क्या डायबिटीज का इलाज है (Can we reverse diabetes)? ये प्रश्न अक्सर हमारे मन में आता है। तो, डॉ छवि अग्रवाल (Dr. Chhavi Agrawal) एसोसिएट कंसल्टेंट, डायबिटीज / एंडोक्रिनोलॉजी, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स हार्ट इंस्टीट्यूट, ओखला, नई दिल्ली की मानें तो, डायबिटीज को कंट्रोल किया जा सकता है पर, उसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता। डॉ. छवि बताती हैं कि डायबिटीज को रिवर्स करने के लिए आमतौर पर सिर्फ दो चीजे ही काम करती हैं। पहला लो कार्ब डाइट और दूसरा सर्जरी। पर इन दोनों के जरिए डायबिटीज कंट्रोल करने में एक लंबा समय लगता है। अगर हम लो कैलोरी डाइट की भी बात करें, तो डायबिटीज के मरीजों के लिए लंबे समय तक लो कैलोरी डाइट लेने के कुछ अपने ही नुकसान हैं। जैसे कि इससे शरीर कमजोर हो जाता है और कुछ जरूरी माइक्रोन्यूट्रिएंट्स की कमी हो जाती है। ये माइक्रोन्यूट्रिएंट्स शरीर के बाकी काम काज के लिए जरूरी होते हैं और इनकी कमी इनमें रूकावट पैदा करती है, जिससे शरीर को अन्य नुकसान होते हैं। तो, हमें डायबिटीज को रिवर्स करने का एक स्मार्ट तरीका अपनाना चाहिए। तो, आइए जानते हैं कुछ डायबिटीज रिवर्सल टिप्स।
डायबिटीज रिवर्स टिप्स- Diabetes reversal tips
1. कार्ब्स को मैनेज करना सीखें
कार्बोहाइड्रेट या कार्ब्स, आमतौर पर स्टार्च से भरपूर होते हैं और ये पचने पर ग्लूकोज में बदल जाते हैं। जब ग्लूकोज हमारे खून में प्रवेश करता है, तो इसे ब्लड ग्लूकॉज और ब्लड शुगर कहा जाता है। भोजन में जितना अधिक कार्बोहाइड्रेट खाया जाता है, शुगर उतनी ही तेजी से बढ़ता है। इसलिए आपको हाई शुगर और कार्ब्स से भरपूर फूड्स लेने से बचना चाहिए जैसे कि कुछ फल, ब्रेड, चावल, पास्ता और आलू। इसके साथ ही आपको इस बात का भी खास ध्यान रखना है कि आपको सिंपल कार्ब्स लेने से बचना चाहिए। क्योंकि इन्हें आपका शरीर तुरंत पचाता है और शुगर स्पाइक को बढ़ा देता है। ऐसे में आपको कॉमपेल्स कार्ब्स का सेवन करना चाहिए जो कि पाचन तंत्र के लिए जटिल होते हैं और धीमे-धीमे पचते हैं और ब्लड शुगर के अचानक स्पाइक से बचाते हैं।
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2. कैलोरी कम करें
डायबिटीज में कैलोरी का सेवन कम करना बेहद जरूरी है। पर इस दौरान ध्यान देने वाली बात ये है कि आपको कैलोरी को पूरी तरह से कम नहीं करना बल्कि इसे मैनेज करना है। क्योंकि कैलोरी कम करने के चक्कर में आपके शरीर के कुछ माइक्रोन्यूट्रिएंट्स कम हो जाते हैं और ये आपको कमजोर बना देता है। ऐसे में आपको प्रोटीन, मिनरल्स और विटामिन्स से भरपूर चीजों को शामिल करना चाहिए। साथ ही रोटी, चावल और इस जैसे अनाजों से बचें और मोटे अनाजों का सेवन करें। साथ ही आप अपने कार्ब्स को आराम से बांट कर मैनेज कर सकते हैं। जैसे कि आपके डायटिशियन ने आपके लिए जितनी कैलोरी तय की हो उसे नाश्ता, लंच और डिनर में बांटें और फिर इसका सेवन करें।
3. प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन करें
प्रोटीन से भरपूर चीजें सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है। डायबिटीज में आपको अपने नाश्ते, लंच और डिनर तीनों में ही प्रोटीन की मात्रा को संतुलित करना है। इसके लिए मुख्य तौर पर प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों जैसे कि अंडा, मीट, समुद्री भोजन और टोफू शामिल करें। अगर आप शाकाहारी हैं तो आपको प्रोटीन से भरपूर दाल, नट्स और पनीर आदि को शामिल करना चाहिए। प्रोटीन आपके सेलुलर हेल्थ को बेहतर बनाता है और इसके काम काज सही रखता है। इसके अलावा शरीर को एनर्जी देने के लिए भी प्रोटीन की जरूरत होती है।
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4. लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स लें
लो ग्लाइसेमिक इंडेक्स वाले फूड्स डायबिटीज के मरीजों के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं। क्योंकि ये ब्लड शुगर के स्पाइक को रोकते हैं और इसे मैनेज करने में मदद करते हैं। ये दूसरे बीमारियों के खतरे को कम करते हैं, जैसे कि दिल की बीमारियां, स्ट्रोक और नर्व्स और किडनी डैमेज। साथ ही कोशिश करें कि उन लोग जीआई फूड्स का सेवन करें जिनमें फाइबर की मात्रा ज्यादा हो और वो मेटाबोलिज्म को ठीक रखने में भी मददगार हो।
5. फैटी फूड्स का सेवन कम करें
फैटी फूड्स डायबिटीज को सीधे तौर पर तो प्रभावित नहीं करते पर इसे दूसरी तरह से प्रभावित करते हैं। जैसे कि जब भी आपका हाई फैट्स वाली चीजों को खाते हैं, तो इसके साथ आपके शरीर में बहुत सारे अनहेल्दी कार्ब्स चले जाते हैं। ऐसा इसलिए कि फैटी फूड्स में अनहेल्दी कार्ब्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है। जैसे कि डोनट्स और फ्रेंच फ्राइज़, जो कि ज्यादातर कार्बोहाइड्रेट और अनहेल्दी फैट्स से बने होते हैं। इसलिए पहले तो फैटी फूड्स कम लें और अगर ले भी हो ओमेगा-3 से भरपूर फूड्स का सेवन करें।
6. वजन कंट्रोल करें
मोटापा आपको डायबिटीज का शिकार बना सकता है। जी हां, जैसे जैसे आपका वजन बढ़ता जाता है, शरीरिक गतिविधियां कम होने लगती हैं। ऐसे में शरीर में इंसुलिन का प्रोडक्शन भी कम होने लगता है। इंसुलिन का प्रोडक्शन जब बढ़ जाता है तो शरीर उतनी तेजी से शुगर नहीं पचा पाता है जितनी तेजी से शरीर में शुगर बनता है। एक समय के बाद स्थिति ऐसी आ जाती है कि आपका शरीर प्रभावी तौर पर शुगर नहीं पचा पाता है और उसी शुगर को आपके खून में भेजने में लगता है। इस तरह ये हाई ब्लड शुगर का कारण बनता है और डायबिटीज को बढ़ाता है।
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7. एक्टिव रहें और एक्सरसाइज करें
शरीर में नेचुरल तरीके से शुगर पचाने का एक तरीका ये है कि आपको उन चीजों को ज्यादा से ज्यादा करना चाहिए जिससे कि आपका पसीना निकले। इसलिए डायबिटीज के मरीजों को ज्यादा से ज्यादा एक्टिव रहना चाहिए। इसके पीछे एक तथ्य ये भी होता है कि जितना आपका बैली फैट कम होगा, उतना ही इंसुलिन रेजिस्टेंस होने का खतरा कम होगा। साथ ही एक्सरसाइज करना बेहद जरूरी है। क्योंकि एक्सरसाइज करने से ना सिर्फ आपका वजन कंट्रोल रहता है बल्कि ये शुगर पचाने में भी मददगार है। साथ ही ये दिल की बीमारियों के खतरे को भी कम करता है। इसलिए रोजाना 30 से 40 मिनट एक्सरसाइज जरूर करें।
कुछ विटामिन डायबिटीज कंट्रोल करने में एक प्रभावी भूमिका निभाते हैं। जैसे कि विटामिन बी, जो कि सेलुलर स्वास्थ्य को सही रखते हैं और शुगर पचाने की क्रिया में एक जरूरी भूमिका निभाते हैं। वहीं विटामिन सी शरीर को कुछ उन एंटीऑक्सीडेंट्स से भरपूर हैं जो कि शरीर में इंफ्लेमेशन को कम करते हैं और ऑक्सीडेटिव तनाव से बचाते हैं। इसके साथ ही आपको अपने हाइड्रेशन का भी खास ख्याल रखना चाहिए जो कि बायोकेमिकल रिएक्शन को बेहतर बनाते हैं और मेटाबोलिज्म को सही रखने में मदद करते हैं। तो, इस तरह आप इन टिप्स को फॉलो करके डाइप 2 डायबिटीज को कंट्रोल कर सकते हैं और इसे बढ़ने से रोक सकते हैं। इसके अलावा कुछ ऐसे हर्ब्स और जड़ी बूटियां भी हैं, जो कि डायबिटीज को कंट्रोल करने में हमारी मदद करते हैं।
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