गर्मियों का मौसम आते ही बाजार में कई तरह के फल आना शुरु हो जाते हैं। गर्मियों में लोगों को आम खाना बहुत पसंद होता है। भारत में आम की कई किस्म पाई जाती हैं। हर किस्म का स्वाद दूसरे से अलग और बेहतरीन होता है। यही वजह है कि लोगों द्वारा आम को खाना बेहद पसंद होता है। इसके कई फायदे होते हैं। यह शरीर को तुरंत एनर्जी प्रदान करने के साथ ही कमजोरी को दूर करने में भी मदद करते हैं। आम अलग-अलग रूप में खाया जाता है। कुछ लोग इसकी चटनी, कुछ कच्चे आम को गुड़ के साथ मिलाकर तो कुछ लोगों को मैंगों शेक पीना पसंद होता है। हालांकि, कुछ लोगों को आम सीमित मात्रा में ही खाने की सलाह दी जाती है। ऐसे में कुछ लोगों के मन में सवाल उठता है कि क्या किडनी के मरीज आम का सेवन कर सकते हैं? इस लेख में एसेंट्रिक्स डाइट क्लीनिक की डाइटिशियन से जानते हैं कि क्या किडनी की मरीज आम का सेवन कर सकते हैं।
क्या किडनी रोगियों को आम खाना चाहिए? - Can Kidney Patient Eat Mango In Hindi
गर्मियों में लोगों को आम अलग-अलग तरह से खाना पसंद होता है। लेकिन, सामान्यतः डायबिटीज के मरीजों को आम व अन्य मीठे फल सीमित मात्रा में खाने की सलाह दी जाती है। वैसे आम किडनी पर किसी तरह का बुरा असर नहीं डालता है। लेकिन, इसको सही और संतुलित मात्रा में खाना चाहिए। आम में कई तरह एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं, जो इम्यून सिस्टम को मजबूत करने में मदद करते हैं। आम में ड्यूरेटिक गुण होते हैं, जो ब्लड प्रेशर को कम करने में मदद करते हैं। हालांकि, इसमें पोटेशियम भी होता है, जो किडनी रोग के मरीज के लिए नुकसानदायक हो सकते हैं। साथ ही, किडनी रोगी की स्थिति भी उसकी मौजूदा डाइट के लिए जिम्मेदार हो सकती है।
यदि, किसी व्यक्ति को किडनी की समस्या (Stage 1 या 2 CKD) की शुरुआत हुई है और उनके शरीर में पोटैशियम का स्तर सामान्य है, तो वे सीमित मात्रा में आम का सेवन कर सकते हैं। वहीं जिन लोगों में किडनी की समस्या गंभीर होती है (जैसे CKD Stage 3, 4, या Dialysis)। ऐसे में पोटैशियम का स्तर बेहद महत्वपूर्ण होता है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि ऐसे में आम या अन्य चीजों से पोटैशियम का स्तर बढ़ने की संभावना अधिक होती है, इससे किडनी की स्थिति प्रभावित होता है।
किडनी रोगियों को आम खाने से जुड़े संभावित जोखिम - Potential risks associated with eating mangoes for kidney patients in Hindi
पोटैशियम का अधिक सेवन
ब्लड में हाई पोटैशियम का स्तर (Hyperkalemia) गंभीर समस्या बन सकती है, खासकर डायलिसिस पर रहने वालों को पोटैशियमक युक्त आहार लेने को मना किया जाता है।
ब्लड शुगर बढ़ा सकता है
आम में प्राकृतिक शुगर होती है, जिससे डायबिटिक किडनी रोगियों में ब्लड शुगर बढ़ सकता है।
फ्लूयड रिस्ट्रिक्शन (Fluid Restriction)
अगर मरीज को तरल सेवन पर नियंत्रण रखने की सलाह दी गई है, तो आम जैसे रसदार फल सीमित मात्रा में ही लिए जाने चाहिए।
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किडनी के रोगी आम को सीमित मात्रा में खा सकते हैं। लेकिन, इसकी अधिक मात्रा लेने से पोटैशियम का स्तर बढ़ सकता है। किडनी रोग में हर व्यक्ति की स्वास्थ्य स्थिति अलग-अलग हो सकती है। ऐसे में आप डॉक्टर की सलाह पर डाइट में बदलाव कर सकते हैं।
FAQ
किडनी की बीमारी क्यों होती है?
किडनी की बीमारियां तब होती हैं जब आपकी किडनी के कार्य सही तरह से नहीं हो पाती है। किडनी रक्त को फिल्टर करने में मदद करती है, जब क्रोनिक किडनी रोग होता है तो ऐसे में व्यक्ति कई रोग हो सकते हैं।किडनी प्रॉब्लम के शुरुआती लक्षण क्या हैं?
किडनी की परेशानी के सामान्य लक्षणों में पेशाब में बदलाव, पेशाब में खून आना, पेशाब में प्रोटीन, सूजन, थकान, हाई ब्लड प्रेशर, पीठ दर्द, भूख और स्वाद में बदलाव, त्वचा का शुष्क होना और खुजली लगना, मतली, उल्टी, आदि को शामिल किया जा सकता है।किडनी में दर्द कहाँ होता है?
किडनी का दर्द आमतौर पर पीठ के निचले हिस्से, पसलियों के नीचे, रीढ़ की हड्डी के दोनों ओर महसूस होता है।