पीलिया यानी जॉन्डिस एक ऐसी बीमारी है जिसमें व्यक्ति की स्किन, आंखें और नाखून पीले पड़ जाते हैं। यह स्थिति तब उत्पन्न होती है जब शरीर में बिलिरुबिन नामक पदार्थ का लेवल सामान्य से ज्यादा हो जाता है। यह बिलिरुबिन लिवर द्वारा कंट्रोल होता है, इसलिए पीलिया को आमतौर पर लिवर की बीमारी से जोड़कर देखा जाता है। खराब लाइफस्टाइल, हेपेटाइटिस वायरस, ज्यादा शराब का सेवन, दवाइयों का नुकसान, ये सभी कारण पीलिया का कारण बन सकते हैं। ऐसे में बहुत से लोग जानना चाहते हैं कि क्या केवल पानी पीने से पीलिया को ठीक किया जा सकता है? दरअसल, यह सवाल आम लोगों के बीच इसलिए भी प्रचलित है क्योंकि पारंपरिक घरेलू उपायों में पानी और तरल पदार्थों को जॉन्डिस में बेहद जरूरी माना गया है।
इस लेख में हम शारदा अस्पताल के वरिष्ठ सलाहकार-आंतरिक चिकित्सा, डॉ. भूमेश त्यागी (Dr. Bhumesh Tyagi, Senior consultant-Internal Medicine, Sharda Hospital) से विस्तार से जानेंगे कि जॉन्डिस क्या है, पानी पीने का इसमें क्या महत्व है, और किन बातों का ध्यान रखना चाहिए ताकि यह बीमारी समय रहते काबू में आ सके।
क्या पानी पीने से पीलिया ठीक हो सकता है? - Can Drinking Water Reduce Jaundice
पानी पीना शरीर के लिए हमेशा फायदेमंद होता है, खासकर जॉन्डिस में। जॉन्डिस के दौरान शरीर को डिटॉक्सिफाई करने के लिए लिवर को सपोर्ट करना जरूरी होता है। पर्याप्त पानी पीने से शरीर में जमा टॉक्सिन पसीने और मूत्र के माध्यम से बाहर निकलने में मदद मिलती है। पानी शरीर की गंदगी और टॉक्सिन्स को बाहर निकालने का सबसे नेचुरल तरीका है। जब शरीर हाइड्रेटेड रहता है, तो लिवर को बेहतर तरीके से काम करने में मदद मिलती है। इससे बिलिरुबिन का लेवल धीरे-धीरे कम हो सकता है और पीलिया की गंभीरता घट सकती है।
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यह समझना जरूरी है कि सिर्फ पानी पीने से पीलिया का इलाज नहीं होता, लेकिन यह रिकवरी प्रोसेस में सहायक जरूर होता है। पानी शरीर को डिटॉक्स करने में मदद करता है, जिससे लिवर की कार्यक्षमता सुधरती है। यदि पीलिया वायरल इंफेक्शन, हेपेटाइटिस या किसी ऑटोइम्यून रोग के कारण हुआ है, तो केवल पानी पीना पर्याप्त नहीं होता। ऐसे में डॉक्टर की दवाइयों और आराम के साथ-साथ पानी और लिक्विड डाइट का सेवन जरूरी होता है।
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- जॉन्डिस में अक्सर भूख कम लगती है और शरीर कमजोर होता है, जिससे डिहाइड्रेशन का खतरा बढ़ जाता है। पानी पीने से यह खतरा कम होता है।
- जॉन्डिस में किडनी भी टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करती है। पर्याप्त पानी पीने से किडनी बेहतर काम करती है।
- पानी पाचन क्रिया को बेहतर बनाता है और कब्ज जैसी समस्या से बचाता है, जो जॉन्डिस में आम होती है।
जॉन्डिस में क्या-क्या सावधानियां बरतनी चाहिए?
- दिनभर में कम से कम 8-10 गिलास पानी जरूर पिएं।
- हल्का और सुपाच्य भोजन करें और ज्यादा ऑयली, मसालेदार और भारी भोजन से बचें।
- अल्कोहल और धूम्रपान से बचें, ये लिवर को और खराब कर सकते हैं।
- शरीर को आराम देना जरूरी है ताकि लिवर ठीक से काम कर सके।
- बिना डॉक्टर की सलाह के कोई दवा न लें।
निष्कर्ष
पीलिया के दौरान पर्याप्त मात्रा में पानी पीना शरीर के लिए लाभकारी होता है। यह शरीर को हाइड्रेटेड रखता है, टॉक्सिन को बाहर निकालने में मदद करता है और लिवर के कार्य को सपोर्ट करता है। हालांकि, पीलिया का सही इलाज केवल पानी पीने से संभव नहीं है, इसके लिए डॉक्टर की सलाह और उचित उपचार जरूरी है। इसलिए, यदि आपको जॉन्डिस यानी पीलिया के लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें, सही जांच कराएं और इलाज शुरू करें।
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FAQ
क्या सिर्फ पानी पीने से पीलिया ठीक हो सकता है?
नहीं, सिर्फ पानी पीने से पीलिया (Jaundice) पूरी तरह ठीक नहीं हो सकता। हालांकि, पानी पीना पीलिया के इलाज में सहायक जरूर होता है। जब शरीर में बिलिरुबिन की मात्रा बढ़ जाती है और लिवर ठीक से काम नहीं करता, तो हाइड्रेशन बेहद जरूरी होती है।पीलिया में कौन-कौन से तरल पदार्थ पी सकते हैं?
नारियल पानी, गन्ने का रस, नींबू पानी, तुलसी-अदरक की चाय, फल और सब्जियों का ताजा जूस पीलिया में फायदेमंद होते हैं। लेकिन बिना चीनी और बिना बर्फ के सेवन करें।पीलिया में क्या खाने से बचना चाहिए?
तली-भुनी चीजें, मसालेदार खाना, रेड मीट, शराब, कैफीन और अधिक नमक का सेवन नहीं करना चाहिए। ये लिवर को और कमजोर कर सकते हैं।