दूध में कच्‍ची हल्‍दी मिलाकर पीने से दूर होता है घुटनों का दर्द, जानें कब और कैसे पीएं

अगर आप घुटनों के दर्द या जोड़ों के दर्द से परेशान रहते हैं, तो आपके लिए हल्दी वाला दूध पीना बहुत फायदेमंद हो सकता है। जानें कैसे पिएं।
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दूध में कच्‍ची हल्‍दी मिलाकर पीने से दूर होता है घुटनों का दर्द, जानें कब और कैसे पीएं

गोल्‍डन मिल्‍क, हल्दी दूध के रूप में भी जाना जाता है। यह एक भारतीय पेय है जो पश्चिमी संस्कृतियों में लोकप्रियता हासिल कर रहा है। यह चमकीला पीला पेय पारंपरिक रूप से गाय या पौधे आधारित दूध को हल्दी के साथ गर्म करके बनाया जाता है। यह अपने कई स्वास्थ्य लाभों के लिए जाना जाता है। अक्सर प्रतिरक्षा को बढ़ावा देने और बीमारी को दूर करने के लिए एक वैकल्पिक उपाय के रूप में उपयोग किया जाता है। 

 

कौन सी हल्‍दी है ज्‍यादा फायदेमंद 

आमतौर पर लोग मार्केट में मिलने वाले हल्‍दी पाउडर का इस्‍तेमाल करते हैं। जबकि मार्केट में मिलने वाला हल्‍दी पाउडर मिलावटी हो सकता है। अगर हल्‍दी दूध का संपूर्ण फायदा चाहते हैं तो आप कच्‍ची हल्‍दी का सेवन करें। आप सूखी हल्‍दी को घर को में पीसकर भी इस्‍तेमाल कर सकते हैं। 

हल्‍दी दूध के फायदे 

  • हल्‍दी दूध में एंटी-इंफ्लामेट्री गुण पाए जाते हैं। ये एंटी इंफ्लामेट्री गुण क्रॉनिक ऑस्टियोआर्थराइटिस और रूमेटॉइड से जोड़ों के दर्द को कम कर सकते हैं। साथ ही घुटने में सूजन को भी कम करते हैं। जोड़ों के दर्द में यह औषधि का काम करता है। नियमित सेवन से इस प्रकार की समस्‍या नहीं होती है।   
  • हल्दी में एंटी-माइक्रोबियल गुण होते है, इसलिए इसे गर्म दूध के साथ लेने से दमा, ब्रोंकाइटिस, फेफड़ों में कफ और साइनस जैसी समस्याओं में आराम होता है।  यह मसाला आपके शरीर में गरमाहट लाता है और फेफड़े तथा साइनस में जकड़न से तुरन्त राहत मिलती है। साथ ही यह बैक्टीरियल और वायरल संक्रमणों से लड़ने में मदद करता है।
  • दूध में कैल्शियम और हल्दी में एंटीऑक्सीडेंट की मौजूदगी के कारण हल्दी वाला दूध पीने से हडि्डयां मजबूत होती है और साथ ही शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है। हल्दी वाले दूध को पीने से हड्डियों में होने वाले नुकसान और ऑस्टियोपोरेसिस की समस्‍या में कमी आती है।
  • हल्‍दी वाला दूध एक शक्तिशाली एंटी-सेप्टिक होता है। यह आंतों को स्‍वस्‍थ बनाने के साथ पेअ के अल्‍सर और कोलाइटिस के उपचार में भी मदद करता है। इसके सेवन से पाचन बेहतर होता है और अल्‍सर, डायरिया और अपच की समस्‍या नहीं होती है।
  • हल्दी वाले दूध के सेवन से गठिया का निदान होता हैं। साथ ही इसका रियूमेटॉइड गठिया के कारण होने वाली सूजन के उपचार के लिये प्रयोग किया जाता है। यह जोड़ो और मांसपेशियों को लचीला बनाता है जिससे दर्द कम हो जाता है।
  • हल्‍दी शरीर में ट्रीप्टोफन नामक अमीनो अम्ल को बनाता है जो शान्तिपूर्वक और गहरी नींद में सहायक होता है। इसलिए अगर आप रात में ठीक से सो नहीं पा रहें है या आपको बैचेनी हो रही है तो सोने से आधा घंटा पहले हल्दी वाला दूध पीएं। इससे आपको गहरी नींद आएगी और नींद ना आने की समस्या दूर हो जाएगी।

हल्‍दी दूध घर पर बनाना आसान है- बस इस रेसिपी को फॉलो करें:

सामग्री:

  • दूध 1/2 कप (120 मि.ली.)
  • कच्‍ची हल्‍दी 1 छोटी चम्‍मच से थोड़ा कम
  • 1/2 टीस्पून अदरक पाउडर
  • दालचीनी पाउडर का 1/2 चम्मच
  • 1 चुटकी पिसी हुई काली मिर्च
  • 1 चम्मच शहद (वैकल्पिक)

हल्‍दी दूध बनाने के लिए, बस सभी सामग्री को एक छोटे सॉस पैन या पॉट में मिलाएं और उबाल लें। बर्नर की आंच कम करें और लगभग 10 मिनट या सुगंधित और सुगंधित होने तक उबालें। थोड़ा ठंडा होने के बाद ग्‍लास में छान लें। ऊपर से एक चुटकी दालचीनी डाल मिक्‍स कर सेवन करें।

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