइन लचीली बनती है और मांसपेशियों को भी मजबूती मिलती है। बहरहान, महिलाओं के पीरियड्स में सुधार के लिए भी धनुरासन करना लाभकारी माना जाता है। असल में, धनुरासन की वजह से महिलाओं के प्रजनन अंगों पर पॉजिटिव असर पड़ता है, जिससे पीरियड्स नियमित होते हैं। साथ ही, पीरियड क्रैंप्स से भी राहत मिलती है।
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पोस्चर में सुधार होता है
खराब की पोस्चर की दिक्कत सिर्फ महिलाओं को ही नहीं, पुरुषों में भी देखी जाती है। हालांकि, महिलाओं को इस समस्या का सामना अधिक करना पड़ता है। क्योंकि उन्हें घर और बाहर, दोनों की जिम्मेदारियां निभानी होती हैं। धनुरासन करने से पोस्चर में सुधार होता है, मांसपेशियां मजबूत होती हैं। यही नहीं, धनुरासन की मदद से रीढ़ की हड्डी पर भी अच्छा असर पड़ता है। धनुरासन की मदद से पेट के निचले हिस्से की मांसपेशियों पर भी प्रभाव देखने को मिलता है।
वजन संतुलित रहता है
जैसा कि हमने पहले ही बताया है कि धनुरासन करने से पेट की मांसपेशियों पर अच्छा असर पड़ता है, इससे फैट बर्न होने में भी मदद मिलती है। इस तरह देखा जाए, तो धनुरासन की मदद से मोटापा कम होता है और वजन संतुलित रहता है। हालांकि, वेट लॉस के लिए आपको अपनी डाइट पर भी विशेष ध्यान देना चाहिए। ऐसी चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए, जिससे वजन बढ़ता है।
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तनाव का स्तर कम
हम देख रहे हैं कि दिनों दिन तनाव का स्तर लोगों में बढ़ता जा रहा है। इसके पीछे कई कारण जिम्मेदार हैं, जैसे पैसों से जुड़ी समस्या, असफल करिया और संबंधों में मनमुटाव। महिलाएं भी इस तरह की परेशानियों से जूझ रही हैं, जो उन्हें अक्सर तनाव से भर देती हैं। इसके अलावा, पर्सनल लाइफ में भी किसी न किसी वजह से से तनाव बना रहता है। इस तरह की स्थिति में महिलाओं को धनुरासन नियमित रूप से करना चाहिए। ध्यान रखें कि तनाव बढ़ने से कई अन्य बीमारियों का जोखिम बना रहता है। धनुरासन करने से तनाव को कम किया जा सकता है और मूड को एन्हैंस करने में भी मदद मिलती है।
धनुरासन कब न करें
- प्रेग्नेंट महिलाएं इस आसन को करने से बचें।
- हाई ब्लड प्रेशर, हर्निया जैसी बीमारी में भी महिलाएं धनुरासन न करें।
- हाल-फिलहाल में पेट से जुड़ी कोई सर्जरी हुई है, तब भी धनुरासन करने से बचना चाहिए।
- पीठ दर्द, लोअर बैक पेन या कोई मेडिकल कंडीशन हो, तब भी धनुरासन करना सही नहीं होता है।
FAQ
धनुरासन से कौन सा रोग ठीक होता है?
धनुरासन कई तरह की बीमारियों में कारगर तरीके से काम करता है, जैसे बैक पेन को कम करता है, इनडाइजेशन को प्रॉब्लम को दूर करता है, तनाव का स्तर कम करता है और पीरियड क्रैंप्स को कम करने में भी मदद करता है।क्या धनुरासन आपके पीरियड के लिए अच्छा है?
धुनरासन आसान आसनों में से एक है। पीरियड्स के दौरान इस आसन को करने से पीरियड क्रैंप्स कम होते हैं। साथ ही, इस दौरान नजर आ रहे अन्य दिक्कतें में भी कमी आती है। यह स्ट्रेस को कम कर मूड को भी बेहतर बनाता है।धनुरासन कितनी देर करना चाहिए?
अगर आपने हाल ही में धनुरासन करने की शुरुआत की है, तो बेहतर है कि शुरुअती दिनों में एक सेट में महज 15 से 20 सेकेंड ही इस आसन को करें। धीरे-धीरे समयावधि को 20 से 30 सेकेंड तक किया जा सकता है। इस आसन को करते हुए अपनी सांस लेने-छोड़ने की गति को संयमित रखें।