
Chagas Disease: चागास रोग एक जानलेवा बीमारी है। एक समय में चागास रोग पूरी तरह से अमेरिका के ग्रामीण क्षेत्रों तक ही सीमित था। लेकिन अब यह बीमारी 44 देशों (कनाडा, संयुक्त राज्य अमेरिका, यूरोपीय, पश्चिमी प्रशांत, अफ्रीकी देशों आदि) में तेजी से अपने पांव पसार रही है। चगास रोग को 'साइलेंट किलर' कहा जाता है क्योंकि इस रोग के हो जाने पर ज्यादातर लोगों में कोई लक्षण नहीं होते हैं या काफी हल्के लक्षण होते हैं। इस वजह से बीमारी का पता देर से चलता है और व्यक्ति की जान जोखिम में पड़ जाती है। वैश्विक स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, दुनिया भर में 60-70 लाख लोग इस रोग से संक्रमित हैं, जिनमें से ज्यादातर लैटिन अमेरिका में हैं। आइए चागास रोग के लक्षण, कारण, इलाज और बचाव के उपायों पर विस्तार से चर्चा करते हैं। इस विषय पर बेहतर जानकारी के लिए हमने लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज में हॉस्पिटल मैनेजमेंट के एचओडी डॉ राजेश हर्षवर्धन से बात की।
चागास रोग क्या है?- What is Chagas Disease

चागास रोग (Chagas Disease) एक परजीवी संक्रमण है, जो ट्रिपैनोसोमा क्रूजी (Trypanosoma Cruzi) नाम के परजीवी के कारण होता है। यह रोग मुख्य रूप से लैटिन अमेरिका के ग्रामीण क्षेत्रों में पाया जाता है, जहां ट्रायटोमाइन बग (किसिंग बग) के जरिए फैलता है। जब ये बग इंसानों का खून चूसते हैं, तो वे अपने मल में परजीवी छोड़ते हैं, जो त्वचा या आंखों के माध्यम से शरीर में प्रवेश करता है। हाल के दशकों में चागास रोग लैटिन अमेरिका से बाहर अन्य क्षेत्रों में भी फैलने लगा है। लैटिन अमेरिका के देशों से लोग अन्य देशों में प्रवास कर रहे हैं, जिससे यह बीमारी नए क्षेत्रों में फैल रही है। संक्रमित रक्त और अंग प्रत्यारोपण के जरिए भी यह रोग फैल सकता है, और विकसित देशों में भी इसके मामले देखे गए हैं। कुछ ग्रामीण इलाकों में घरों की संरचना और सफाई की कमी के कारण इस बीमारी के लिए जिम्मेदार बग आसानी से पनपते हैं, जिससे इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है।
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चागास रोग के लक्षण- Chagas Disease Symptoms
चागास रोग के लक्षणों को दो चरणों में विभाजित किया जाता है: एक्यूट और क्रॉनिक चरण।
एक्यूट चरण:
- यह चरण, इंफेक्शन के 1-2 हफ्तों के भीतर शुरू होता है और 2-8 हफ्तों तक बना रहता है।
- एक्यूट चरण में बुखार, थकान, सूजी हुई लिम्फ नोड्स, सिर दर्द, रैशेज, आंखों के आसपास सूजन, मतली, उल्टी और दस्त जैसे लक्षण नजर आ सकते हैं।
क्रॉनिक चरण:
अगर रोग का इलाज नहीं किया जाता, तो यह क्रॉनिक चरण में प्रवेश कर सकता है, जिसमें गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इस चरण में लक्षण अक्सर वर्षों बाद सामने आते हैं-
- दिल की धड़कन का अनियमित होना
- कार्डियोमायोपैथी
- आंतों और इसोफेगस में सूजन होना
- हार्ट अटैक आना
चागास रोग के कारण- Chagas Disease Causes
चागास रोग का कारण ट्रिपैनोसोमा क्रूजी नाम का परजीवी होता है, जो कई तरीकों से शरीर में प्रवेश कर सकता है-
- परजीवी के मल के जरिए यह रोग फैलता है। बग रात में इंसानों का खून चूसता है और मल छोड़ता है, जिसमें परजीवी मौजूद होता है। व्यक्ति अगर उस क्षेत्र को खरोंचता है, तो परजीवी त्वचा या आंखों के माध्यम से शरीर में प्रवेश कर सकता है।
- संक्रमित रक्त या अंग प्रत्यारोपण के जरिए चागास रोग फैल सकता है।
- गर्भावस्था के दौरान, संक्रमित मां से बच्चे को दूषित रक्त चढ़ाने से यह रोग फैल सकता है।
- संक्रमित बग के काटने से यह रोग फैल सकता है।
चागास रोग का इलाज- Chagas Disease Treatment
- फिलहाल चागास रोग से बचाव के लिए किसी भी तरह की वैक्सीन मौजूद नहीं है।
- चागास रोग के इलाज में मुख्य रूप से एंटी-पैरासिटिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।
- यह इलाज खासतौर पर रोग के शुरुआती चरण में प्रभावी होता है।
- अगर रोग क्रॉनिक हो जाता है, तो बीमारी से जिन अंगों को खतरा है, उन्हें बचाने के लिए जरूरी दवाएं दी जाती हैं। गंभीर मामलों में, सर्जरी भी की जाती है।
- जिन लोगों को चागास रोग हो जाने का डर होता है, उन्हें नियमित रूप से दिल और आंतों की जांच करवानी चाहिए ताकि किसी भी समस्या का समय पर इलाज हो सके।
चागास रोग से बचने के उपाय- Chagas Disease Prevention Tips
चागास रोग से बचने के लिए इन उपायों की मदद ले सकते हैं-
- ट्रिपैनोसोमा क्रूजी बग गंदे, पुरानी दीवारों और छतों में रहते हैं, इसलिए घर की नियमित सफाई करके इनसे बचा जा सकता है।
- इस बग को मारने के लिए कीटनाशकों का इस्तेमाल करें, खासकर उन क्षेत्रों में जहां इन बग का प्रकोप ज्यादा होता है।
- रक्तदान और अंग प्रत्यारोपण से पहले चागास रोग के लिए जांच करना चाहिए ताकि यह संक्रमण फैल न सके।
- खाना बनाते समय और खाने से पहले हाथ अच्छी तरह से धोएं ताकि कोई परजीवी शरीर में प्रवेश न कर सके।
- गर्भवती महिलाओं को चागास रोग के लिए जांच करवानी चाहिए ताकि प्रसव के दौरान बच्चे में संक्रमण का खतरा न हो।
- चागास रोग की प्रारंभिक स्टेज पर जांच और उपचार से इसे कंट्रोल किया जा सकता है। साथ ही, बचाव के उपाय अपनाकर इस रोग से बचाव संभव है।
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