
नोवेल कोरोनावायरस (Novel Coronavirus) जिसने दुनियाभर में लगभग 50,000 लोगों की जान ले चुका है और 1 लाख 35 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं। वहीं विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने कोरोनावायरस (COVID-19) को महामारी घोषित कर दिया है। अगर भारत की बात करें तो कोरोनावायरस से अब तक एक व्यक्ति की मौत हुई है और 70 से ज्यादा लोग संक्रमित हैं, जिनकी देखभाल डॉक्टरों की टीम कर रही है।
स्वास्थ्य विशेषज्ञ कहते हैं कि COVID-19 के प्रसार को रोकने के लिए सबसे अच्छा और सरल तरीका है, अपने 'हाथों को बार-बार धोएं'। खांसी या छींक आने पर अपना मुंह और नाक ढक लें। अपने चेहरे को छूने से बचें। अगर आप बीमार हैं तो घर पर रहें।
कैसे फैलता है कोरोनावायरस: How Coronavirus spreads
विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, कोरोनावायरस का जोखिम इस बात पर निर्भर करता है कि आप कहां हैं, और खासकर जहां आप हैं क्या वहां COVID-19 का प्रकोप है। हालांकि, अधिकांश जगहों के अधिकांश लोगों के लिए COVID-19 के संक्रमण का खतरा अभी भी कम है। हालांकि, अब दुनिया भर के कई ऐसे स्थान हैं, जहां यह बीमारी फैल रही है। इन क्षेत्रों में रहने या जाने वाले लोगों के लिए, इन क्षेत्रों में COVID-19 का संक्रमण होने का खतरा अधिक होता है।
डब्ल्यूएचओ कहता है, COVID-19 के एक नए मामले की पहचान होने पर सरकार और स्वास्थ्य अधिकारी हर बार अपनी आरे से कार्रवाई कर रहे हैं। साथ ही यात्रा, एक्टिविटी या बड़े समारोहों पर किसी भी स्थानीय प्रतिबंध का पालन करना सुनिश्चित करना चाहिए। रोग नियंत्रण प्रयासों के साथ सहयोग करने से कोरोनावायरस के फैलने का खतरा कम हो सकता है। COVID-19 के प्रकोपों को फैलने से रोका जा सकता है, जैसा कि चीन और कुछ अन्य देशों में काफी हद तक किया गया है।
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समूह में तेजी से फैलता है कोरोनावायरस: फैलने के प्रमुख कारक
डब्ल्यूएचओ के अनुसार, कोरोनावायरस सतह पर मौजूद हो सकते हैं और यह जब व्यक्ति के संपर्क में आते हैं तो उन्हें भी संक्रमित कर देते हैं। यह वायरस आमतौर पर व्यक्ति से व्यक्ति में फैलता है। खासकर, उन लोगों के बीच जो एक दूसरे के करीब संपर्क में हैं (लगभग 6 फीट के भीतर)। जब कोई संक्रमित व्यक्ति खांसता है या छींकता है, तो सांस की बूंदों का उत्पादन होता है। ये बूंदें आपके आसपास मौजूद लोगों के संपर्क में आ सकती हैं जिससे दूसरे भी संक्रमित हो सकते हैं। इसीलिए विशेषज्ञों द्वारा भी भीड़-भाड़ में न जाने की सलाह दी जा रही है।
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एक्सपर्ट की सलाह
हार्वर्ड टीएच चैन स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के पॉल बिडिंगर कहते हैं, "बीमारी के फैलने का कारण खांसी या छींक है। दरअसल होता है ये है कि जब आप खांसते या छींकते हैं तो कुछ बूंदे सतह पर रह जाती है, जिसके बाद किसी भी व्यक्ति के उस सतह को छूने और अपने आंख, नाक या फिर मूंह को छूने से संक्रमण फैल जाता है।"
पॉल कहते हैं कि "हाथों को धोना सबसे ज्यादा जरूरी है। यदि लोग खांसते या छींकते समय अपनी कोहनी या टिश्यू पेपर का प्रयोग करें तो प्रसार को रोका जा सकता है। अगर हम सभी मिलकर बुनियादी स्वच्छता का पालन करें तो वास्तव में समुदायों (Communities) में बीमारी के प्रसार को धीमा किया जा सकता है।"
कोरोनावायरस: रोकथाम के उपाय
- वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन के अनुसार, अपने हाथों को अल्कोहल-आधारित हैंडरब से नियमित रूप से और अच्छी तरह से साफ करें या उन्हें साबुन और पानी से धोएं।
- कम से कम 1 मीटर (3 फीट) की दूरी पर अपने आप को और किसी को भी, जो खांस रहा है या छींक रहा है, के बीच दूरी बनाए रखें।
- आंखों, नाक और मुंह को छूने से बचें।
- सुनिश्चित करें कि आप, और आपके आस-पास के लोग, अच्छी श्वसन स्वच्छता (Respiratory hygiene) का पालन करें। इसका मतलब है खांसी या छींक आने पर अपनी कोहनी या टिशू से अपने मुंह और नाक को ढंकना। फिर इस्तेमाल किए गए टिश्यू का तुरंत निपटान करें।
- यदि आप अस्वस्थ महसूस करते हैं तो घर पर रहें। यदि आपको बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई है, तो चिकित्सा पर ध्यान दें।
- ऐसी जगहों की यात्रा न करें, जहां कोरोनावायरस का संक्रमण फैला है। खासकर यदि आप वृद्ध हैं या आपको मधुमेह, हृदय या फेफड़ों की बीमारी है।
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