Coronavirus Test: किन लोगों के लिए जरूरी है COVID-19 टेस्‍ट करवाना? जानें टेस्‍ट से जुड़ी जरूरी बातें

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते सभी लोग आपके मन में COVID-19 के टेस्‍ट को लेकर और इसके अलावा कई सवाल उठ रहे होंगे। आइए यहां आपके जवाब बता रहें हैं। 
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Coronavirus Test: किन लोगों के लिए जरूरी है COVID-19 टेस्‍ट करवाना? जानें टेस्‍ट से जुड़ी जरूरी बातें

कोरोनावायरस के बढ़ते प्रकोप के चलते सभी लोग काफी सहमे हैं, जिसके चलते थोड़ा सा कुछ होने पर लोग पैनिक हो रहे हैं। इस बीच लोगों के मन में COVID-19 के टेस्‍ट को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। हालांकि, मन में सवाल उठना और डर का बढ़ना जाहिर भी है, क्‍योंकि चीन से फैले कोरोना वायरस ने कई देशों में अपनी दस्‍तक देकर सबको दहला दिया है। जिसके बाद कोरोना वायरस को महामारी भी घोषित कर दिया गया है। आइए हम आपको यहां आपके कुछ सवालों के जवाब देते हैं।  

किसे COVID-19 टेस्‍ट करवाना चाहिए?

कोरोना वायरस के फैलने से लोग काफी पैनिक हो चुके हैं। जिसके चलते कुछ लोग बेवजह के वहम भी मन में पाल रहे हैं। कोरोना वायरस के टेस्‍ट करवाना दो प्रमुख कारणों पर जरूरी हो जाता है। पहला किसी संक्रमित व्यक्ति के सपंर्क में रहना या फिर कोरोना के लक्षण महसूस करना। 

COVID-19 Test

COVID-19 के मुख्य लक्षणों में , बुखार, सूखी खांसी और सांस की तकलीफ शामिल है। ये फ्लू और आम सर्दी की तरह दिख सकता है इसलिए आप डॉक्‍टर के पास जाकर उनसे सलाह ले सकते हैं कि क्‍या आपको COVID-19 टेस्‍ट करवाना चाहिए। रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) केवल कोरोना के लक्षण दिखने या महसूस होने वाले लोगों का टेस्‍ट करवाने की सलाह दी है। इसके अलावा, जो लोग विदेश यात्रा या फिर संक्रमित व्‍यक्ति के संपर्क में रहे हों, उन्‍हें टेस्‍ट करवाना जरूरी बताया है।  

कैसे होता है कोरोना वायरस का टेस्‍ट ?

कोरोना वायरस के टेस्‍ट के लिए वयक्ति की COVID-19 टेस्‍ट प्रक्रिया काफी आसान है, जिसे लगभग कहीं भी किया जा सकता है । इस टेस्‍ट में आम तौर पर नाक के पीछे से कोशिकाओं को इकट्ठा करने के लिए एक मरीज के नसल कैविटी में गहरे से एक स्वास लेना शामिल है। 

जिसके बाद नमूने को टेस्टिंग लैब में भेजा जाता है, जहां यह निर्धारित करने के लिए टेस्‍ट किया जाता है कि रोगी की कोशिकाएं वायरस से संक्रमित हैं या नहीं। उसी प्रक्रिया का उपयोग एक मरीज से एक नमूना लेने के लिए किया जाता है जिसे फ्लू के लिए टेस्‍ट किया जाता है ।

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टेस्‍ट कैसे काम करता है?

एक व्‍यक्ति से टेस्‍ट के लिए नमूना एकत्र करना आसान है, लेकिन वास्तव में यह निर्धारित करना कि कोई व्यक्ति कोरोनोवायरस से संक्रमित है या नहीं? यह ज्‍यादा मुश्किल है। वर्तमान विधि एक मरीज की कोशिकाओं में वायरस की जैनेटिक मटिरियल (RNA) की तलाश की जाती है। 

Who Needs to Get Coronavirus Tested

रोगी के नमूने में RNA की उपस्थिति का पता लगाने के लिए, लैब रिवर्स-ट्रांसक्रिप्शन पोलीमरेज़ चेन रिएक्शन नामक एक परीक्षण करती हैं। यह विधि पहले किसी भी वायरल RNA को DNA में परिवर्तित करती है। तब DNA को लाखों बार दोहराया जाता है, जब तक कि एक विशेष टुकड़े का उपयोग करके पता लगाने के लिए पर्याप्त प्रतियां न हों, जिसे क्‍वांटिटेटिव पीसीआर इंस्‍ट्रूमेंट (Quantitative PCR Instrument) कहा जाता है। इसके बाद यदि रोगी के नमूने में वायरस की आनुवंशिक सामग्री या जैनेटिक मटिरियल (RNA)पाई जाती है, तो रोगी वायरस से संक्रमित होता है।

टेस्‍ट रिर्पोट में लगता है 24-72 घंटे का समय 

हालांकि COVID-19 टेस्‍ट करवाना असान है, लेकिन इस टेस्‍ट की रिर्पोट में 24-72 घंटे लगते हैं । क्‍योंकि टेस्‍ट के शुरुआती रैंप-अप के दौरान, टेस्‍ट की सटीकता के बारे में कुछ चिंताएं थीं, जब एक अध्ययन में पाया गया कि चीन में 3 प्रतिशत परीक्षण नकारात्मक आए, जबकि नमूने वास्तव में सकारात्मक थे।

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Coronavirus Test Process

क्या सभी को COVID-19 टेस्‍ट की जरूरत है?

इस बात पर  रोग नियंत्रण और रोकथाम केंद्र (CDC) और स्वास्थ्य अधिकारियों का मानना है कि उन लोगों के COVID-19 टेस्‍ट को प्राथमिकता देना महत्वपूर्ण है, जिन्हें इसकी सबसे अधिक आवश्यकता है। जैसे जिनमें कोरोना वायरस का ज्‍यादा खतरा है, जो लोग COVID-19 टेस्‍ट रोगियों के संपर्क में रहे हैं, जिन्‍होंने हाल में विदेश यात्रा की हो और 65 वर्ष से अधिक आयु के लोग जो क्रोनिक डिजीज जैसे- हृदय रोग, फेफड़ों की बीमारी या डायबिटीज के रोगी हैं। 

हालांकि जैसे-जैसे अधिक टेस्‍ट के अधिक विकल्‍प और सुविधाएं होंगी, तो अधिक लोगों का परीक्षण करना संभव होगा। लेकिन कोरोना वायरस से बचाव का सबसे बड़ा और आसान तरीका है कि आप बार-बार हाथ धोएं, लोगों के नजदीकी संपर्क से बचें, सैनिटाइजर का इस्‍तेमाल, मुंहं में हाथ लगाकर छींकना और खांसना जैसी आदतों को अपनाएं। 

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