कोरोना वायरस (COVID-19) का प्रसार बढ़ता जा रहा है। इससे लगभग पूरी दुनिया प्रभावित है। विश्व स्वास्थ्य संगठन की 24 मार्च तक की रिपोर्ट के मुताबिक, कोरोना वायरस से पूरी दुनिया में 16,231 मौतें हो चुकी हैं, जबकि 3 लाख 72 हजार 757 लोग संक्रमित हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, भारत में कोरोना वायरस से अब तक 10 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि 500 से ज्यादा लोग कोरोना से संक्रमित पाए गए हैं। 42 लोगों का इलाज कर उन्हें घर भेजा जा चुका है।
जैसा कि हम सभी जानते हैं, विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organization) के साथ-साथ स्वास्थ्य मंत्रालय कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। पब्लिक को अवेयर करने के लिए स्वास्थ्य संगठनों के अलावा समाचार पत्रों, चैनलों और डिजिटल माध्यमों का सहारा लिया जा रहा है। ऐसा इसलिय किया जा रहा है क्योंकि कोरोना वायरस का अभी तक कोई इलाज नहीं है और इसके प्रसार को रोककर ही इस पर काबू पाया जा सकता है। हालांकि, इसमें जनता की भागीदारी महत्वपूर्ण है।
हालांकि, कुछ देशों में कोरोना वायरस के प्रसार पर अंकुश लगाया गया है, मगर भारत के सामने अभी भी कई प्रकार की चुनौतियां है, जिससे लड़कर इस महामारी से निपटा जा सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन और केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा लगातार दिए जा रहे दिशा निर्देशों की मानें तो 5 ऐसे महत्वपूर्ण उपाय हैं, जिसके माध्यम से कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने में मदद मिल सकती है:
1. सोशल डिस्टेंसिंग
सोशल डिस्टेंसिंग का मतलब भीड़-भाड़ से दूर रहना है। मिनिस्ट्री ऑफ हेल्थ के मुताबिक, सोशल डिस्टेंसिंग से कोरोना वायरस (COVID-19) के संचरण को कम करने में मदद मिलेगी। इसके अंतर्गत आप कर सकते हैं:
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- किसी ऐसे व्यक्ति के संपर्क में आने से बचें जिसमें कोरोनो वायरस (COVID-19) के लक्षण दिखाई दे रहे हों। लक्षणों में तेज बुखार, खांसी और जुकाम शामिल है।
- संभव हो तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट के उपयोग से बचें, भीड़-भाड़ वाली जगह न जाएं।
- मित्रों और परिवार के साथ समारोहों में जाने से बचें। समाचार माध्यमों से सूचनाओं पर नजर बनाए रखें।
2. होम-क्वारंटाइन
होम क्वारंटाइन (Home Quarantine) का मतलब है "किसी संक्रमित व्यक्ति को एकांत में रखना"; यह उपचार की एक प्रक्रिया है। इसके अंतर्गत संक्रमण को एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में फैलने से रोका जा सकता है। यदि कोई व्यक्ति किसी बैक्टीरियल या वायरल संक्रमण से संक्रमित है तो उसे परिवार के बाकी सदस्यों से दूर कर दिया जाता है, जिससे संक्रमण के प्रसार को रोक दिया जाता है।
3. समय पर जांच और उपचार
कोरोना वायरस में सबसे जरूरी कदम है समय पर जांच और उपचार। अगर किसी व्यक्ति में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो फौरन उसे जांच कराना चाहिए। इसके लिए आप अपने नजदीकी अस्पतालों में डॉक्टर की सलाह ले सकते हैं। समय रहते जांच और उपचार से संक्रमण के प्रसार को रोका जा सकता है। खास बात यह है कि संक्रमण के लक्षण दिखाई देने पर पैनिक होने से बचना चाहिए।
4. साफ-सफाई अपनाना
कोरोना वायरस छुआ छूत के माध्यम से फैलता है। अगर कोई स्वस्थ व्यक्ति वायरस से संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आ जाता है तो उसमें भी संक्रमण फैल जाता है, इसी तरह एक चेन बनती जाती है और वायरस तेजी से अधिकांश आबादी को अपनी चपेट में ले लेता है। ऐसे में यदि स्वच्छता अपनाई जाए तो वायरस के प्रसार को रोका जा सकता है। इसके लिए सबसे जरूरी है कि आप अपने हाथों को समय-समय पर साबुन और पानी या अल्कोहल बेस्ड हैंड रब की मदद से धोते रहें। सैनिटाइजर का प्रयोग कर सकते हैं। साफ-सुथरे कपड़े पहनें और अपने आसपास सफाई रखें।
5. अफवाहों से दूर रहना
कोरोना वायरस को लेकर समाज में और सोशल मीडिया पर रोजाना नई-नई अफवाहें देखने और सुनने को मिलती है। जोकि एक अंधविश्वास मात्र है। कई अफवाहें हैं, जिनको लेकर एक्सपर्ट पूरी तरह से नकार चुके हैं। इन्ही अफवाहों के कारण लोग बीमारी को समझने में देर कर देते हैं और संक्रमण को जाने अनजाने फैलने देते हैं।
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