
क्रॉनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (सीओपीडी) फेफड़ों से संबंधित समस्या है। इस समस्या से आज दुनियाभर के लाखों लोग प्रभावित है। इस समस्या में व्यक्ति को सांस लेने में परेशानी व सीने में जकड़न महसूस होती है। इससे व्यक्ति को रोजाना के काम करने में भी दिक्कत आती है। वहीं, सीओपीडी की वजह से व्यक्ति हमेशा थकान और कमजोरी महसूस करता है। वैसे, तो सीओपीडी होने के पीछे कई कारक जिम्मेदार होते हैं। इस लेख में नारायणा अस्पताल के पल्मोनोजॉजी और स्लीप मेडिसिन विभाग के सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवनीत सूद से जानते हैं सीओपीडी के दौरान सीने में जकड़न के कारण क्या हो सकते हैं। साथ ही, सीने जकड़न व अन्य लक्षणों के बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।
सीओपीडी में सीने में जकड़न के कारण - Causes Of Chest Tightness In COPD Patients In Hindi
वायुमार्ग (Airways) में सूजन और सिकुड़न
सीओपीडी में, सिगरेट के धुएं या प्रदूषण जैसे ट्रिगर के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण वायुमार्ग में सूजन और संकुचन हो सकता है। इस सूजन और संकुचन से सीने में जकड़न होने लगती है, जिससे सीओपीडी वाले व्यक्तियों के लिए सांस लेना मुश्किल होती है।
ब्रोंकोस्पाज्म (Bronchospasm)
ब्रोंकोस्पाज्म, या वायुमार्ग के आसपास की मांसपेशियों का अचानक संकुचन, सीओपीडी में एक सामान्य कारण मानाज जाता है। एलर्जी या श्वसन संक्रमण जैसे विभिन्न कारक ब्रोंकोस्पाज्म एयर फ्लो को और अधिक बाधित करके और फेफड़ों में ऑक्सीजन और कार्बन डाइऑक्साइड को बाधित करके सीने में जकड़न पैदा कर सकता है।
अत्यधिक बलगम बनना
सीओपीडी के चलते अक्सर सांस लेने के वायु मार्ग में बलगम का बनने लगता है, जो क्रोनिक ब्रोंकाइटिस की स्थिति बनता है। यह सीओपीडी के दो मुख्य उपप्रकारों में से एक है। वायुमार्ग में बलगम जमा होने से सीने में जकड़न हो सकती है, क्योंकि इससे वायुप्रवाह बाधित होती है और रोगी को सांस लेने में दिक्कत हो सकती है।
फेफड़ों की हाइपरइंफ्लेशन
सीओपीडी में, डैमेज एयर शैक (alveoli) की इलास्टिसिटी (Elasticity) खराब होने लगती है। इससे लंग्स में हाइपरइंफ्लेशन हो जाती है। इस हाइपरइंफ्लेशन के कारण डायाफ्राम का खराब हो सकता है और छाती फैल सकती है, ऐसे में रोगी की छाती क्षेत्र में जकड़न और असुविधा महसूस हो सकती है।
सीओपीडी में सीने में जकड़न के लक्षण - Symptoms Of Chest Tightness In COPD Patients In Hindi
- सांस की तकलीफ (डिस्पेनिया): सीओपीडी में सीने में जकड़न अक्सर डिस्पेनिया या सांस की तकलीफ के रूप में उभरती है। सिगरेट का धुआं इस स्थिति का ट्रिगर प्वाइंट मान सकते हैं। इस दौरान फेफड़ों में पर्याप्त ऑक्सीज नहीं पहुंच पाती है।
- घरघराहट (Wheezing): इस समस्या में रोगी के द्वारा सांस लेने के दौरान तेज सीटी की आवाज आती है। इस दौरान सीने में जकड़न एक आम लक्षण माना जाता है।
- खांसी: सीओपीडी में लगातार खांसी एक आम लक्षण है, जो अक्सर सीने में जकड़न के साथ होती है। खांसी उत्पादक हो सकती है, जिससे वायुमार्ग से बलगम बाहर निकल सकता है, या सूखी और अनुत्पादक हो सकती है, जिससे सीओपीडी के रोगियों द्वारा अनुभव की जाने वाली असुविधा बढ़ सकती है।
- सीने में असुविधा या दर्द: सीओपीडी में सीने में जकड़न कभी-कभी छाती दर्द के साथ हो सकती है। यह लक्षण हल्का और लंबे समय तक महसूस हो सकता है। ऐसे में आपको डॉक्टर के पास जाना पड़ सकता है।
- थकान में रहना: सीने में जकड़न और संबंधित लक्षण किसी व्यक्ति की शारीरिक गतिविधियों को कम कर सकते हैं। दरअसल, सीओपीसी में सीने में जकड़न होने से आपको हमेशा थकान महसूस हो सकती है।
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यह फेफड़ों से जुड़ा रोग है, जो आपकी लाइफस्टाइल को प्रभावित कर सकता है। इससे बचने के लिए आप नियमित रूप से योग और एक्सरसआइज कर सकते हैं। इससे आपके लंग्स की कार्यक्षमता बेहतर होती है और आपको सांस लेने में दिक्कत नहीं होती है।
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