इन दिनों हमारे जीवन में बहुत तनाव है। हम किसी भी समय तनाव से बच नहीं सकते हैं। यहां तक कि छोटी-छोटी चीजें भी आपको तनाव में डाल सकती हैं। तनाव न केवल आपको मानसिक रूप से नुकसान पहुंचाता है बल्कि शारीरिक रूप से भी नुकसान पहुंचाता है। अगर आप एक्सरसाइज नहीं कर रहे हैं और सही भोजन नहीं ले रहे हैं तो यह आपके लिए नुकसानदायक है। अक्सर लोगों से अलग-अलग रहने से भी अक्सर तनाव के स्तर में वृद्धि होती है। हालांकि आयुर्वेद बहुत से स्वास्थ्य मुद्दों के इलाज में सफल रहा है। यह तनाव से छुटकारा पाने में भी मदद करता है। आइए कुछ आयुर्वेदिक युक्तियों पर चर्चा करें जो आपको तनाव से छुटकारा पाने में मदद करेंगे।
तनाव के लक्षण
- सिरदर्द और बीमार जैसा महसूस होना
- ठीक से पाचन न हो पाना
- नींद और एकाग्र न हो पाना
- चिड़चिड़ापना और बेवजह गुस्सा आना
कैसे पाएं तनाव और अवसाद से छुटकारा
भागमभाग वाली जिंदगी को कहें अलविदा
आजकल लोगों की लाइफ बहुत तेज भाग रही है, इच्छाएं अधिक हैं मगर पूर्ति नहीं हो रही है, जो तनाव का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे में आप खुद के लिए समय निकालें। जीवन जीने की गति में थोड़ा ब्रेक लगाएं। खुश रहें और दूसरों के साथ भी अच्छा बर्ताव रखें।
पर्याप्त नींद और पोषण लें
तनाव मुक्त रहने के लिए स्वस्थ शरीर और शांत मन की ही जरूरत होती है। पूरी नींद और पौष्टिक आहार लिये बिना आप तनाव मुक्त नहीं रह सकते। इसलिए शरीर की जरूरत के अनुसार नींद व पोषक तत्व लें, न कम न ज्यादा। अच्छी तरह से खाएं दीर्घकालिक ऊर्जा (बजाय बहुत अधिक चीनी या कैफीन के) के लिए फल, सब्जियों, प्रोटीन और साबुत अनाज चुनें। व्यायाम करें ताकि शरीर में हर कोशिका में ऑक्सीजन पहुंचे और मस्तिष्क और शरीर को अच्छे से काम कर सकें।
योग और ध्यान दिलाए आराम
योग, मन की शांति प्रदान करने के लिए भारत ही नहीं पूरे विश्व में विख्यात है। इसलिए योग को अपनाइए। योग को अपनाकर आप कई मानसिक व शारीरिक समस्याओं को हल कर सकते हैं। वहीं ध्यान भी ऐसा ही एक जरिया है जो आपको मानसिक रूप से शांति प्रदान करता है। ध्यान से मानसिक तनाव को दूर करना सबसे बेहतर उपाय है। एकांत में बैठ कर थोडी़ देर ध्यान लगाएं, इससे आपका मन शांत होगा और नई स्फूर्ति का संचार होगा।
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सकारात्मक सोच रखें
दिमाग को शांत व स्वस्थ रखने के लिए एक सकारात्मक सोच रखना बहुत जरूरी है। जब भी कोई नकारात्मक सोच या विचार आए तो जीवन के खुशी भरे पलों को याद करे। की दोस्त व साथी सकारत्मक सोच वाले बनानेके कोशिश करें। अपने आप को सकारात्मक कल्पना करनें के लिए आजाद करें। जीवन की हर छोटा बड़ी खुशी को जीयें और अपने प्रीयजनों के साथ बांटें।
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संगीत करता है तनाव मुक्त
संगीत सिर्फ मनोरंजन नहीं है। संगीत को तो ईश्वर तक पहुंचने का जरिया माना जाता है। संगीत, चिकित्सा पद्धति और आध्यात्मिक साधना सब कुछ एक साथ है। तनाव मुक्त होने के लिए रोजाना आधे से एक घंटे तक अपनी पसंद का कोई अच्छा सा संगीत अवश्य सुनें। लेकिन ध्यान रहे संगीत ऐसा हो जो आपके दिमाग को शांत करे ऐसा ना हो कि उसे सुन कर दिमाग और अशांत हो जाए।
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