
आयुर्वेद में जीवंती को जीवन रक्षण औषधी कहा जाता है क्योंकि ये कई बीमारियों को जड़ से खत्म करने का काम करती है। पेट से जुड़ी शिकायतें हों या त्वचा संबंधी रोग, जीवंती के पास सबका इलाज है यहां तक की टीबी जैसे गंभीर रोग में भी जीवंती फायदेमंद मानी जाती है। जीवंती औषधीय गुणों से भरपूर है। जीवंती की जड़, फूल, फल सभी का इस्तेमाल कई बीमारियों को दूर करने के लिए किया जाता है। हमारे देश में जीवंती कई राज्यों में पाया जाता है जैसे यूपी, पंजाब, गुजरात, दक्षिण भारत आदि। जीवंती का तना कोमल होता है, इसकी छाल में दरार होती है, पत्ते लंबे और चौड़े होती हैं और फूल पीले या सफेद होते हैं व फलियां बेल के आकार की होती हैं। अगर आपको जीवंती के फल और फूल का इस्तेमाल करना है तो इस पौधे पर सबसे ज्यादा फल और फूल अगस्त से फरवरी के बीच होते हैं। इस विषय पर ज्यादा जानकारी के लिए हमने लखनऊ के विकास नगर में स्थित प्रांजल आयुर्वेदिक क्लीनिक के डॉ मनीष सिंह से बात की।
इस पेज पर:-
1. बुखार को ठीक करता है जीवंती (Jivanti helps to cure fever)
2. अर्थराइटिस का दर्द दूर करता है जीवंती (Jivanti helps to cure arthritis pain)
3. जीवंती के लेप से घाव जल्दी भर जाता है (Jivanti helps to cure wound)
5. जीवंती के सेवन से बढ़ती है भूख (Jivanti helps to increase appetite)
6. जीवंती की मदद से टीबी का इलाज किया जाता है (Jivanti helps to cure tuberculosis)
7. दस्त की समस्या दूर करता है जीवंती (Jivanti helps to cure Diarrhoea)
8. मुंह के छाले ठीक करता है जीवंती (Jivanti helps to cure ulcer)

1. बुखार को ठीक करता है जीवंती (Jivanti helps to cure fever)
जीवंती की जड़ में भी औषधीय गुण होते हैं, इससे बने काढ़े का सेवन करने से बुखार कम हो जाता है। जड़ से बने काढ़े को बनाने के लिए आप जड़ को पीसकर पाउडर बना लें फिर उसे पानी गरम होने के बाद उसमें मिलाकर चलाएं, जब पानी आधा रह जाए तो छानकर पी लें।
2. अर्थराइटिस का दर्द दूर करता है जीवंती (Jivanti helps to cure arthritis pain)
अगर आप जीवंती के पत्तों को पीसकर घुटने या जोड़ों पर लगाएं तो अर्थराइटिस या जोड़ों के दर्द से राहत मिलेगी। जीवंती के इस्तेमाल से दर्द और सूजन दोनों में आराम मिलता है।
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3. जीवंती के लेप से घाव जल्दी भर जाता है (Jivanti helps to cure wound)
त्वचा संबंधी रोग में जीवंती फायदेमंद माना जाता है। जीवंती के पत्तों का पेस्ट लगाकर आप घाव को ठीक कर सकते हैं, इससे घाव जल्दी भर जाता है। आपको जीवंती के पत्तों को पीसकर उसमें हल्दी मिलाकर लेप बनाना है और उस लेप को घाव पर लगा लेना है।
4. सूजन दूर करता है जीवंती (Jivanti helps to cure swelling)

अगर आपके शरीर में सूजन है तो उसे दूर करने के लिए भी जीवंती की मदद ले सकते हैं। जीवंती के पत्ते का रस आप सूजन वाली जगह पर लगाएं इससे सूजन ठीक हो जाएगी। सूजन के साथ-साथ जलन दूर करने में भी जीवंती फायदेमंद है।
5. जीवंती के सेवन से बढ़ती है भूख (Jivanti helps to increase appetite)
जीवंती का सेवन करने से भूख बढ़ती है। आप जीवंती के फूल को पीसकर उसके रस को शहद के साथ मिलाकर सेवन करें इससे भूख बढ़ जाएगी। हार्ट डिसीज में भी जीवंती फायदेमंद माना जाता है।
6. जीवंती की मदद से टीबी का इलाज किया जाता है (Jivanti helps to cure tuberculosis)
टीबी के लक्षणों को दूर करने के लिए जीवंती फायदेमंद माना जाता है, ऐसा नहीं कहा जा सकता कि ये टीबी को पूरी तरह से ठीक कर सकता है, अगर आपको लक्षण नजर आते हैं तो आप दवाओं का कोर्स करें लेकिन हल्के लक्षण नजर आने पर जीवंती का सेवन किया जा सकता है। जीवंती के पत्तों की लुग्धी को घी के साथ लेना फायदेमंद माना जाता है।
7. दस्त की समस्या दूर करता है जीवंती (Jivanti helps to cure Diarrhoea)
अगर आपका पेट खराब है तो जीवंती के पत्ते के रस में शहद मिलाकर गुनगुने पानी में मिलाकर उसका सेवन करें, इससे दस्त की समस्या दूर हो जाएगी। जीवंती के मिश्रण का सेवन कब कर सकते हैं? आप जीवंती का सेवन खाने के बाद कर सकते हैं। मात्रा की बात करें तो केवल एक छोटी चम्मच जितनी मात्रा ही लें। जीवंती का सेवन आप चूरण के रूप में कर रहे हैं तो गुनगुने पानी के साथ ले सकते हैं। दिन में दो बार से ज्यादा इसका सेवन आपको नहीं करना है।
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8. मुंह के छाले ठीक करता है जीवंती (Jivanti helps to cure ulcer)
मुंह में अल्सर होने पर जीवंती के पत्ते के पेस्ट को शहद के साथ मिलाकर मुंह और होंठ पर लगाने से छाले जल्दी ठीक हो जाते हैं और इसी मिश्रण का चूरण बनाकर पानी के साथ लें तो खांसी की समस्या दूर होती है।
अगर आपको कोई गंभीर त्वचा या अंग का रोग है तो डॉक्टर की सलाह पर ही जीवंती का इस्तेमाल करें।
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