दिल्ली में वयस्कों पर BCG वैक्सीन के असर को लेकर चल रहा ट्रायल, 50 हजार लोगों को लगाया गया टीका

BCG Vaccine Trial in Adults: BCG वैक्सीन को लेकर एक ट्रायल किया जा रहा है। जिसमें व्यसकों को यह वैक्सीन लगाकर इसकी क्षमता का पता लगाया जा रहा है।
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दिल्ली में वयस्कों पर BCG वैक्सीन के असर को लेकर चल रहा ट्रायल, 50 हजार लोगों को लगाया गया टीका


BCG Vaccine Trial in Adults: टीबी एक गंभीर बीमारी है, जो दुनियाभर में अपने पैर पसार चुकी है। हर साल सैकड़ों की संख्या मे लोग टीबी के चलते जान गंवाते हैं। टीबी के बढ़ते मामलों को देखते हुए इससे बचने के लिए लगाई जाने वाली BCG वैक्सीन का ट्रायल किया जा रहा है। ट्रायल के तहत दिल्ली सरकार द्वारा यह वैक्सीन अबतक 50 हजार से ज्यादा व्यसकों को दी जा चुकी है। इस टीके पर फिलहाल काफी करीब से स्टडी की जा रही है। जिसका मकसत यह देखना है कि व्यसकों के लिए BCG वैक्सीन कितनी कारगर साबित होती है। 

बचपन में लगाया जाता है BCG का टीका 

बीसीजी का टीका बचपन में लगता है, तभी ज्यादा कारगर माना जाता है। बड़े होने पर लगाने पर इसका ज्यादा प्रभाव नहीं देखा जाता, लेकिन इस टीके को लेकर वयस्कों के लिए ट्रायल (BCG Vaccination Trail in Adults) चल रहा है। इसलिए यह 50 हजार व्यसकों को लगाई गई है। दिल्ली के स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि BCG वैक्सीन व्यसकों को को यह देखने के लिए लगवाई जा रही है कि व्यसकों में टीबी को कम करने के लिए यह वैक्सीन कितनी कारगर (How Much Effective is BCG Vaccine) साबित होती है। इससे व्यसकों में टीबी मामलों की क्षमता कम करने का पता लगाया जा सकता है। 

3 साल तक किया जाएगा फॉलो 

मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो जिन व्यसकों को यह टीका लगाया गया है, उन्हें 3 साल तक फॉलो किया जाएगा। व्यसकों में टीका लगाने का यह ट्रायल स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (ICMR) और डिपार्टमेंट ऑफ रिसर्च (DHR) द्वारा मिलकर किया जा रहा है। ट्रायल के तहत 18 साल से उपर वाले व्यसकों को यह टीका दिया गया है। जिसमें ऐसे लोग शामिल हैं, जो पिछले कुछ सालों में टीबी से संक्रमित हो चुके हैं। साथ ही ऐसे लोग जिनका बॉडी मास इंडेक्स कम था या जो डायबिटीज से पीड़ित थे। 

बच्चों में काफी असरदार है यह वैक्सीन

BCG वैक्सीन आमतौर पर बचपन में लगाई जाती है, ताकि आगे चलकर बच्चे में टीबी होने का खतरा कम हो सके। बचपन में इसे लगाना काफी कारगर भी होता है। लेकिन अब इसका उपयोग व्यसकों में इसकी क्षमता जानने के लिए किया जा रहा है। 

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