आजकल बिगड़े हुए लाइफस्टाइल और अनहेल्दी डाइट के कारण कोलेस्ट्रॉल हाई होने की समस्या आम बात होती है। अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ा हुआ होता है, तो कई गंभीर समस्याएं होने का खतरा बढ़ सकता है। ऐसे में कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना बहुत जरूरी हो जाता है। बता दें कि कोलेस्ट्रॉल एक वैक्स जैसा पदार्थ होता है, जो शरीर की हर कोशिका में पाया जाता है। गुड कोलेस्ट्रॉल शरीर के लिए जरूरी होता है। हालांकि, इसकी मात्रा ज्यादा होने पर व्यक्ति को दिल से जुड़ी समस्याएं और स्ट्रोक आने का खतरा बढ़ा जाता है। आमतौर पर कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करने के लिए लोग दवाइयों का सेवन शुरू करते हैं, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इन दवाइयों की जरूरत शरीर को किस समय होती है? अगर नहीं, तो आज के इस आर्टिकल में हम कोलेस्ट्रॉल की दवाई शुरू करने के सही समय के बारे में जानेंगे। यह जानकारी इंस्टाग्राम पर डाइटीशियन लवलीन कौर द्वारा साझा की गई है। आइए इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
कोलेस्ट्रॉल क्या है और कितने प्रकार का है?
कोलेस्ट्रॉल, शरीर में बनने वाला एक फैट है, जो खराब डाइट और बिगड़े हुए लाइफस्टाइल के कारण शरीर में बढ़ने लग जाता है। कोलेस्ट्रॉल 2 प्रकार का होता है। पहला एचडीएल कोलेस्ट्रॉल होता है, जिसे 'अच्छा' कोलेस्ट्रॉल कहते हैं। वहीं, दूसरा एलडीएल कोलेस्ट्रॉल होता है, जिसे 'खराब' कोलेस्ट्रॉल कहा जाता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल की सीमित मात्रा का होना बहुत जरूरी होता है। इससे शरीर में हार्मोन, विटामिन-डी और खाना पचाने में मदद करने वाले तत्व बनाए जाते हैं। आइए जानते हैं कि कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी किन 3 बातों का ख्याल रखना चाहिए।
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कोलेस्ट्रॉल से जुड़ी 3 बातों का जरूर रखें ख्याल
ट्राइग्लिसराइड टेस्ट कराएं
अगर आपके शरीर में बैड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा ज्यादा है, तो आपको ट्राइग्लिसराइड टेस्ट करवाना चाहिए। यह टेस्ट ब्लड में ट्राइग्लिसराइड की मात्रा को मापने के लिए किया जाता है। यह टेस्ट दिल से जुड़ी समस्याओं के जोखिम का पता लगाता है। इस टेस्ट के लिए आपको सुबह में 9 से 12 घंटे तक उपवास करना होता है।
एचडीएल टेस्ट कराएं
बता दें कि एचडीएल टेस्ट के लिए आपकी बांह की नस से खून निकाला जाता है।इस टेस्ट से ब्लड में एचडीएल (हाई-डेंसिटी लिपोप्रोटीन) कोलेस्ट्रॉल की मात्रा को मापा जाता है। एचडीएल कोलेस्ट्रॉल को "अच्छा" कोलेस्ट्रॉल माना जाता है।
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ट्राइग्लिसराइड और एचडीएल को डिवाइड करें
आखिर में आपको ट्राइग्लिसराइड से एचडीएल को डिवाइड करना चाहिए। अगर आपका रेश्यो 1.5 से कम निकलता है, तो इसका मतलब है कि आपकी कार्डियोवैस्कुलर हेल्थ बिलकुल ठीक है। ऐसे में आपको दवाइयां खाने की जरूरत नहीं है। हालांकि, आपका ट्राइग्लिसराइड हाई और एचडीएल लो है, तो आपको तुरंत डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव की जरूरत है।
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के लिए क्या खाएं?
अगर आप कोलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करना चाहते हैं, तो डाइट में कुछ हेल्दी चीजों का सेवन कर सकते हैं। ऐसे में आप साबुत अनाज, बीन्स, हाई फाइबर खाद्य पदार्थ, फैटी फिश, फ्लैक्स सीड्स, नट्स, चिया सीड्स, एवोकाडो और सोया जैसी चीजों का सेवन कर सकते हैं। इसके अलावा, आप डेली रूटीन में एक्सरसाइज और वॉक को अहम हिस्सा बना सकते हैं।
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बता दें कि शरीर में कोलेस्ट्रॉल बढ़ने के पीछे कई कारण होते हैं। जैसे कि खराब डाइट, बिगड़ा हुआ लाइफस्टाइल, मेडिकल समस्याएं (मोटापा और डायबिटीज), जेनेटिक समस्या, दवाइयों, शराब का सेवन आदि। इन सभी कारणों से शरीर में हाई कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो सकती है। अगर आप अपने हार्ट का ख्याल रखना चाहते हैं, तो अपने डेली रूटीन में आज ही सुधार कर लें।
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