जंक और प्रोसेस्ड फूड के बढ़ते ट्रेंड के साथ लोगों में बीमारियों का खतरा भी बढ़ रहा है। बच्चों से लेकर बड़ों तक आजकल हर किसी को जंक फूड खाने की आदत हो गई है। अगर ये चीजें कभी-कभार खाई जाएं, तो ये शरीर के लिए नुकसानदायक नहीं है। लेकिन अगर किसी को खाने की आदत हो जाती है, तो इससे बीमारियों का खतरा बढ़ सकता है। इनके कारण न सिर्फ पेट बल्कि इसके आसपास के अंगों को भी नुकसान होने लगता है। खराब खानपान के कारण पैन्क्रियाज को भी नुकसान होता है। पैन्क्रियाज खाना पचाने वाले एंजाइम को बनाता है और हार्मोन्स प्रोडक्शन में भी मदद करता है।
खराब डाइट के कारण पैन्क्रियाज में सूजन आ जाती है, जिसे पैन्क्रियाटाइटिस कहा जाता है। शुरुआत में यह एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस की स्थिति होती है। लेकिन अगर सही समय पर इलाज न लिया जाए, तो यह क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस में बदल जाती है। कई लोग मानते हैं कि क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस की समस्या को ठीक नहीं किया जा सकता है। लेकिन इस बात को गलत साबित किया है 26 वर्षिय शिशिर सिंघल ने। ओनलीमायहेल्थ को दिए इंटरव्यू में शिशिर ने बताया कि उन्होंने हेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल को फॉलो करके इस बीमारी से छुटकारा पाया है। उनकी इस जर्नी के बारे में हम जानेंगे ओनलीमायहेल्थ की सीरीज बीमारी और डाइट में। इस सीरीज में हम ऐसे लोगों की कहानियां आपसे साझा करते हैं, जिन्होंने डाइट के जरिए किसी बीमारी से राहत पाई है। आइए शिशिर सिंघल से जानें उन्होंने क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस को खत्म करने के लिए क्या किया।
पहले जानें क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस क्या है?
क्रोनिक पैन्क्रियाटाइटिस लंबे समय तक रहने वाली पैंक्रियाजकी सूजन है। इसके कारण फाइब्रोसिस और कैल्सीफिकेशन (fibrosis and calcification) जैसी परेशानियां बढ़ सकती हैं। इसमें व्यक्ति को भोजन करने के बाद पेट में दर्द होने लगता है। कई बार इसमें पेट के ऊपरी भाग में दर्द शुरू हो जाता है। हालांकि, कुछ लोगों को यह दर्द नहीं भी हो सकता है। शुरुआत में यह एक्यूट पैन्क्रियाटाइटिस की स्थिति होती है। लेकिन अगर सही समय पर इलाज न लिया जाए, तो यह क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस में बदल जाती है।
आपको यह समस्या कब शुरू हुई थी
“मुझे यह समस्या 2011 में शुरू हुई थी। उस दौरान मुझे पेट में दर्द होता था। चेकअप करवाने पर हर बार पैन्क्रियाज में सूजन की समस्या ही आती थी। लेकिन दवा लेने के साथ सप्ताह भर में परेशानी ठीक हो जाती थी। लेकिन 2017 के बाद परेशानी बढ़ने लगी थी। इसके बाद 2023 में अचानक से एक दिन बहुत ज्यादा दर्द हुआ। चेकअप करवाने पर रिपोर्ट में क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस आया।”
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क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस के कारण आपको क्या-क्या परेशानी होने लगी थी
शिशिर ने बताया कि इसके कारण उनकी पैन्क्रियाज पूरी तरह सिकुड़ चुकी थी। इसके साथ ही पैन्क्रियाज में कई छोटी-छोटी पथरी भी हो गई थी। उनका वजन लगातार कम होता जा रहा था। खाना ठीक से नहीं पच पाता था। कुछ भी खाने पर उल्टी और चक्कर आने लगते थे।
आपने क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस से राहत कैसे पाई
“क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस से राहत पाने के लिए मैने लंबे समय तक इलाज लिया है। ऑपरेशन के जरिए डॉक्टर्स ने पैन्क्रियाज से पथरी को निकाला था। लेकिन इसके बावजूद परेशानी पूरी तरह ठीक नहीं हुई थी। इसलिए मैने डाइट और लाइफस्टाइल में बदलाव करने की ठानी।”
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क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस से राहत के लिए आपके क्या डाइट फॉलो की
क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस के लिए शिशिर ने डाइट और लाइफस्टाइल में इन बदलावों को अपनाया-
- तला-भूना खाना पूरी तरह से छोड़ दिया। घर का बना ताजा और कम मसाले वाला खाना खाया।
- जंक और प्रोसेस्ड फूड पूरी तरह से छोड़ दिया था। क्योंकि इनके कारण परेशानी बढ़ सकती है।
- खाने में हरी सब्जियों का ज्यादा सेवन किया। मसाले कम कर दिए जिससे पाचन तंत्र पर जोर न पड़े।
- पैन्क्रियाज खराब होने के कारण शुगर हो गई थी। इसलिए रोज इंसुलिन की डोज लेने का ध्यान भी रखा।
- समय पर दवाएं ली और सुबह-शाम वॉक करना शुरू किया। इससे पैन्क्रियाज की सूजन कम होने लगी और शुगर कंट्रोल रखने में भी मदद मिली।
- मीठा खाना पूरी तरह से छोड़ दिया था। अगर कुछ मीठा खाने का मन होता, तो हेल्दी ऑप्शन को चुना।
- स्ट्रेस कंट्रोल करने पर काम किया। इससे माइंड और बॉडी को रिलैक्स रखने में मदद मिली और बीमारी भी जल्दी ठीक हुई।
- घर पर एक्सरसाइज और योगासन करने शुरू किये। इससे हार्मोन्स को बैलेंस रखने में मदद मिली।
इस लेख में हमने शिशिर सिंघल की कहानी से जाना कि क्रॉनिक पैन्क्रियाटाइटिस को डाइट के जरिए कैसे ठीक किया जा सकता है। इस सीरीज में हम ऐसी ही असल जिंदगी से जुड़ी कहानियां आपसे साझा करते हैं, जिससे आपको हर बीमारी को कंट्रोल करने में मदद मिल सके। इस सीरीज के अन्य आर्टिकल्स आप ओनलीमायहेल्थ की वेबसाइट पर पढ़ सकते हैं।