टयूबरकुलोसिस का जानलेवा रूप

तपेदिक (टीबी) का जानलेवा रूप मानव जाति के लिए जाना जाता है, जिसे अंततः बेल्जियम चिकित्सको के द्वारा उपचारित किया गया
  • SHARE
  • FOLLOW
टयूबरकुलोसिस का जानलेवा रूप


Man is illतपेदिक (टीबी) का जानलेवा रूप मानव जाति के लिए जाना जाता है, जिसे अंततः बेल्जियम चिकित्सको के द्वारा उपचारित किया गया। टीबी का स्ट्रेन (एक्सडीआर) के रूप में जाता जाता है टीबी अत्यंत प्रतिरोधी दवा है। चेचन्या से एक बिमार 14 वर्षिया लङकी का उपचार बेल्जिय के ब्रुसेल्स में युनिवर्सिटाइर सैंट पियरे अस्पताल में मेडिकल चिकित्सको की देखरेख में किया गया।

टीबी(एक्सडीआर) के इलाज के लिए (एक्सडीआर), बेल्जियम चिकित्सकों ने दो एंटीबायोटिक दवाओं का एक संयोजन अर्थात्, क्लाव्युलेनेट और मेरोपेनम का उपयोग किया। ये एफडीए  स्वीकृत ई.कोलाई जैसी दवाएँ बैक्टीरिया संक्रमण से लङने के लिए जानी जाती है। इससे पहले 2009 में, येशिवा यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज अल्बर्ट आइंस्टीन नें तपेदिक के इस जानलेवा रूप के इलाज के लिए इस कॉम्बो दवा का निर्माण किया था।

दवाओं से उसका उपचार किये जाने के 11 सप्ताह बाद, 14 साल की लङकी के थूक परीक्षण से अंततः जांच में टीबी के लिए नकारात्मक पाया गया।

इस सफलता को दुनिया भर में बहुत उत्साह के साथ स्वीकार किया जा रहा है चूंकि अतंतः यह आशा की एक किरण है, जब वह तपेदिक के ईलाज की बात आती है जो दुनिया भर में कई जीवन अपना अधिकार प्रतिपादित कर रहे है।

टैग: बेल्जियम में क्षय(तपेदिक) रोग का इलाज, बेल्जियम के डॉक्टरों द्वारा तपेदिका का इलाज, बेल्जियम में क्षय रोग से उपचारित लड़की

Read Next

क्षय रोग का इतिहास

Disclaimer

How we keep this article up to date:

We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.

  • Current Version