
रोजमर्रा के मेकअप से आप खूबसूरत तो दिख सकती हैं लेकिन क्या आप जानती हैं कि यह आपकी त्वचा को कितना नुकसान पहुंचा सकता है। केमिकल युक्त मेकअप उत्पाद त्वचा में इंफेक्शन पैदा कर सकता है जिससे कई तरह की स्किन प्रॉब्लम हो सकती है।
खूबसूरत दिखना हर किसी की चाहत होती है। खास मौकों पर सज-संवरकर चेहरे की सुंदरता बढ़ाने में वैसे तो कोई बुराई नहीं, लेकिन कई बार लोगों की रोजाना भारी-भरकम मेकअप करने की आदत होती है जिससे आपकी त्वचा में इंफेक्शन का खतरा हो सकता है।
ब्यूटी उत्पाद में कई सारे केमिकल होते हैं जिनका ज्यादा या हर रोज प्रयोग करना आपकी कोमल त्वचा को नुकसान पहुंचाता है। ज्यादातर लोगों को इस बात की जानकारी नहीं होती है कि ब्यूटी उत्पाद जिनका आप हर रोज प्रयोग कर रहे वो आपको खूबसूरत बनाने की बजाय आपकी त्वचा को नुकसान पहुंचा रहा है। आइए जानें ऐसे ही उत्पादों के बारे में।
ब्लीच
लोग स्किन की टैनिंग कम करने के लिए या चेहरे के बालों को छिपाने के लिए ब्लीच की मदद लेते हैं। कई बार लोग इसे कम दिनों के अंतर पर प्रयोग करने लगते हैं जबकि ऐसा करना आपकी त्वचा को ना सिर्फ बेजान बनाता है बल्कि इससे कई बार स्किन एलर्जी की समस्या भी हो जाती है।
उपाय: ब्लीच को 24 घंटे पहले कान के पीछे लगाकर टेस्ट कर लें, अगर कोई एलर्जी न हो तभी ब्लीच करें। टेनिंग दूर करने के लिए ब्लीच कर रहे हैं तो संतरे, पपीते का पल्प या चंदन पाउडर लगा सकते हैं।
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डियो और परफ्यूम
डियोड्रेंट का ज्यादा प्रयोग अंडर आर्म्स की त्वचा को काला कर उसे नुकसान पहुंचाता है। खुजली की समस्या हो, परफ्यूम से छींके आती हों या सांस के रोगी हों तो इनका प्रयोग न करें क्योंकि उन लोगों के लिए यह काफी खतरनाक हो सकता है।
उपाय: डियो या परफ्यूम में कैमिकल्स होते हैं, इन्हें सीधे बॉडी पर न लगाकर कपड़ों पर लगाएं।
नेलपॉलिश
नेलपॉलिश लगाने के बाद हमें नाखूनों की मैल नहीं दिखती जिससे पेट में इंफेक्शन हो सकता है। इसके अलावा नाखूनों पर हमेशा नेलपॉलिश लगाने से नाखूनों में पीलापन भी आ जाता है जो संक्रमण का कारण हो सकता है।
उपाय: नाखूनों की सफाई का ध्यान रखें और खाना बनाने या खाने से पहले नेलपॉलिश को सुखा लें।
फाउंडेशन और ब्लशर
इनके रोजाना प्रयोग से चेहरे के रोमछिद्र बंद हो जाते हैं। त्वचा के अंदर जमी गंदगी और तेल बाहर नहीं आ पाते, जिससे छिद्रों में मवाद जमने से कील-मुहांसे होने लगते हैं।
उपाय: ब्यूटी प्रोडक्ट की क्वॉलिटी का खयाल रखें। त्वचा ऑयली है तो वॉटर बेस प्रोडक्ट और रूखी है तो ऑयल बेस स्किन प्रोडक्ट का प्रयोग करें। चेहरा नॉन-कॉमेडोजॉनिक क्लींजर से साफ करें, इससे रोमछिद्र खुलने से गंदगी निकल जाती है।
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आई मेकअप के नुकसान
अगर आप आई मेकअप करने के बाद आंखों में कॉन्टेक्ट लैंस लगाते हैं तो ऐसे में बैक्टीरिया कॉर्निया तक पहुंच जाता है जिससे कोर्नियल इंफेक्शन का खतरा रहता है। कई बार मेकअप करने से बैक्टीरिया का मैंब्रेन (झिल्ली) से संपर्क होता है, जिससे कंजक्टिवाइटिस हो जाता है। इसमें आंखें लाल हो जाती हैं और आंखो से पानी आने लगता है।
उपाय: मस्कारे व आई लाइनर का प्रयोग कम करें। मस्कारे को कम से कम 4 महीने के अंतराल और आईशैडो को दो साल में बदल लें।
तो अब जब भी आप आगे से मेकअप के सामान का प्रयोग करें तो अपनी त्वचा का भी खास खयाल रखना चाहिए क्योंकि आपकी त्वचा है खास।
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Image Source : Getty
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