अगर आपको चॉकलेट खाना बहुत पसंद है आप हर रोज चॉकलेट का सेवन करते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि अधिक चॉकलेट का सेवन करने से हड्डियां कमजोर हो सकती हैं।
बच्चे हों या बूढ़े, सभी चाकलेट बड़े चाव से खाते हैं। कुछ शोधों की मानें तो लगातार चाकलेट खाने से शरीर में कैल्सियम की कमी होती है और इसके कारण आस्टियोपोरोसिस और फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है। इस लेख में विस्तार से जानिये चॉकलेट हड्डियों के लिये नुकसानदेह क्यों है।
क्या कहता है शोध
एक शोध की मानें तो लगातार चाकलेट खाने से हड्डियां कमजोर होती हैं। इससे आस्टियोपोरोसिस (ऐसी बीमारी जिसमें हड्डियों में मौजूद पोषक तत्व व खनिज की मात्रा कम हो जाती है और हड्डियां कमजोर हो जाती हैं) और हड्डियों में फ्रैक्चर का खतरा बढ़ जाता है।
पश्चिमी ऑस्ट्रेलिया यूनिवर्सिटी के प्रमुख शोधकर्ता जोनाथन हागसन कहते हैं कि कोक और चॉकलेट को दिल के लिए अच्छा बताया जाता रहा है, लेकिन शरीर के दूसरे अंगों पर इसके असर के बारे में अभी तक अध्ययन नहीं किया गया था।
उनका कहना है कि वैसे तो चाकलेट में मौजूद फ्लैवोनॉल और कैल्सियम 'बोन मिनरल डेंसिटी' (जिसके कम होने से आस्टियोपोरोसिस बीमारी होती है) के लिए सकारात्मक असर डालने वाले तत्व हैं, लेकिन इसमें आक्सेलेट भी होता है। यह आक्सेलेट कैल्सियम और शुगर को सोखता है। इस तरह शरीर में कैल्सियम की मात्रा कम होती है और हड्डियां कमजोर होती हैं।
चॉकलेट के अन्य नुकसान
हड्डियों की समस्या के अलावा चॉकलेट के अन्य नुकसान भी हैं, इसके अधिक सेवन करने से दमा की बीमारी हो सकती है। ब्रिटिश शोध की मानें तो चॉकलेट में मौजूद शक्कर की मात्रा दमा व एलर्जी को बढ़ा सकते हैं।
इसके अलावा डॉर्क चॉकलेट में मौजूद रेसवरैटॉल नामक पदार्थ दिल की बीमारी और कैंसर का कारण बन सकता है। जॉन्स हापकिंस यूनिवर्सिटी के शोध के बाद यह बात सामने आयी।
चॉकलेट खाने से शरीर में ग्लूकोज की मात्रा भी बढ़ जाती है, जो एक तरह से कम उम्र में मधुमेह को न्यौता देने जैसा है। इके अलावा इसके सेवन से मस्तिष्क की कार्यक्षमता धीमी हो सकती है। यह सिरदर्द, रक्तचाप, धमनियों का कड़ा होना जैसी समस्याएं भी पैदा कर सकता है।
इसलिए चॉकलेट को अपनी पसंद बनाइये न कि उससे पेट भरिये, अगर चॉकलेट का सेवन कम मात्रा में किया जाये यानी सप्ताह में एकाध बार तो इस तरह की समस्याओं से बचा जा सकता है।
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