Can Fibromyalgia Be Cured In Hindi: फाइब्रोमायल्जिया एक किस्म का क्रॉनिक डिसऑर्डर है। इस बीमारी के होने पर व्यक्ति को पूरे शरीर में दर्द और टेंडरनेस बना रहती है। मरीज अक्सर थकान और लो-एनर्जी फील करता है। हालांकि, आज तक यह नहीं पता चला है कि इस बीमारी का मुख्य कारण क्या है? लेकिन, यह तय है कि फाइब्रोमायल्जिया के होने पर मरीज को बहुत ज्यादा असहजता और असुविधा हो सकती है। ऐसे में बहुत जरूरी हो जाता है कि मरीज को फाइब्रोमायल्जिया के लक्षण नजर आते ही अपना इलाज करवाए। फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों की बात करें, तो इसमें हाथ, पांव, नितंब आदि हिस्सों में दर्द होता और रात को सही से नींद भी नहीं आती है। जाहिर है यह कंडीशन सही नहीं है। लेकिन, यहां यह सवाल जरूर उठता है कि क्या फाइब्रोमायल्जिया पूरी तरह ठीक (kya fibromyalgia thik hota hai) हो सकता है? इस बारे में शारदा हॉस्पिटल में Department of Orthopaedic के HOD & Professor डॉ. वी के गौतम से बातचीत की।
क्या फाइब्रोमायल्जिया का इलाज पूरी तरह संभव है?- Can Fibromyalgia Go Away In Hindi
फाइब्रोमायल्जिया एक गंभीर बीमारी है। इस बीमारी के होने पर व्यक्ति दर्द के प्रति हेल्दी लोगों की तुलना में अधिक सेंसिटिव हो जाता है। इसलिए, मरीज को समय पर अपना इलाज जरूर करवाना चाहिए। लेकिन, यहां यह स्पष्ट करना जरूरी है कि फाइब्रोमायल्जिया का पूरी तरह इलाज संभव नहीं है। इस बारे में National Institute Of Arthritis And Musculoskeletal And Skin Diseases ने एक आलेख प्रकाशि किया है। इसमें पुष्टि की गई है कि फाइब्रोमायल्जिया का कोई इलाज नहीं है। हालांकि, ट्रीटमेंट की मदद से इसके लक्षणों को कुछ हद तक मैनेज किया जा सकता है। ट्रीटमेंट में एक्सरसाइज और थेरेपी दी जाती है। इस तरह, शरीर के अलग-अलग हिस्सों में हो रहे दर्द को कुछ हद कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, ट्रीटमेंट के दौरान साइकोलॉजिकल, बिहेवियरल थेरेपी की जाती है और जरूरत पड़ने पर दवा भी दी जाती है।
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फाइब्रोमायल्जिया का रिस्क किसको अधिक रहता है?- Who Is At Risk Of Fibromyalgia In Hindi
वैसे तो फाइब्रोमायल्जिया पुरुष या महिला किसी को भी हो सकता है। हालांकि, फाइब्रोमायल्जिया का रिस्क पुरुषों की तुलना में महिलाओं को अधिक होता है। आपको बताते चलें कि फाइब्रोमायल्जिया बच्चे, वयस्कों और किसी भी उम्र वर्ग के व्यक्ति को प्रभावित कर सकता है।
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फाइब्रोमायल्जिया को कैसे मैनेज करें- Tips To Manage Fibromyalgia In Hindi
फाइब्रोमायल्जिया को मैनेज करने के लिए आप कुछ उपयोगी टिप्स अपना सकते हैं-
- डॉक्टर द्वारा अपना ट्रीटमेंट करवाएं और उनकी परामर्श की हुई दवा समय पर लें।
- नियमित रूप से एक्सरसाइज और थेरेपी सेशंस अटेंड करें। फाइब्रोमायल्जिया के दर्द से राहत पाने के लिए स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज काफी मददगार साबित हो सकते हैं।
- स्लीप थेरेपी भी फाइब्रोमायल्जिया के लक्षणों को कुछ हद तक कम कर सकती है। कोशिश करें कि आप पर्याप्त मात्रा में नींद लें और समय-समय पर रेस्ट लेते रहें। इससे दर्द के अहसास में कमी आएगी।
- स्ट्रेस मैनेजमेंट थेरेपी भी फाइब्रोमायल्जिया में लाभकारी साबित होता है। असल में स्ट्रेस की वजह से फाइब्रोमायल्जिया का प्रभाव बढ़ सकता है। इसलिए, कोशिश करें कि कम से कम तनाव लें।
- जरूरी हो, तो एंटीडिप्रेसेंट दवा लें। लेकिन, इस बारे में डॉक्टर की राय लेना न भूलें।
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