Can Drinking Water From Copper Bottle Impact Kidneys In Hindi: तांबे के बर्तन में रखा पानी पीना स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से फायदेमंद है। ताबें के बर्तन में अच्छी मात्रा में एंटी-माइक्रोबियल के गुण पाए जाते हैं। इससे सूजन को कम करने और पाचन को दुरुस्त करने में मदद मिलती है, जिससे स्वास्थ्य भी अच्छा रहता है, लेकिन क्या इसका अधिक सेवन करने के कारण किडनी पर प्रभाव होता है? ऐसे में आइए गुरुग्राम के मैक्स हॉस्पिटल के रीनल ट्रांसप्लांट, यूरो-ऑन्कोलॉजी, यूरोलॉजी और रोबोटिक सर्जरी के डायरेक्टर और यूनिट हेड डॉ. अमित गोयल (Dr. Amit Goel, Director and Head of Unit - Renal Transplant, Uro-oncology, Urology & Robotic Surgery, Max Hospital, Gurugram) से जानें क्या तांबे का पानी पीने से किडनी पर असर पड़ता है?
क्या तांबे का पानी पीने से किडनी प्रभावित होता है? - Does Drinking Copper Water Affect The Kidneys?
डॉ. अमित के अनुसार, कभी-कभी कॉपर के पानी का सेवन किया जा सकता है। लेकिन सीमित मात्रा में करें। लेकिन अगर कोई तांबे के बर्तन के पानी का अधिक सेवन करता है, तो इसके कारण किडनी और लिवर पर दबाव पड़ता है, जो शरीर के टॉक्सिन्स को छानकर बाहर निकालने में सहायक है।
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ऐसे में कॉपर से युक्त पानी का सेवन करने से किडनी के कार्य प्रभावित होते हैं। लेकिन अगर किडनी की समस्या से पीड़ित होने या दवाइयों का सेवन करते हैं, तो कॉपर मेटॉलिज्म को प्रभावित कर सकता है। ऐसे में किडनी की समस्या से पीड़ित लोगों को कॉपर यानी तांबे के बर्तन में रखे पानी का सेवन करते है, तो इससे पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। बता दें, तांबे की बोतल से स्वस्थ्य व्यक्ति एक दिन में 1-2 गिलास पानी का सेवन कर सकता है, इससे स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं है।
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन के अध्ययन के अनुसार, कॉपर के अधिक होने के कारण क्रॉनिक किडनी डिजीज का खतरा बढ़ता है। इसके अलावा, कॉपर के अधिक होने के कारण किडनी के कार्य प्रभावित होते हैं और इसके स्वास्थ्य पर बुरा असर होता है।
तांबे के बर्तन का पानी किसे सावधानी के साथ पीना चाहिए? - Who Should Drink Water From Copper Vessels With Caution?
किडनी की बीमारी में
किडनी की बीमारी से पीड़ित लोगों को कॉपर के बर्तन का पानी पीने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। ऐसा नहीं करने के कारण लोगों को किडनी के अधिक धातुओं और टॉक्सिन को शरीर से बाहर निकालने की क्षमता प्रभावित होती है। जिससे कई बार किडनी की समस्या पर बुरा असर होता है।
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विल्सन की बीमारी में
विल्सन की बीमारी एक जेनेटिक या आनुवांशिक बीमारी है, जिसमें व्यक्ति के शरीर में कॉपर का स्तर बढ़ जाता है, जिसके कारण लोगों के किडनी और लिवर प्रभावित होते हैं। ऐसे में इस समस्या से पीड़ित व्यक्ति को कॉपर के बर्तन के पानी का सेवन करने से बचना चाहिए।
दवाइयों के सेवन के दौरान
जिंक या कुछ अन्य सप्लीमेंट्स का सेवन करने के कारण शरीर में तांबें के अवशोषण में रूकावट आ सकती है या कोई अन्य समस्या हो सकती है। ऐसे में दवाइयों के सेवन के दौरान डॉक्टर की सलाह के साथ ही हेल्दी डाइट लें।
कैसे करें तांबे के बर्तन के पानी का सेवन? - How To Consume Water From A Copper Vessel?
अच्छी क्वालिटी के तांबे के बर्तन या बोतल का इस्तेमाल करें, जो हानिकारक कोटिंग से मुक्त होती है। इसके अलावा, तांबे के बर्तन या बोतल में पानी को 6-8 घंटों के लिए रहने दें, लेकिन 24 घंटों से ज्यादा पानी को तांबे के बर्तन में स्टोर न करें, तांबे की बोतल को नियमित रूप से साफ करें, ताबें के बर्तन में खट्टी चीजों को न रखें और सीमित मात्रा में इसके पानी का सेवन करें।
निष्कर्ष
तांबे के बर्तन के पानी का अधिक सेवन करने के कारण किडनी और लिवर के दबाव बढ़ता है, जिसके कारण किडनी के कार्यों में बाधा आने और लोगों को किडनी के स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। ऐसे में ध्यान रहे कॉपर यानी तांबे के बर्तन के पानी का सेवन सीमित मात्रा में करें और तांबे के बर्तन में पानी को 6-8 घंटों से ज्यादा न रखें।
ध्यान रहे किडनी के स्वास्थ्य से जुड़ी कोई भी समस्या महसूस होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
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FAQ
प्रतिदिन कितना तांबे का पानी पीना चाहिए?
अच्छे से स्वास्थ्य के लिए 1 दिन में 1 से 2 गिलास तक पानी का सेवन कर सकता है, इससे स्वास्थ्य को कोई नुकसान नहीं है, लेकिन ध्यान रहे इसका अधिक सेवन न करें।सुबह खाली पेट तांबे का पानी पीने के क्या फायदे हैं?
सुबह खाली पेट तांबे के पानी का सेवन करने से पाचन में सुधार करने वजन कम करने, स्किन को हेल्दी बनाए रखने, शरीर में वात, पित्त और कफ दोष को बैलेंस करने और शरीर को डिटॉक्स बनाए रखने में मदद मिलती है, जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है।तांबे का पानी कौन नहीं पी सकता है?
एसिडिटी, पेट में अल्सर, विल्सन डिजीज, किडनी की समस्या और हार्ट से जुड़ी समस्या से पीड़ित लोगों को तांबे के पानी का सेवन करने से बचना चाहिए और इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।