आजकल की तेज और तनाव वाली लाइफस्टाइल का सीधा असर महिलाओं के स्वास्थ्य पर पड़ रहा है, जिसके कारण इनफर्टिलिटी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं। खासकर यूट्रस (गर्भाशय) से जुड़ी समस्याओं से महिलाएं सबसे ज्यादा परेशान रहती हैं। बढ़ते मानसिक तनाव, अनहेल्दी डाइट, फिजिकल एक्टिविटी की कमी के कारण हार्मोनल इंबैलेंस जैसी समस्याएं हो रही हैं, जिसके कारण महिलाओं में यूट्रस की बीमारियों का खतरा बढ़ गया है। पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), एंडोमेट्रियोसिस, यूट्रस फाइब्रॉएड और यहां तक कि यूट्रस कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां आजकल आम हो गई हैं, जिसके कारण कई बार महिलाओं को यूट्रस सर्जरी भी करवानी पड़ती है। यूट्रस यानी बच्चेदानी की सर्जरी से पहले एक महिला के मन में अनेक सवाल उठते हैं, जैसे कि यूट्रस का ऑपरेशन कैसे होता है? और क्या बच्चेदानी सर्जरी के बाद सामान्य जीवन संभव है? इस बारे में ज्यादा जानकारी के लिए हमने दिल्ली के आनंद निकेतन में स्थित गायनिका: एवरी वुमन मैटर की सीनियर कंसल्टेंट, ऑब्सटेट्रिक्स और गायनेकोलॉजिस्ट डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन से बात की है।
क्या बच्चेदानी सर्जरी के बाद सामान्य जीवन संभव है?
डॉ. (कर्नल) गुंजन मल्होत्रा सरीन ने बताया कि बच्चेदानी की सर्जरी के बाद शरीर में कई शारीरिक बदलाव आते हैं। सर्जरी के बाद मासिक धर्म यानी पीरियड्स नहीं आते। इस कारण, शरीर में हार्मोनल असंतुलन हो सकता है, जिससे मूड स्विंग्स, हॉट फ्लैश और यौन इच्छा में कमी आ सकती है। बच्चेदानी सर्जरी के बाद महिलाओं को मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। शरीर में होने वाले हार्मोनल बदलाव, महिलाओं में चिंता और तनाव की समस्या को बढ़ा सकते हैं। यूट्रस की सर्जरी के बाद तनाव के कारण कई महिलाओं के आत्मविश्वास में भी कमी आ जाती है। हालांकि, डॉक्टर की सलाह के साथ महिलाएं मानसिक रूप से खुद को मजबूत बना सकती हैं।
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यौन स्वास्थ्य और जीवन पर असर
बच्चेदानी की सर्जरी के बाद यौन स्वास्थ्य पर भी असर पड़ सकता है। कई महिलाएं चिंता करती हैं कि क्या सर्जरी के बाद उनका यौन जीवन सामान्य रहेगा। डॉक्टर का कहना है कि कुछ महिलाएं सर्जरी के बाद बेहतर यौन अनुभव महसूस करती हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि सर्जरी के बाद गर्भाशय से जुड़ी बीमारियों और दर्द से छुटकारा मिल जाता है। हालांकि, हार्मोनल इंबैलेंस या अन्य कारणों से कुछ महिलाओं को यौन इच्छा में कमी महसूस हो सकती है।
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डाइट पर ध्यान दें
बच्चेदानी सर्जरी के बाद पोषण बहुत जरूरी होता है। सही डाइट आपकी रिकवरी को तेज कर सकती है और आपके शरीर को जरूरी पोषक तत्व प्रदान कर सकती है। डाइट में ज्यादा से ज्यादा हरी पत्तेदार सब्जियां, फलों, प्रोटीन और हेल्दी फैट्स को शामिल करना चाहिए। साथ ही, सर्जरी के बाद डॉक्टर की सलाह अनुसार आयरन, कैल्शियम और विटामिन डी की खुराक भी बढ़ानी चाहिए। ऐसा इसलिए, क्योंकि हार्मोनल बदलावों के कारण हड्डियों की कमजोरी हो सकती है।
बच्चेदानी की सर्जरी के बाद जीवन सामान्य हो सकता है, लेकिन इसके लिए धैर्य और सही देखभाल की जरूरत होती है। सर्जरी के बाद महिलाओं को अपने शरीर को समय देना चाहिए और डॉक्टर की सलाह का पालन करना चाहिए। सही उपचार, फिटनेस, डाइट और मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान देकर महिलाएं फिर से एक सामान्य और स्वस्थ जीवन जी सकती हैं।
निष्कर्ष
बच्चेदानी सर्जरी के बाद एक सामान्य और हेल्दी लाइफ पूरी तरह से संभव है। यह सर्जरी कई महिलाओं को स्वास्थ्य समस्याओं से राहत देती है। उचित देखभाल के साथ, महिलाएं फिर से एक सामान्य और एक्टिव लाइफ जी सकती हैं।
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