देश में चिकनपॉक्स के एक नए वेरिएंट की पहचान की गई है। नेशनलल इंस्टीट्यूट ऑफ वायरोलॉजी (एनआईवी) ने पहली बार भारत में चिकनपॉक्स का कारण बनने वाले वैरिसेला जोस्टर वायरस के क्लैड 9 की पहचान की है। यह वेरिएंट यूके, जर्मनी और यूएस देश में पाया जाता है। वैरिसेला जोस्टर वायरस हर्पीस वायरस के नौ वायरस में से एक है। यह मुख्य रूप से बच्चों व किशोरों में चिकनपॉक्स का कारण माना जाता है। भारत में क्लैड 1 और क्लैड 5 की वायरस पहले भी मिल चुके हैं। लेकिन, क्लैड 9 का यह पहला मामला भारत में सामने आया है। आगे धर्मशिला नारायणा सुपर स्पेशियलिटी के सिनियर कंसलटेंट इंटर्नल मेडिसीन हॉस्पिटल डॉ गौरव जैन से जानते हैं कि क्लैड 9 वायरस के लक्षण, कारण और बचाव कैसे किए जा सकते हैं।
वैरीसेला ज़ोस्टर वायरस क्या है? What is Varicella Zoster Virus in Hindi
वैरिसेला जोस्टर वायरस मुख्य रूप से बच्चों और किशोरों में चिकनपॉक्स और वयस्कों में शिंगल्स (स्किन की समस्या) का कारण बन सकता है। यह वायरस नौ तरह का होता है। वैज्ञानिकों ने वैरिसेला के क्लैड 1 और 5 के मामले की पहचान पहले भी भारत में की हैं, लेकिन क्लैड 9 वायरस का यह पहला मामला प्रकाश में आया है।
वैरिसेला जोस्टर वायरस क्लैड 9 के क्या लक्षण दिखाई देते हैं? Symptoms Of Varicella Zoster (Clade 9) In Hindi
डॉक्टरों के अनुसार वैरिसोला के अन्य वेरिएंट की तरह की क्लैड 9 में भी चिकनपॉक्स की तरह बच्चों व किशोरों के शरीर में दाने उभरना, तेज बुखार आना, भूख न लगना, सिर में भारीपन या दर्द रहना, थकान व कमजोरी महसूस होना शामिल है।
चिकनपॉक्स के दाने सामान्य रूप से वायरस के इंफेक्शन के बाद 2 से 3 सप्ताह तक रह सकते हैं। वायरस के संक्रमण की वजह से होने वाले दानों को पपल्स के नाम से जाना जाता है। दाने उभरने के बाद संक्रमित बच्चे या व्यक्ति को बुखार, कमजोरी या सिरदर्द के लक्षण महसूस हो सकते हैं। यह इंफेक्शन दानों में पपड़ी बनने तक जारी रहती है।
वैरिसोला जोस्टर वायरस (क्लैड 9) से बचाव कैसे करें? Prevention Of Varicella Zoster (Clade 9) In Hindi
साफ सफाई पर दें ध्यान
क्लैड 9 से बचाव के लिए आपको पर्सनल हाइजिन पर विशेष ध्यान देना होता है। इस दौरान आपको बाहर से आने के बाद अपने हाथों और पैरों को अच्छी तरह से साफ करना चाहिए।
संक्रमित लोगों से दूरी बनाएं
क्लैड 9 के इंफेक्शन से बचने के लिए आप इससे संक्रमित व्यक्ति से दूरी बनाएं। साथ ही, यदि किसी व्यक्ति को पहले से ही इस वायरल का पता चल चुका है, तो वह अन्य लोगों से मिलना जुलना कम करें। इससे संक्रमण फैलने की दर में कमी आती है।
पर्सनल चीजों को अलग रखें
अगर आपके घर में किसी को क्लैड 9 या किसी अन्य वायरस से चिकनपॉक्स हो गया है, तो ऐसे में आप घर के हर व्यक्ति की चीजों जैसे तौलिया व साबुन को अलग कर दें। इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम होता है।
भीड़-भाड़ वाले स्थान पर जाने से बचें
संक्रमण से बचाव के लिए आप भीड़भाड़ वाले स्थानों से दूरी बनाएं, क्योंकि ज्यादातर वायरस भीड़भाड़ वाले स्थान से ही फैलने का खतरा अधिक होता है। ऐसे में आप पब्लिक ट्रांसपोर्ट, शॉपिंग मॉल व अन्य जगहों पर जाने से बचें।
मास्क का उपयोग करें
संक्रमण से बचने के लिए आप मास्क का उपयोग कर सकते हैं। क्योंकि अधिकतर वायरस छींक के ड्रॉप लेट्स से आपको संक्रमित कर सकते हैं। इससे बचने के लिए मास्क का उपयोग किया जाना फायदेमंद होता है।
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चिकनपॉक्स के लक्षण दिखाई देने पर इसे नजरअंदाज न करें। इसके लक्षण यदि किसी को महसूस हो ऐसे में तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। इसका इलाज कराने से संक्रमण की गंभीरता को कम किया जा सकता है।