What are the Benefits of Thread Lifting?: प्रदूषण, बढ़ती उम्र और पर्याप्त पोषण न मिलने के चलते लोगों की त्वचा पर कई तरह के प्रभाव दिखने लगते हैं। इस स्थिति में सबसे पहले स्किन का कसाव कम होता है, जो धीरे-धीरे बढ़ता है। इससे स्किन में झुर्रियां और त्वचा लटकती हुई नजर आती है। त्वचा का ढीलापन एक बड़ी और आम समस्या मानी जाती है। यह लोगों में चिंता का एक मुख्य कारण मानी जाती है। लेकिन, इन समस्याओं को दूर करने के लिए हाल के वर्षों में कई तरह की तकनीक प्रचलित हुई है। इसमें कई कॉस्मेटिक ट्रीटमेंट भी उपलब्ध हैं। यह तकनीक स्किन से जुड़ी समस्याओंं को दूर करने में मदद करते हैं। इस लेख में यशोदा अस्पताल के डर्मेटोलॉजिस्ट सीनियर कंसल्टैंट डॉक्टर कुलदीप शर्मा से जानते हैं कि त्वचा के लिए ढीलेपन को दूर करने के लिए थ्रेड लिफ्ट कैसे फायदेमंद होती है और इसको कैसे उपयोग किया जा सकता है।
थ्रेड लिफ्ट क्या है? - What Is Thread Lift Technique In Hindi
थ्रेड लिफ्ट एक कॉस्मेटिक प्रक्रिया है, जिसमें मेडिकल-ग्रेड थ्रेड्स (विशेष तरह का धागा) का उपयोग करके त्वचा को ऊपर उठाया जाता है। ये थ्रेड्स त्वचा के नीचे डाले जाते हैं और त्वचा को कसने में मदद करते हैं। इस प्रक्रिया का मुख्य उद्देश्य ढीली त्वचा (सैगिंग स्किन) को टाइट, कसाव और जवां बनाना है, जिससे चेहरा नेचरुल रूप से लिफ्टेड और फ्रेश दिखता है। यह पहले से चली आ रही सर्जरी का एक विकल्प हो सकती हैं। इस प्रक्रिया में ज्यादा कट नहीं लगते हैं और रिकवरी के लिए भी ज्यादा समय नहीं लगता है।
ढीली और लटकती त्वचा के लिए थ्रेड लिफ्ट के फायदे - Benefits Of Thread Lift For Sagging Skin In Hindi
त्वचा को नेचुरल रूप से कसाव लाएं
थ्रेड लिफ्ट तकनीक में लटकती और ढीली त्वचा को नेचरुल तरीके से कसाव लाने में मदद करता है। इससे चेहरे की स्किन से झुर्रियां दूर होती है और आपकी स्किन फ्रेश दिखाई देती है।
कोलेजन बूस्ट होता है
थ्रेड लिफ्ट तकनीक कोलेजन और इलास्टिसिटी को बेहतर करती है। जिससे त्वचा धीरे-धीरे टाइट होती है और झुर्रियों की समस्या में आराम मिलता है।
त्वरित रिकवरी (Quick Recovery)
इस तकनीक में सर्जरी की तरह बड़े और गहरे कट नहीं लगाएं जाते हैं। इस वजह से थ्रेड लिफ्टिंग तकनीक के बाद लोगों की रिकवरी कम समय में हो पाती है और इसके प्रभाव भी जल्द ही नजर आने लगते हैं।
थ्रेड लिफ्ट कैसे काम करता है? - Process Of Thread Lift Technique In Hindi
थ्रेड लिफ्ट प्रक्रिया को तीन मुख्य चरणों में बांटा जा सकता है। इसे आगे जानते हैं।
त्वचा के टाइप को समझाना
कॉस्मेटोलॉजिस्ट या एक्सपर्ट या डॉक्टर मरीज की त्वचा की मौजूदा स्थिति को समझने के लिए उनके स्किन के टाइप (सेंसिटिव, नॉर्मल, ऑयली और ड्राई) को जानते हैं। इसके बाद यह योजना तैयार की जाती है कि किस हिस्से पर यह तकनीक शुरु की जाए।
त्वचा में थ्रेड को डालना (Insertion of Threads)
इस तकनीक में सबसे पहले स्किन में एनेस्थीसिया देकर सुन्न किया जाता है। इसके बाद बारिक सुइयों कि मदद से बायोडिग्रेडेबल थेड्स को त्वचा की अंदर डाला जाता है। ये थ्रेड्स स्किन को धीरे-धीरे ऊपर उठाने में मदद करते हैं और स्किन में कसाव लाते हैं।
कोलेजन के उत्पादन को बूस्ट करना (Collagen Stimulation)
इस प्रक्रिया में इस्तेमाल किए जाने वाले थ्रेड्स त्वचा के भीतर कोलेजन उत्पादन को बढ़ाने में मदद करते हैं। इससे त्वचा नेचुरल रूप से टाइट और हेल्दी दिखने लगती है। कुछ महीनों के बाद यह थ्रेड्स स्किन में घुल जाते है, लेकिन इनके प्रभाव व्यक्तियों में सामान्य रूप से करीब एक से दो सालों तक दिखाई देते हैं।
इसे भी पढ़ें: ढीली और लटकती त्वचा में कसाव लाने के लिए अपनाएं ये 5 घरेलू उपाय
Benefits of Thread Lift For Sagging Skin In Hindi: जिन लोगों की उम्र 30 से 60 साल उनके लिए यह तकनीक अपनाई जा सकती है। एक्सपर्ट्स के अनुसार जिन लोगों की त्वचा ज्यादा लटकी नहीं है वह इस तकनीक को अपना सकते हैं। यदि, पहले आपको स्किन से जुड़ी कोई समस्या हुई हो तो ऐसे में आप इसकी जानकारी डॉक्टर को प्रदान करें। साथ ही, स्किन पर मुंहासे व अन्य समस्या का इलाज करने के बाद ही आप इस प्रक्रिया को अपनाएं।