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मैदा खाने से हो सकती हैं कई स्वास्थ्य समस्याएं, जानें इस बारे में क्या है न्यूट्रिशनिस्ट की राय

कई भारतीय व्यंजनों को बनाने में मैदा का इस्तेमाल किया जाता है। मैदा से बनी चीजें खाने में स्वादिष्ट होती हैं, लेकिन इससे सेहत को नुकसान हो सकता है। आइए मैदा खाने से होने वाली परेशानियों के बारे में जानते हैं। 
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मैदा खाने से हो सकती हैं कई स्वास्थ्य समस्याएं, जानें इस बारे में क्या है न्यूट्रिशनिस्ट की राय


हम सभी मैदा से बनी चीजों को बड़े चाव से खाते हैं। मैदा का इस्तेमाल भारतीय व्यंजनों तक सीमित नहीं है। नमकीन से लेकर पिज्जा तक हर चीज में मैदा का इस्तेमाल होता है। हालांकि, अक्सर माताएं बच्चों को मैदा का सेवन काम करने की सलाह देती नजर आती हैं। उनका मानना है कि मैदा बच्चों की आंतों में जमकर, उन्हें बहुत बीमार बना सकता है। इससे लोगों को पेट की कब्ज और अपच जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। मैदा लगभग सभी जंक फूड में डाली जाती है। बाहर के खाने में मैदा का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है। हम सभी जानते हैं कि मैदा का सेवन हमारी सेहत के लिए फायदेमंद नहीं है, इसके बाद भी बहुत चाव से मैदा से बनी चीजों का सेवन करते हैं। आपको जानकर शायद हैरानी नहीं होगी कि मैदा के सेवन से आप कई तरह की छोटी-बड़ी समस्याओं के शिकार हो सकते हैं। आइए इस बारे में न्यूट्रिशनिस्ट ख्याति रुपानी के इंस्टाग्राम वीडियो से जानते हैं।        

मैदा शरीर के लिए हानिकारक क्यों है?

Refined flour

आमतौर पर हम सभी न्यूट्रिएंट्स से भरपूर चीजें खाना पसंद करते हैं। हालांकि, मैदा इसके विपरीत काम करती है। दरअसल, मैदा में प्रोटीन, विटामिन, मिनरल्स और फाइबर की मात्रा कम होती है। इसके अलावा, मैदा में उन चीजों की मात्रा ज्यादा होती है, जिनसे सेहत को सिर्फ नुकसान हो सकता है। जैसे कि ग्लाइसेमिक इंडेक्स, खराब कोलेस्ट्रॉल और ग्लूटेन की मात्रा ज्यादा होती है। यही कारण है कि मैदा शरीर में फायदों की जगह नुकसान ज्यादा करती है। इसके साथ ही, मैदा को सफेद रंग देने के लिए बेंजोइल पेरोक्साइड नाम के एक हानिकारक केमिकल का इस्तेमाल किया जाता है। यही कारण है कि माताएं बच्चों को मैदा का सेवन करने के लिए मना करती हैं।

मैदा खाने से हो सकती हैं ये समस्याएं

डायबिटीज का रहता है खतरा

मैदा बनाने की प्रक्रिया में कई जरूरी पोषक-तत्व खत्म हो जाते हैं। इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स ज्यादा होता है, जिससे खून में ग्लूकोज जमा हो सकता है। ऐसे में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है। बता दें कि मैदा में मौजूद ब्लीचिंग एजेंट डायबिटीज के मरीजों के लिए नुकसानदायक होते हैं।  

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कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ता है

मैदा का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल का स्तर बढ़ सकता है। दरअसल, मैदा में स्टार्च की ज्यादा मात्रा होती है। इससे मोटापा बढ़ने का खतरा भी बढ़ जाता है। मैदा के ज्यादा सेवन से शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लीसराइड का स्तर बढ़ सकता है।

हड्डियां होती हैं कमजोर

मैदा का ज्यादा सेवन करने से हड्डियां कमजोर होती हैं। दरअसल, मैदा में प्रोटीन की मात्रा कम होती है। यह एसिडिक बन जाता है, जो हड्डियों से कैल्शियम को सोखने का काम करता है। अगर आप रोजाना ज्यादा मैदा खाते हैं, तो इससे हड्डियों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।  

पाचन संबंधी समस्याएं

अगर आप मैदा का ज्यादा सेवन करते हैं, तो इससे पाचन से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं। मैदा आंत के लिए नुकसानदायक होती है। इसमें फाइबर नहीं होता है, जिससे यह पचने में समय लगाती है। ऐसे में मैदा खाने से कब्ज, अपच और एसिडिटी जैसी पेट से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं।

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मैदा के कारण कई बीमारियां हो सकती हैं। यह हमारी ओवरऑल हेल्थ नुकसान पहुंचा सकता है। यही कारण है कि आपको मैदा और मैदा से बनी चीजों को खाने से बचना चाहिए। इस तरह आप खुद को कई बीमारियों की चपेट में आने से बचा सकते हैं।  

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