सर्दियों में होंठ के पास फफोले पड़ना कोल्‍ड सोर के हैं लक्षण, जानें कारण और प्राकृतिक उपचार

कोल्‍ड सोर लाल रंग के और द्रव से भरे फफोले होते हैं जो मुंह के पास या चेहरे के अन्य क्षेत्रों में उभर आते हैं। दुर्लभ मामलों में उंगलियों, नाक, या मुंह के अंदर भी हो सकते हैं। कोल्‍ड सोर आम तौर त्‍वचा के ऊपर एक लेयर के तौर पर चिपके हुए प्रतीत होते हैं। 
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सर्दियों में होंठ के पास फफोले पड़ना कोल्‍ड सोर के हैं लक्षण, जानें कारण और प्राकृतिक उपचार


कोल्‍ड सोर लाल रंग के और द्रव से भरे फफोले होते हैं जो मुंह के पास या चेहरे के अन्य क्षेत्रों में उभर आते हैं। दुर्लभ मामलों में उंगलियों, नाक, या मुंह के अंदर भी हो सकते हैं। कोल्‍ड सोर आम तौर त्‍वचा के ऊपर एक लेयर के तौर पर चिपके हुए प्रतीत होते हैं। यह दो सप्ताह या उससे अधिक समय तक बना रहता है। हर्पस सिम्प्लेक्स नामक वायरस सर्दियों में कोल्‍ड सोर का कारण बनता  हैं। यह चुंबन या किसी भी तरह से वायरस के संपर्क में आने पर एक व्‍यक्ति से दूसरे व्‍यक्ति में हो जाता है। 

पूरा चेहरे हो सकता है संक्रमित

यह होठों के तहत एक दाद संक्रमण है। अगर आपके होंठ के पास कोल्‍ड सोर की समस्‍या है तो यह संक्रमण आपके पूरे चेहरे में फैल सकता है। और अगर आपको कोल्‍ड सोर की समस्‍या का इतिहास है तो होंठो की वैक्‍स करवाने से पहले अपनी त्‍वचा विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें। 

पिंपल की तरह बुरे लगते हैं कोल्‍ड सोर

हालांकि बहुत कम पिंपल्‍स ही होंठ के किनारे निकालते हैं। लेकिन अगर आपके छोटे छाले या फुंसी हो जाती है तो यह कोल्‍ड सोर हो सकता है। इसको पहचानने का एक और तरीका यह है कि यह आसानी से फूट जाते हैं और दूर होने से पहले कई दिनों तक इसकी परत बाहर की तरफ लटकी रहती है। अगर आप इसके बावजूद भी वायरस को लेकर अश्‍वस्‍त नहीं है तो त्‍वचा विशेषज्ञ से इसकी जांच करवा लें। 

कोल्‍ड सोर का प्राकृतिक उपचार 

बर्फ 

जैसे ही आपको कोल्‍ड सोर का अहसास हो आपको बर्फ का इस्‍तेमाल करना चाहिए। नमी भरा गर्म माहौल हरपर वायरस के फैलने के लिए माकूल होता है। बर्फ के जरिये आप इसे ठंडा रख सकते हैं। ठंडा माहौल इस वायरस के लिए सही नहीं होता। इससे यह वायरस नियंत्रित रहता है और फैलकर बड़ा रूप नहीं ले पाता। बर्फ के जरिये इस बीमारी का तेजी का इलाज हो सकता है।

नींबू

नींबू में कई गुण होते हैं। इसके सौंदर्य लाभ तो हैं ही साथ ही यह हमारी सेहत के लिए भी काफी अच्‍छा होता है। कोल्‍ड सोर से जल्‍दी निजात दिलाने में भी नींबू काफी उपयोगी होता है। सोर पर नींबू का सत्‍व लगाने से आपको काफी लाभ होता है। नींबू में डूबा हुआ रूई का टुकड़ा उस कोल्‍ड सोर पर दिन में दो या तीन बार लगाने से काफी लाभ मिलता है।

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नमक

नमक न केवल आपके खाने का जायका बढ़ाने का काम करता है, बल्कि यह आपको कोल्‍ड सोर से भी निजात दिला सकता है। आप चाहें तो उस सोर पर नमक भी लगा सकते हैं। अपनी उंगली पर सामान्‍य नमक लगाएं। इसके बाद इस उंगली को कोल्‍ड सोर पर लगाकर तीस सेकेण्‍ड तक उसे दबाकर रखें ताकि नमक सोर के अंदर जा सके।

लैवेंडर ऑयल 

लैवेंडर ऑयल अथवा कोई भी सामान्‍य तेल के जरिये भी कोल्‍ड सोर से निजात पायी जा सकती है। लेवेण्‍डर और मेलिस्‍सा ऑयल कोल्‍ड सोर को जल्‍द ठीक करने में मदद करता है। इन तेलों को कोल्‍ड सोर पर दिन में कई बार लगाएं।

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टी बैग

कोल्‍ड सोर पर टी बैग का इस्‍तेमाल करें। टी बैग को गर्म पानी में डुबाइए, फिर इसे कुछ देर ठंडा होने दीजिए। फिर इस गीले टी बैग को कोल्‍ड सोर पर पांच से दस मिनट तक लगाकर रखें। आप चाहें तो इस प्रक्रिया को हर एक दो घंटे में दोहरा सकते हैं। बस, एक बात का ध्‍यान रखिए कि हर बार एक ताजा टी-बैग का इस्‍तेमाल करें। 

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