Chronic Venous Insufficiency In Hindi: कई जॉब्स ऐसी होती हैं जिसमें आपको घंटों खड़ा रहना पड़ता है। इसकी वजह से आपके पैरों का ब्लड सर्कुलेशन प्रभावित हो सकता है। आमतौर पर पैरों में दर्द या सूजन हम नजरअंदाज कर जाते हैं। लेकिन, यदि आप लंबे समय तक पैरों से जुड़ी इस समस्या को अनदेखा करते हैे तो ऐसे में यह लक्षण आपकी नसों को प्रभावित कर सकते हैं। इस दौरान कुछ मामलों में लोगों की पैरों की नसें डैमेज हो सकती है या वह सही तरह से कार्य नहीं करती हैं। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि हमारे पैरों की नसों में एक वाल्व मौजूद होता है, जो पैरों के ब्लड को हृदय तक वापस पहुंचाने में मदद करता है। लेकिन, क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी के कारण यह वॉल्व सही तरह से कार्य नहीं कर पाता है। ऐसे में ब्लड का सर्कुलेशन प्रभावित होता है और सूजन की समस्या होने लगती है। इस दौरान कुछ लोगों को अल्सर की पेरशानी भी देखने को मिलती है। इस लेख में डॉ राम मनोहर लोहिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के असिसटेंट प्रोफेसर डॉ संजीत कुमार सिंह से जानते हैं कि पैरों की नसों से जुड़ी समस्या क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी के लक्षण, कारण और इलाज क्या हो सकते हैं।
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी क्या होता है? - What is Chronic Venous Insufficiency In Hindi
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी एक नर्वस सिस्टम से जुड़ा रोग है, यह तब होता है जब आपके पैरों की नसे डैमेज हो जाती हैं। इसके चलते नसों का रक्त प्रवाह प्रभावित होता है और ब्लड हार्ट तक पहुंचना मुश्किल होता है। इस स्थिति से पैरों में रक्त जमा होने लगता है जो नसों पर दबाव उत्पन्न करता है। क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी आपके पैरों की किसी भी नस में डैमेज होने के कारण हो सकता है। इसमें डीप वेंस (Deep veins), सुपरफिशियल वेंस (Superficial veins) और इन दोनों को जोड़ने वाली पीफोरेटिंग वेंस (Perforating veins) को शामिल किया जाता है। शुरुआती दौर में इसके लक्षण हल्के और सामान्य होते हैं। लेकिन, बाद में यह गंभीर हो सकते हैं, जो जीवन को प्रभावित कर सकते हैं।
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी के क्या लक्षण होता है? - Symptoms Of Chronic Venous Insufficiency In Hindi
- रात में पैरों में ऐंठन
- पैरों में दर्द या थकान
- पैरों में जलन, झुनझुनी या "सुई चुभने" जैसी महसूस होगा।
- पैरों की निचले हिस्सों में सूजन होना
- पैरों की भारीपन, घाव और त्वचा मोटी होने के लक्षण।
- वैरिकोज वेन्स।
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी के कारण होते हैं? - Causes Of Chronic Venous Insufficiency In Hindi
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी होने का मुख्य कारण पैरों की नसों में स्थिति वाल्व का ठीक तरह से कार्य न करना होता है। यदि पैरों में स्थिति यह वाल्व डैमेज हो जाता है तो वह ठीक से बंद नहीं हो पाता है। ऐसे में गुरुत्वाकर्षण बल नसों पर दबाव बनाता है। इस स्थिति में रक्त ऊपर जाने की बजाय नीचे की ओर जाने लगता है। इसे venous reflux कहा जाता है।
इस समस्या के कारण जन्म से, प्राथमिक और द्वितीयक हो सकते हैं। जन्मजात में जन्म से ही पैरों की विकृति को शामिल किया जाता है। प्राथमिक कारणों में पैरों की नसों में होने वाले बदलाव को शामिल किया जाता है। जबकि, द्वितीयक कारण में पैरों से जुड़ी समस्याओं जैसे डीप वेन थ्रोम्बोसिस (DVT) को क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी हो सकती है।
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी का इलाज कैसे किया जाता है? - Treatment Of Chronic Venous Insufficiency In Hindi
क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी का इलाज जीवनशैली में बदलाव और कंप्रेशन थेरेपी से किया जाता है। अगर, इससे लक्षणों में सुधार नहीं होता है तो डॉक्टर आपके सर्जरी की सलाह भी दे सकते हैं। आपका उपचार इस बात पर निर्भर करता है कि आपकी स्थिति कितनी गंभीर हो गई है और आपको अन्य चिकित्सीय स्थितियां हैं या नहीं। इसमें डॉक्टर आपको पैरों से जुड़ी एक्सरसाइज करने की सलाह देते हैं। इसके अलावा, कम्प्रेशन थेरेपी में पैरों के दर्द को कम करने के लिए शटॉकिंग और बेंडेज का उपयोग करने की सलाह दी जा सकती है। अगर इनसे आराम नहीं मिलता है, तो डॉक्टर सर्जरी करने की सलाह देते हैं।
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Chronic Venous Insufficiency In Hindi: पैरों की नसों पर बढ़ता दबाव आपके नसों से जुड़ी समस्याएं जैसे डीप वेन थ्रमबोसिस या क्रॉनिक वेन्स इंसफीसियंसी का कारण बन सकती हैं। इस दौरान शुरू में पैरों में दर्द, सूजन और ऐंठन हो सकती है। इस समस्या को अनदेखा करना नुकसानदायक हो सकता है ऐसे में आप तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
FAQ
पैरों की नसों में दर्द होने के क्या कारण हैं?
पैरों की नसों में दर्द के कारण में गठिया, विटामिन की कमी, नसों का डैमेज होना और डायबिटीज की समस्या हो सकती है।नसों में दर्द किसकी कमी से होता है?
कुछ प्रमुख विटामिनों की कमी, जैसे विटामिन बी12, विटामिन बी6 और विटामिन बी1 की कमी से भी नसों में दर्द हो सकता है।पैरों की नसों में दर्द को कैसे कम करें?
पैरों की नसों के दर्द को दूर करने के लिए आप गर्म और ठंडी सिकाई कर सकते हैं। ऐसे में आप गर्म पानी में नमक को मिलाकर पैरों की सिकाई करें।