आज की तेज भागदौड़ भरी ज़िंदगी में लोग नेचुकल और घरेलू उपायों की ओर तेजी से बढ़ रहे हैं। दिनभर की थकान और तनाव को कम करने के लिए कई लोग एसेंशियल ऑयल्स (Essential Oils) का इस्तेमाल करते हैं। एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल लोगों के जीवन का एक खास हिस्सा बन चुका है, जिसे नेचुरल, सुरक्षित और प्रभावशाली माना जाता है, तनाव, सिरदर्द, अनिद्रा और स्किन प्रॉब्लम्स के इलाज में। लेकिन जब बात दिल की सेहत की आती है, तो सवाल यह उठता है कि क्या एसेंशियल ऑयल्स हमारे हार्ट हेल्थ के लिए अच्छा होता है या नहीं? आइए कानपुर के पारस हेल्थ के डीएम कार्डियोलॉजी के सीनियर कंसल्टेंट कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. श्रीपाद खैरनार (Dr. Shripad Khairnar, Senior Consultant Cardiologist, DM Cardiology, Paras Health, Kanpur) से जानते हैं-
क्या एसेंशियल ऑयल हार्ट हेल्थ पर असर डालती है? - Are Essential Oils Safe For Heart Health in Hindi?
कार्डियोलॉजिस्ट डॉ. श्रीपाद खैरनार का कहना है कि "हमें यह समझना ज़रूरी है कि एसेंशियल ऑयल्स को भले ही नेचुरल इलाज के रूप में इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन इनका असर हर किसी पर एक जैसा नहीं होता है। कुछ ऑयल जैसे लैवेंडर या बर्गमोट का उपयोग दिमाग और दिल को आराम पहुंचा सकते हैं और स्ट्रेस कम करने में मदद कर सकते हैं, जिससे दिल की सेहत को फायदा हो सकता है। लेकिन कुछ ऑयल अगर ज्यादा इस्तेमाल किए जाएं या बहुत ज्यादा सूंघा जाएं, तो दिल की धड़कनों को तेज कर सकता है या कुछ दवाओं के साथ रिएक्ट (essential oil side effects on heart) कर सकता है, जिससे सेहत को नुकसान पहुंच सकता है। इसलिए जिन लोगों को दिल की दिक्कत है, उन्हें एसेंशियल ऑयल इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से बात जरूर कर लेनी चाहिए।"
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एसेंशियल ऑयल का दिल पर असर - How Essential Oils Are Affect Heart Health in Hindi?
जहां कुछ एसेंशियल ऑयल्स दिल के लिए फायदेमंद हो सकते हैं, वहीं कुछ मामलों में ये हार्ट हेल्थ को नुकसान भी पहुंचा सकते हैं-
1. दिल की धड़कनों में गड़बड़ी
रोजमेरी, थाइम या पिपरमिंट जैसे कुछ ऑयल उत्तेजक (stimulant) होते हैं, जिसका ज्यादा इस्तेमाल दिल की धड़कनों को तेज कर सकता है। अगर कोई व्यक्ति पहले से एरिथमिया (दिल की धड़कन की अनियमितता) से पीड़ित है, तो इनका प्रयोग जोखिम भरा हो सकता है।
2. दवाइयों के साथ रिएक्शन
कुछ एसेंशियल ऑयल्स अगर स्किन के जरिए शरीर में अवशोषित होते हैं तो वे कुछ दवाओं को साथ प्रतिक्रिया कर सकते हैं। इससे दवा का असर बहुत कम या बहुत ज्यादा हो सकता है, खासकर ब्लड प्रेशर या ब्लड थिनर दवाओं के साथ इसका इस्तेमाल चिंता का कारण बन सकता है।
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3. एलर्जी और त्वचा में जलन
कई बार एसेंशियल ऑयल्स बिना कैरियर ऑयल के साथ मिलाएं इस्तेमाल करने पर स्किन रिएक्शन, जलन या रैशेज की समस्या भी हो सकती है। यह आपके दिल के स्वास्थ्य को भी प्रभावित कर सकता है, खासकर उन लोगों को जिनका इम्यून सिस्टम कमजोर है।
किन लोगों को एसेंशियल ऑयल से बचना चाहिए? - Who Should Avoid Using Essential Oils in Hindi?
एसेंशियल ऑयल्स का इस्तेमाल हर व्यक्ति के लिए सुरक्षित नहीं होता है, इसिलए कुछ लोगों को इसका उपयोग करने से पहले सावधानी बरतनी बहुत जरूरी है-
- दिल के मरीज: जिन लोगों को पहले से दिल की बीमारी है जैसे हाई ब्लड प्रेशर, हार्ट अटैक, एरिथमिया, उन्हें एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से जरूर सलाह लेनी चाहिए।
- प्रेग्नेंट महिलाएं और बुजुर्ग: प्रेग्नेंट महिलाओं और बुजुर्गों लोगों में हार्मोनल असंतुलन आम बात है और दिल सेंसिटिव ज्यादा होता है, इसलिए इन्हें एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए।
- पहले से कोई दवा ले रहे लोग: ब्लड थिनर, एंटी-एंग्जायटी या ब्लड प्रेशर जैसी दवाइयां लेने वाले लोगों को बिना डॉक्टर सलाह के एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए।
निष्कर्ष
एसेंशियल ऑयल दिल की सेहत को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन यह इस बात पर निर्भर करता है कि आप कौन सा ऑयल, कितनी मात्रा में, किस लिए और कैसे इस्तेमाल कर रहे हैं। कुछ एसेंशियल ऑयल, जैसे लैवेंडर और बर्गमोट, तनाव कम करके दिल के लिए फायदेमंद हो सकते हैं। वहीं कुछ अन्य तेल, अगर ज्यादा इस्तेमाल किया जाए या बिना डॉक्टर की सलाह के तो दिल की धड़कनों को बढ़ा सकते हैं, ब्लड प्रेशर में उतार-चढ़ाव का कार बन सकते हैं और शरीर पर रिएक्ट कर सकते हैं। इसलिए, नियमित रूप से एसेंशियल ऑयल का इस्तेमाल करने से पहले आप अपने डॉक्टर से जरूर कसंल्ट करें।
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FAQ
दिल की सेहत के लिए क्या करें?
दिल को स्वस्थ रखने के लिए आपको नियमित रूप से एक्सरसाइज, हेल्दी डाइट, पर्याप्त नींद और तनाव को मैनेज करना जरूरी है। इसके अलावा, स्मोकिंग और शराब का सेवन कम करना भी जरूरी है।दिल की कमजोरी के क्या लक्षण हैं?
दिल के कमजोर होने पर आपको शरीर में कई तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं, जिनमें सांस लेने में तकलीफ, थकान, सीने में दर्द या बेचैनी, पैरों में सूजन और अनियमित दिल की धड़कन शामिल है।हार्ट को मजबूत करने के लिए क्या खाएं?
दिल को मजबूत बनाने के लिए जरूरी है कि आप अपनी डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, फलियां, मछली और हेल्दी फैट शामिल करें। इसके साथ ही मिठाई, प्रोसेस्ड फूड्स और फास्ट फूड्स से परहेज करें।