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जोड़ों के दर्द को दूर कर सकता है कचनार, जानें इसके फायदे

उम्र बढ़ने के साथ हड्डियों के जोड़ों में दर्द की समस्या होना एक आम बात मानी जाती है। लेकिन, क्या आप जानते हैं कि आयुर्वेदिक उपायों से आप इस समस्या से बचाव कर सकते हैं? इस लेख में आगे जानते हैं कि जोड़ों में दर्द होने पर कचनार के क्या फायदे होते हैं?
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जोड़ों के दर्द को दूर कर सकता है कचनार, जानें इसके फायदे


Ayurvedic Remedies For Joint Pain: लोगों के द्वारा शारीरिक गतिविधियों में कमी आने के कारण उनको कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आज के समय में युवा हो या बुजुर्ग हर किसी को जोड़ों में दर्द और उससे जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। दरअसल, बीते कुछ वर्षों से लोगों की खानपान और लाइफस्टाइल से जुड़ी आदतों में  बदलाव इसकी बड़ी वजह मानी जा सकती है। ऐसे में हड्डियों पर दबाव पड़ता है और जोड़ों में अकड़न शुरु हो जाती है। एक्सपर्ट्स बताते हैं कि यदि व्यक्ति दिन में कुछ देर एक्सरसाइज करें और सही खानपान पर ध्यान दें तो हड्डियों के अलावा अन्य बीमारियों से बचाव कर सकता है। इस लेख में जानते हैं कि जगत फार्मा के सीनियर कंसल्टेंट आयुर्वेदिक डॉक्टर परविंदर को से जानते हैं कि जोड़ों के दर्द में कचनार के क्या फायदे हो सकते हैं? 

जोड़ों के दर्द में कचनार के फायदे - Benefits Of Kachnar To Reduce Joint Pain In Hindi

कचनार (Bauhinia variegata) एक मध्यम आकार का वृक्ष होता है जो पूरे भारत में पाया जाता है। इसके गुलाबी, बैंगनी या सफेद रंग के सुंदर फूल होते हैं। इससे शरीर के वात रोगों की वजह से होने वाले रोग जैसे गठिया, सूजन और जकड़न आदि में काफी फायदा मिलता है। कई स्टडीज भी यह बताती है कि इसमें एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो जोड़ों के दर्द को कम करने में मदद कर सकती है। आगे जानते हैं कि जोड़ों के दर्द में कचनार के क्या फायदे होते हैं।  

सूजन को कम करने में सहायक

जोड़ों के दर्द का एक मुख्य कारण सूजन (inflammation) होता है। कचनार की छाल में प्राकृतिक एंटी-इंफ्लेमेटरी (Anti-inflammatory) गुण होते हैं, जो  जोड़ों की सूजन को कम कर व्यक्ति को राहत प्रदान करते हैं। इसके नियमित सेवन से जोड़ों की सूजन धीरे-धीरे कम होती है।

वात दोष को बैलेंस करें

आयुर्वेद के अनुसार, वात दोष का असंतुलन जोड़ों के दर्द, अकड़न और सूजन की वजह बन सकता है। कचनार वातशामक गुणों से युक्त होता है, जो वात को नियंत्रित कर दर्द और जकड़न को दूर करता है।

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गठिया में लाभकारी

बुजुर्गों में गठिया (Arthritis) एक आम समस्या मानी जाती है, जिसमें जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में कठिनाई होती है। कचनार की छाल और फूलों से बने काढ़े का सेवन गठिया रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद माना जाता है। यह धीरे-धीरे जोड़ों की कार्यक्षमता को बढ़ाता है।

हड्डियों को मजबूती प्रदान करें

कचनार में कैल्शियम और अन्य मिनरल्स पाए जाते हैं जो हड्डियों को मजबूती प्रदान करते हैं। जब हड्डियां मजबूत होंगी, तो जोड़ों पर दबाव कम होगा और दर्द से राहत मिलेगी।

कचनार के उपयोग के तरीके - How to use kachnar for joint pain in hindi 

  • कचनार की छाल या फूलों को पानी में उबालकर उसका काढ़ा बनाएं। इसमें हल्दी और सोंठ मिलाकर सेवन करें। यह काढ़ा जोड़ों के दर्द और सूजन में लाभ देता है।
  • आयुर्वेद में ‘कचनार गुग्गुलु’ एक प्रसिद्ध औषधि है, जिसे जोड़ों के दर्द, थायरॉइड और लिम्फ नोड्स की समस्याओं में दिया जाता है। यह बाजार में भी उपलब्ध है, लेकिन इसे डॉक्टर की सलाह से लेना चाहिए।
  • कचनार के पत्तों को पीसकर उसका लेप बनाएं और दर्द वाले स्थान पर लगाएं। यह स्थानीय सूजन और जलन को कम करता है।

इसे भी पढ़ें : जोड़ों के दर्द से बचाव के लिए अपनाएं ये 5 उपाय, चोट लगने का जोखिम भी होगा कम

Joint Pain Home Remedies: गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली माताओं को कचनार का सेवन करने से पहले डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए। इसके अलावा, एलोपैथी दवा खा रहें तो ऐसे में भी डॉक्टर से संपर्क करने के बाद ही कचनार का सेवन करें। यह जोड़ों के दर्द में आपकी मदद कर सकता है। लेकिन, यदि आपको पहले से कोई रोग है तो ऐसे में डॉक्टर की सलाह के बाद ही इसका सेवन करें। 


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