बच्चों को अच्छी और सही परवरिश हर माता-पिता देना चाहते हैं, लेकिन कई बार हम बच्चों को लाड-प्यार में इतना रखते हैं कि उन्हें कोई घरेलू काम नहीं सिखाना चाहते हैं। माता-पिता होने के नाते हमें बच्चों को उनकी उम्र के अनुसार काम सिखाते रहना चाहिए, इससे बच्चे आत्मनिर्भर बनते हैं। बच्चों को अच्छी आदतें कम उम्र से ही सिखानी शुरू कर देनी चाहिए, ताकि बच्चे बड़े होते-होते इन आदतों को अपनी रूटीन में शामिल कर सकें। बच्चों को रसोई के छोटे-मोटे काम सिखाकर आत्मनिर्भर बनाया जा सकता है। जानें बच्चों को रसोई के कौन-से काम जरूर सिखाने चाहिए।
गैस ऑन-ऑफ करना
बच्चे जब बड़े होने लगे, तो आप उन्हें गैस ऑन और ऑफ करना सीखा सकते हैं। लेकिन बच्चों को सिखाने से पहले सुरक्षा का ध्यान रखें। जब भी बच्चा गैस ऑन या ऑफ करें, तो उसके बाद आप भी एक बार खुद से जरूर चैक करें। बच्चों को गैस के साथ लापरवाही नहीं करनी है, यह भी बताएं।
बर्तन साफ करना
बच्चों को आप ये काम आसानी से सीखा सकते हैं। लेकिन बच्चों को कांच का बर्तन साफ करने को बिल्कुल न दें। कांच के बर्तन से बच्चं के हाथ में चोट लग सकती है। ये काम करने से बच्चों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।
फल या सब्जियां धोना सिखाएं
आप बच्चों को फल और सब्जियां धोना सीखा सकते हैं। ये काम सीखाते समय आप बच्चों को ग्रीन वेजिटेबल और फ्रूट्स के फायदों के बारे में भी बता सकते हैं। ऐसा करने से बच्चे की खाने के प्रति रूचि भी बढ़ेगी। बच्चे को समझाएं कि इसे खाने से शरीर को ताकत मिलेगी।
फ्रिज को मैनेज करना
मार्केट से फल या सब्जी लाने के बाद उन्हे वॉश करके फ्रिज में रखने के लिए आप बच्चों को कह सकते हैं। इससे वो स्पेस मैनेज करना आसानी से सीख पाएंगे। किस सब्जी को कैसे रखनी है, इसके बारे में भी जानेंगे। लेकिन जब बच्चा फ्रिज में समान रखें, तो उसके पास की खड़े रहें।
बर्तन सेट करना
बर्तन सेट करना बच्चों को काफी पसंद होता है। बच्चे बर्तनों से खेलना भी पसंद करते हैं। बर्तन धोने के बाद आप बच्चों से किचन के ड्रारर में बर्तन सेट करवा सकते है। इससे वे समझेंगे कि किस बर्तन को कहां रखना है। इस काम से बच्चे सही जगह पर सामान रखना भी सीखेंगे।
इसे भी पढ़ें- बच्चों को खिलाने-पिलाने से जुड़े ये 5 मिथक हैं भारत में पॉपुलर, एक्सपर्ट से जानें इनकी सच्चाई
ध्यान रखें जब भी बच्चों से किचन का कोई भी काम कराएं, तो उन के पास खड़े रहें। बच्चों के काम करने के बाद भी उस काम को जरूर चेक करें। किसी काम के लिए बच्चों को फोर्स ना करें। इससे बच्चे को काम के प्रति नकरात्मकता आ सकती है। बच्चे की क्षमतानुसार ही उन्हें काम सिखाएं।
All Image Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version