क्या हड्डियों की जांच से कैंसर का पता लगाया जा सकता है? हड्डियों की जांच से बोन कैंसर या अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का पता लगाया जा सकता है। हालांकि बोन स्कैन टेस्ट से कैंसर के हर प्रकार का पता लगाना संभव नहीं है पर इससे हड्डियों के कैंसर का पता चल जाता है। अगर आपको हड्डियों के कैंसर के जुड़े लक्षण नजर आते हैं तो आपको भी बोन टेस्ट करवाना चाहिए। बोन कैंसर के मुख्य लक्षण हैं- हड्डियों में फ्रैक्चर, बुखार, थकान, आदि। बोन कैंसर होने पर इलाज तुरंत जरूरी है इसलिए इसकी जांच में देर न करें। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के केयर इंस्टिट्यूट ऑफ लाइफ साइंसेज की एमडी फिजिशियन डॉ सीमा यादव से बात की।
बोन टेस्ट क्या है? (What is bone test)
बोन टेस्ट एक न्यूक्लियर इमेजिंग टेस्ट है जिसमें हड्डियों की बीमारी का पता लगाया जाता है। इस टेस्ट से बोन कैंसर और अर्थराइटिस जैसी गंभीर बीमारियों का पता भी लगाया जा सकता है। जब नॉर्मल एक्सरे में बीमारी का पता नहीं लगता है तो डॉक्टर बोन टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। जिन लोगों की हड्डियों में दर्द या सूजन है उन्हें डॉक्टर सीधे ये टेस्ट करवाने की सलाह देते हैं। बोन टेस्ट से पहले फास्टिंग या परहेज की जरूरत नहीं होती। अगर आप गर्भवती हैं या ब्रेस्टफीड करवाती हैं तो डॉक्टर की सलाह पर ही ये जांच करवाएं।
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कैंसर के किन लक्षणों के नजर आने पर करवाएं हड्डियों की जांच? (Symptoms of cancer for bone test)
बोन टेस्ट या हड्डियों की जांच के जरिए बोन कैंसर का पता लगाया जाता है पर जांच करवाने के लिए इन लक्षणों पर गौर करें-
- अगर आपकी हड्डी में दर्द होता है तो जांच करवाएं
- अगर हड्डी फ्रैक्चर होती है तो भी आपको जांच करवानी चाहिए
- हर समय थकान होना भी बोन कैंसर का लक्षण है
- हड्डियों में दर्द या सूजन होने पर भी जांच करवाएं
- बार-बार बुखार आने पर भी आपको हड्डियों की जांच करवानी चाहिए
- अगर आपका वजन अचानक से कम हो रहा है तो ये बोन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं
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कैंसर का पता लगाने के लिए बोन टेस्ट कैसे किया जाता है? (How bone test is performed to detect cancer)
- कैंसर का पता लगाने के लिए बोन टेस्ट किया जाता है जिसमें आमतौर पर किसी तरह का नुकसान नहीं होता।
- नस में एक तरह का पदार्थ इंजेक्शन की मदद से डाला जाता है, ये रेडियोएक्टिव मटेरियल होता है।
- दो से चार घंटों में पदार्थ शरीर में अंदर फैल जाता है, पदार्थ अपने आप उस हिस्से में पहुंच जाते हैं जहां बीमारी है।
- स्कैनिंग तकनीक की मदद से डॉक्टर उस हिस्से की जांच करते हैं जहां पदार्थ जमा या इकट्ठा हुआ है।
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बोन स्कैन टेस्ट में रिजल्ट का पता कैसे लगाया जाता है? (How to understand result of bone test)
अगर रिजल्ट में कुछ समस्या नजर आती है तो डॉक्टर अन्य टेस्ट करने की सलाह देते हैं क्योंकि क्योंकि बोन टेस्ट से केवल ये पता चलता है कि कौनसी बीमारी है और वो कहां है। हड्डियों से जुड़ी बीमारियों का पता लगाया जा सकता है पर कारण जानने के लिए आपको अन्य टेस्ट करवाने पड़ सकते हैं। अगर टेस्ट में कुछ हल्के स्पॉट्स नजर आते हैं तो मतलब कोई बीमारी या समस्या हड्डियों में मौजूद है। इन स्पॉट्स के आधार पर बताया जाता है कि आपको अर्थराइटिस या कैंसर की आशंका है या नहीं। अगर रिपोर्ट में कोई स्पॉट नजर नहीं आता है तो मतलब रिजल्ट सामान्य है और आपको कोई बीमारी नहीं है।
बोन कैंसर होने पर इलाज कैसे दिया जाता है? (Treatment of bone cancer)
बोन कैंसर किसी भी हड्डी में हो सकता है पर ज्यादातर बोन कैंसर लंबी हड्डियों में होता है जैसे हाथ, पैर या कमर। बोन कैंसर का पता लगाने के लिए बोन टेस्ट के अलावा एमआरआई, सीटी स्कैन, बायोप्सी भी की जाती है। बोन टेस्ट से कैंसर की स्टेज पता चलती है। स्टेज का अर्थ है कैंसर कितना फैला है। बोन कैंसर होने पर कीमोथैरेपी दी जाती है, कैंसर की दवा के लिए सलाइन या गोली दी जा सकती है। इसके अलावा अगर गांठ है तो उसे ऑपरेशन की मदद से निकाल दिया जाता है। कुछ केस में रेडिएशन थैरेपी से ट्यूमर का इलाज किया जाता है।
हड्डियों के कैंसर से बचा जा सकता है? (Tips to prevent bone cancer)
हड्डियों के कैंसर से बचने के लिए आप कुछ टिप्स को फॉलो कर सकते हैं, ये नहीं कहा जा सकता है कि इन टिप्स को फॉलो करने से आपको कैंसर नहीं होगा पर बचाव के तौर पर आपको इन बातों का ध्यान रखना चाहिए-
1. कहीं आपके परिवार में किसी को कैंसर तो नहीं (Genetic reasons of bone cancer)
कैंसर एक तरह की अनुवांशिक बीमारी है इसलिए अगर आपके घर या परिवार में किसी को कैंसर है तो हो सकता है आपको भी आगे चलकर कैंसर का खतरा हो, इसलिए अपने परिवार वालों देखें अगर किसी को कैंसर हो तो आप भी जांच करवा लें।
2. डाइट पर ध्यान दें (Diet to avoid bone cancer)
आपको सभी जरूरी पोषक तत्व अपनी डाइट में शामिल करने हैं जिससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बनी रहे, बीमारी का असर किसी व्यक्ति पर ज्यादा होता है तो किसी पर कम। ये निर्भर करता है कि आपकी बॉडी कितनी फिट है इसलिए हेल्दी डाइट लें और सभी जरूरी पोषक तत्वों की सही मात्रा लेते रहें।
3. कैंसर से बचने के लिए लक्षणों का जल्दी पता लगना जरूरी है (Early diagnosis of cancer)
हड्डियों के कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को समय रहते पकड़ लिया जाए तो इलाज थोड़ा आसान हो जाता है। हड्डियों के कैंसर से बचने का आसान तरीका यही है कि कोई भी कैंसर के लक्षण नजर आने पर देर न करते हुए तुरंत डॉक्टर के पास जाकर जांच करवाएं।
4. गंभीर बीमारियों से बचने के लिए कसरत करें (Exercise daily to avoid serious bone disease)
कसरत आपको कैंसर से बचा पाए ये मुमकिन नहीं है पर आपको हर दिन कसरत करनी चाहिए जिससे गंभीर बीमारियां न हों और आपकी बॉडी किसी बाहरी तत्व से लड़ने में सक्षम बनें। रोजाना एक घंटा वॉक और योग करें और 40 मिनट रनिंग, जपिंग या स्किपिंग करनी चाहिए।
5. कैंसर से बचने के लिए तंबाकू से दूर रहें (Avoid tobacco to prevent cancer)
कैंसर से बचने के लिए तंबाकू के सेवन से दूर रहें, तंबाकू के सेवन से कैंसर का खतरा रहता है। आपको तंबाकू और धूम्रपान दोनों से दूर रहना है।
हड्डियों के कैंसर से बचने के लिए समय पर जांच करवाएं और लक्षणों पर गौर करें।
(लेख में इस्तेमाल किए गए चित्र इस वेबसाइट से लिए गए हैं- freepik.com)
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