Food Related Myths For Kids: पेरेंट्स होने के नाते हम सभी चाहते हैं कि हमारे बच्चों को किसी भी तरह की कोई समस्या न हो। वे स्वस्थ रहें और हंसते खेलते रहें। इसलिए हमारी हमेशा यह कोशिश रहती हैं कि हम अपने बच्चे को हमेशा बेस्ट चीजें दें चाहें फिर वह खानपान की बात हो या फिर अन्य चीजों। बच्चों को स्वस्थ रखने के लिए उन्हें सही आहार देना बहुत जरूरी है, जिससे कि उन्हें पर्याप्त पोषण मिल सके और वे रोग मुक्त रह सकें। लेकिन हमारे आसपास बच्चों को खिलाने-पिलाने से जुड़ी कई गल धारणाएं या मिथक (Common Food Related Myths For Kids In Hindi) मौजूद हैं, जो हमारे लिए काम को मुश्लिक बना देती हैं। इन गलत धारणाओं के चलते हम कई बार अपने बच्चों को सही आहार खिलाने में असमर्थ रहते हैं और उनकी सेहत के साथ खिलवाड़ करते हैं। इस लेख में मातृ एवं शिशु पोषण विशेषज्ञ (Maternal And Child Nutrionist) रमिता कौर से बच्चों को खिलाने-पिलाने से जुड़े ऐसे ही 5 मिथक (Common Food Related Myths And Facts For Kids In Hindi) के बारे में जानेंगे, जिन पर आपको भरोसा नहीं करना चाहिए। साथ ही उनकी सच्चाई भी आपके सामने लाएंगे।
बच्चों के खानपान से जुड़े 5 मिथक और उनकी सच्चाई (Common Food Related Myths And Facts For Kids In Hindi)
मिथक 1. बच्चे को सर्दी होने पर फल नहीं खिलाने चाहिए
यह बिल्कुल भी सच नहीं है। फल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। साथ ही फलों में फाइबर, एंटीऑक्सीडेंट और कई अन्य विटामिन और मिनरल्स भरपूर मात्रा में होते हैं। जिससे यह न सिर्फ बच्चे की इम्यूनिटी मजबूत बनाने में मदद करते हैं, बल्कि बच्चे के बेहतर विकास के लिए भी लाभकारी है। बच्चों को फल खिलाने से उन्हें जल्दी रिकवर होने में मदद मिलती है।
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मिथक 2. बच्चे को सर्दी-खांसी होने पर दही नहीं खिलानी चाहिए
दही एक बेहतरीन प्रोबायोटिक है। दही खाने से शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। साथ ही यह पेट को स्वस्थ रखने में भी मदद करती है। जिसका सीधा असर आपके संपूर्ण स्वास्थ्य पर पड़ता है। लेकिन बच्चों को दही खिलाते समय यह ध्यान रखें कि उन्हें रात में दही न खिलाएं, साथ ही फ्रिज में रखी या ठंडी दही खिलाने से बचें।
मिथक 3. मिलेट्स की गर्म तासीर के कारण इसे बच्चों को नहीं खिलाना चाहिए
ऐसा नहीं है कि आप गर्मियों में बच्चे को मिलेट्स नहीं खिला सकते हैं। मोडरेशन में बच्चों को मिलेट्स खिला सकते हैं। आप कम गर्म तासीर वाले मिलेट्स बच्चों की डाइट में शामिल कर सकते हैं जैसे ज्वार, समा मिलेट, रागी। यह शरीर में ज्यादा गर्मी का कारण नहीं बनते हैं। साथ ही सेहत के लिए भी बेहद लाभकारी होते हैं।
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मिथक 4. अगर बच्चे को बुखार है तो उन्हें लिक्विड डाइट दें जैसे पतली दाल<
बच्चे को बुखार के समय अपनी ऊर्जा वापस पाने के लिए ज्यादा कैलोरी वाले फूड्स का सेवन करने की जरूरत होती है। इसलिए उन्हें कैलोरी से भरपूर फूड्स खिलाने चाहिए, जिससे कि वह जल्दी रिकवर हो सके।
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मिथक 5. अगर आपका बच्चा खाना नहीं खा रहा है तो उसे दूध पिलाएं
दूध भोजन का विकल्प नहीं हो सकता है। आप दिन में कभी-कभी बच्चों को दूध दे रहे हैं यह ठीक है, लेकिन आप बार-बार बच्चो को भोजन की जगह पर दूध नहीं पिला सकते हैं। ज्यादा दूध का सेवन बच्चों में कब्ज का कारण बन सकता है, जिससे कई अन्य पेट संबंधी समस्याएं भी हो सकती हैं। साथ ही इससे आयरन के अवशोषण में भी बाधा उत्पन्न होती है।
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