Causes and Treatments for Adult Bedwetting: आपने आमतौर पर बच्चों को बिस्तर गीला करते हुए देखा होगा। यह समस्या बहुत आम होती है। हालांकि, बिस्तर गीला करने की परेशानी अजीब तब लग सकती है, जब व्यस्क लोग सोते समय बिस्तर को गीला कर देते हैं। जी हां, व्यसक लोग भी बच्चों की तरह रात में बिस्तर गीला कर सकते हैं। हालांकि, हम सभी के लिए इस स्थिति के पीछे की वजह जानना बहुत जरूरी हो जाता है। आज के इस आर्टिकल में हम डॉ. आशुतोष सिंह, वरिष्ठ सलाहकार - यूरोलॉजी, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Ashutosh Singh, Sr. Consultant - Urology, Metro Hospital, Noida) से जानेंगे कि व्यस्क लोग किन कारणों से बिस्तर गीला कर सकते हैं। आइए इन कारणों के बारे में डॉक्टर से जान लेते हैं:
बच्चों ही नहीं वयस्कों में भी हो सकती है बिस्तर गीला करने की समस्या?- Bed Wetting Problem Can Occur in Adults Also
डॉ. आशुतोष सिंह के मुताबिक, वयस्कों में बिस्तर गीला करने की स्थिति को नोक्टर्नल एन्युरेसिस (Nocturnal Enuresis) कहा जाता है। इस स्थिति में सोते समय 18 वर्ष या उससे अधिक उम्र के व्यक्ति न चाहते हुए भी बिस्तर पर टॉयलेट कर देते हैं। इस स्थिति के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए, डॉ. अक्षय चुघ, सलाहकार - आंतरिक चिकित्सा, मेट्रो अस्पताल, नोएडा (Dr. Akshay Chugh, Consultant - Internal Medicine, Metro Hospital, Noida) ने बताया कि बिस्तर गीला होने की समस्या आमतौर पर बच्चों से जुड़ी होती है। हालाँकि, उम्र के साथ यह स्थिति वयस्कों में भी हो सकती है। आइये अब इस समस्या के पीछे के कारण जान लेते हैं।
वयस्कों में बिस्तर गीला करने के क्या कारण हैं?- What are the Causes of Bedwetting in Adults
वयस्कों में बिस्तर गीला होने के कारण विभिन्न हो सकते हैं और सही इलाज के लिए इसके मूल कारणों को पहचानना बहुत जरूरी है। इन कारणों को शारीरिक, मानसिक और जीवनशैली से जुड़े कारकों में बांटा जा सकता है।
1. फिजिकल कारण- Physical Causes
- मूत्राशय की समस्या (Bladder problems): बिस्तर गीला होने का एक सामान्य कारण ओवरएक्टिव ब्लैडर या मूत्राशय की क्षमता (bladder capacity) में कमी हो सकता है। ओवरएक्टिव ब्लैडर के कारण रात के समय बार-बार पेशाब आ सकती है। इससे बिस्तर गीला हो सकता है।
- स्लीप एपनिया (Sleep Apnea): जिन व्यक्तियों को ऑब्स्ट्रक्टिव स्लीप एपनिया है, उन्हें नींद के दौरान सांस रुकने की समस्या होती है। यह ब्लैडर की नियंत्रण प्रणाली को बाधित कर सकता है और बिस्तर गीला हो सकता है।
- हार्मोन असंतुलन (Hormone Imbalance): हार्मोन वेसोप्रेसिन (Hormone Vasopressin) मूत्र के उत्पादन को नियंत्रित करता है। जब इस हार्मोन का प्रोडक्शन कम होता है, तो रात के समय ज्यादा टॉयलेट बनती है, जिससे बिस्तर गीला हो सकता है।
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- तंत्रिका-तंत्र विकार (Nervous System Disorders): दिमाग से ब्लैडर को कंट्रोल करने वाले संकेतों में हस्तक्षेप करने वाली बीमारियां जैसे मल्टीपल स्केलेरोसिस, पार्किंसन रोग या स्पाइनल कॉर्ड इंजरी वयस्कों में बिस्तर गीला होने का कारण बन सकती हैं।
- मूत्र मार्ग संक्रमण (UTI): मूत्र मार्ग (Urinary Tract) के संक्रमण के कारण ब्लैडर में जलन हो सकती है, जिससे ज्यादा टॉयलेट आती है और बिस्तर गीला होने की समस्या रह सकती है।
- दवाइयां: कुछ दवाइयां, जैसे डायरेटिक्स (पानी निकालने वाली दवाइयां) या हाई ब्लड प्रेशर की दवाइयां, टॉयलेट के प्रोडक्शन को बढ़ा सकती हैं और बिस्तर गीला होने का कारण बन सकती हैं।
2. मानसिक कारण- Mental Causes
- तनाव और चिंता: मानसिक तनाव या चिंता के बढ़ने से भी व्यक्ति को बिस्तर गीला करने की समस्या हो सकती है। यह ब्लैडर पर दबाव डाल सकता है और गहरी नींद में बिस्तर गीला हो सकता है।
- डिप्रेशन: डिप्रेशन से पीड़ित व्यक्ति की नींद और ब्लैडर कंट्रोल में बदलाव हो सकते हैं, जो बिस्तर गीला होने की समस्या का कारण बन सकते हैं।
3. जीवनशैली के कारण- Lifestyle Factors
- ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन: सोने से पहले ज्यादा तरल पदार्थों का सेवन, खासकर कैफीन या अल्कोहल, टॉयलेट के प्रोडक्शन को बढ़ा सकता है और रात के समय बिस्तर गीला कर सकता है।
- अच्छी नींद की आदतों में कमी: अनियमित नींद पैटर्न, अपर्याप्त नींद और नींद संबंधी विकार भी वयस्कों में बिस्तर गीला होने का कारण बन सकते हैं।
वयस्कों में बिस्तर गीला करने का उपचार- Treatment of Bedwetting in Adults
बता दें कि वयस्कों में बिस्तर गीला होने का उपचार इसके कारण पर निर्भर करता है। इस स्थिति से बचने के लिए चिकित्सीय सलाह लेना बहुत जरूरी है।
1. व्यवहारिक उपचार (Behavioral Treatment)
- बिस्तर गीला होने के उपचार के लिए एक सामान्य उपचार मूत्राशय प्रशिक्षण (Bladder Training) है। इसमें नियमित अंतराल पर बाथरूम जाना शामिल होता है, जिससे ब्लैडर को ज्यादा टॉयलेट होल्ड करने की आदत हो।
- सोने से पहले तरल पदार्थों का सेवन कम करने और शराब या कैफीन से बचने से भी बिस्तर गीला होने की समस्या को कम किया जा सकता है।
2. जीवनशैली में बदलाव (Lifestyle Changes)
- भोजन में मसालेदार या खट्टे खाद्य पदार्थों से बचना और सोने से पहले भोजन को कम करना भी फायदेमंद हो सकता है। इससे बिस्तर गीला होने की घटनाओं को कम किया जा सकता है।
- अगर कोई व्यक्ति स्लीप एपनिया या मोटापे से पीड़ित हैं, तो उनके लिए वजन घटाना फायदेमंद है। इस तरह बिस्तर गीला होने की समस्या को कम कर सकते हैं।
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ब्लैडर को मजबूती देने के लिए आप ऊपर बताए टिप्स को फॉलो कर सकते हैं। बता दें कि दुर्लभ मामलों में अगर मूत्राशय (Bladder) या मूत्रमार्ग (Urethra) में स्ट्रक्चरल समस्या हो, तो सर्जरी की आवश्यकता हो सकती है। इस स्थिति में आपको अनुभवी डॉक्टर की सलाह जरूर लेनी चाहिए।
FAQ
बार-बार पेशाब आना कौन सी बीमारी का संकेत है?
आमतौर पर बार-बार पेशाब आने का सबसे आम कारण मूत्र मार्ग संक्रमण ( Urinary Tract Infection) है। हालांकि, इसके अन्य कारण भी हो सकते हैं।1 घंटे में कितनी बार पेशाब जाना चाहिए?
अगर आप दिन में 3-3.5 लीटर पानी पीते हैं, तो हर चार घंटे में टॉयलेट जाना सामान्य है। इससे अलग एक हेल्दी इंसान के लिए एक दिन में 5 से 6 बार पेशाब जाना आम बात है।रात में नींद में पेशाब आना कैसे बंद करें?
रात में बार-बार पेशाब आने की समस्या से बचाव के लिए। पहले लिक्विड का सेवन सीमित करें, कैफीन और अल्कोहल से बचें, सोने से पहले बाथरूम का उपयोग करें और नियमित रूप से व्यायाम करें।