
कोरोना के समय में हर तरफ इम्यूनिटी बढ़ाने की बात चल रही है। ऐसे में वे महिलाएं जो गर्भवती हैं उनकी भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने पर जोर दिया जा रहा है। गर्भावस्था में क्या खाएं और क्या न खाएं, यह सबसे बड़ा सवाल बन जाता है। तो वहीं, डायटीशियन्स का मानना होता है कि गर्भवती महिला को संतुलित व मौसम के अनुसार खानपान करना चाहिए। अभी बसंत का मौसम चल रहा है। इस मौसम में लच्छेदार, गुच्छेदार हरे, काले लाल रंग के अंगूर बाजार में दिखाई दे रहे हैं। गर्भावस्था में अंगूर खाने के कई फायदे होते हैं। तो वहीं अनियंत्रित सेवन आपको नुकसान भी दे सकता है। गर्भावस्था में अंगूर खाने के क्या फायदे व नुकसान हैं, इस पर हमने बात की बरेली के साईं और केके अस्पताल में वरिष्ठ क्लीनिकल डायटीशियन मीना शर्मा से। उन्होंने बताया कि वैसे तो गर्भावस्था में सभी तरह के फल खाना अच्छा होता है। ये सभी फल खनिज पदार्थों से भरपूर होते हैं। पर अनियंत्रित रूप से किसी भी चीज का खाना नुकसानदायक होता है। उन्होंने कहा कि गर्भवती महिलाओं को अंगूर को अपनी डायट में एक स्नैक की तरह शामिल करना चाहिए।
अंगूर में मौजूद पोषक तत्त्व
डायटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि अंगूर में विटामिन सी, फोलेट, एंटी-ऑक्सीडेंट, फाइबर आदि सभी गुण होते हैं। यह गुण मां और बच्चे दोनों के लिए स्वास्थ्यवर्धक होते हैं। इसके अलावा अंगूर में कोबाल्ट, रेसपेराट्रोल, टारटरिक एसिड, कैल्शियम, आयरन, मैंगनीज, सिट्रीक एसिड आदि गुण होते हैं। तो वहीं यह फल विटामिन्स से भरपूर होता है।
दिन में कब और कितना खाएं अंगूर
डॉयटीशिनय मीना शर्मा का कहना है कि किसी भी खाद्य पदार्थ का अनियंत्रित सेवन आपको नुकसान पहुंचा सकता है। इसलिए जरूरी है कि आप नियंत्रित में मात्रा में ही अंगूर का सेवन करें। डॉयटीशियन के मुताबिक गर्भवती महिला को दिन में एक कटोरी अंगूर का सेवन करना चाहिए। इसे वे स्नैक की तरह खा सकती हैं। इसे वे अपनी डायट में सुबह, शाम, दोपहर के वक्त भी शामिल कर सकती हैं।
किस रंग का अंगूर खाएं
बाजार में आपको हरे, लाल और काले रंग के अंगूर दिख जाएंगे। वैसे तो गर्भावस्था में किसी भी रंग का अंगूर खाने से फायदा होगा। लेकिन डायटीशियन मीना शर्मा का कहना है कि काले रंग के अंगूर गर्भवती महिलाओं के लिए ज्यादा फायदेमंद होते हैं। इसके काले रंग में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं। जो स्वस्थ सेहत का अच्छा स्रोत हैं। यह मां और शिशु दोनों के लिए अच्छा होता है।
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गर्भावस्था में अंगूर खाने के फायदे
1. खून की कमी को करे दूर
महिलाओं पहले ही खून की कमी होती है। प्रेग्नेंसी में यह कमी और बढ़ जाती है। बहुत बार एनीमिया की वजह से महिलाओं को गंभीर परिणाम झेलने पड़ते हैं। इसलिए हमेशा कहा जाता है कि महिलाओं को शुरू से अपने खानपान का ध्यान रखना चाहिए। डायटीशियन मीना शर्मा का कहना है कि अंगूर में आयरन पाया जाता है जो गर्भवती महिलाओं में खून की कमी को पूरा करता है। दिन में नियमित मात्रा में अंगूर का सेवन करने हीमोग्लोबीन की कमी को पूरा किया जा सकता है।
2. ऐंठन को दूर भगाए
गर्भावस्था एक ऐसी अवस्था होती है जिसमें बहुत सी बीमारियां यूं ही मिल जाती हैं। ऐसी कमजोरियां जो कभी नहीं हुईं वह भी होने लगती हैं। डायटीशियन मीना शर्मा ने बताया कि अंगूर में मैंगनीशियम होता है जो गर्भावस्था में महिला को होने वाली ऐंठन से राहत दिलाता है। इसलिए गर्भवती महिलाओं को अंगूर का सेवन करना चाहिए।
3. दांतों को मिले मजबूती
अंगूर में कैल्शियम की अधिकता के साथ-साथ कार्बनिक अम्ल की अच्छी मात्रा होती है। यह दोनों गुण गर्भावस्था में होने वाली दांतों की समस्याओं से निजात दिलाती हैं। कार्बनिक अम्ल मुंह में मौजूद हानिकारिक बैक्टीरिया से लड़ता है। और मुंह को स्वच्छ रखता है।
4. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाए
अंगूर में एंटी-ऑक्सीडेंट होते हैं जो इम्यूनिटी को बूस्ट करने में मदद करते हैं। इसलिए डॉक्टर हमेशा कहते हैं कि गर्भवती महिला को अपनी डायट में ऐसे खाद्य पदार्थों को शामिल करना चाहिए जिन्हें खाने रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो। अंगूर इसका अच्छा स्रोत है।
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5. कब्ज की समस्या से दिलाए निजात
गर्भावस्था में महिलाओं को कब्ज की दिक्कत होने लगती है। अंगूर में पाया जाने वाला फाइबर कब्ज की दिक्कत को दूर करता है। दरअसल फाइबर मलत्याग की क्रिया में मदद करता है। इसलिए अंगूर खाने से गर्भवती महिलाओं को कब्ज की शिकायत दूर होती है।
6. मांसपेशियों को दुरुस्त करे
अंगूर में एंटी-ऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो मांसपेशियों को दुरुस्त करने में मदद करते हैं। अंगूर मांसपेशियों में होने वाली थकान के साथ ही उन्हें मजबूत भी करते हैं। अंगूर में रेस्वेराट्रोल एंटी-ऑक्सीडेंट पाया जाता है जो मांसपेशियों की मजबूती के लिए फायदेमंद होता है। जैसा कि हम जानते हैं कि गर्भावस्था में महिला के मूड से लेकर शरीर में भी बदलाव आते हैं। ऐसे में उसके स्वस्थ खानपाना का ख्याल रखना बहुत जरूरी है।
7. उल्टी, मितली की समस्या को करे दूर
गर्भावस्था में समय-समय पर उल्टी या मितली की दिक्कत होने लगती है। इस परेशानी को मॉर्निंग सिकनेस कहा जाता है। अंगूर खाने से इस परेशानी से निजात मिल जाती है। आप चाहें तो अंगूर का सीधा सेवन या उसका जूस भी पी सकते हैं।
8. आंखों के लिए लाभदायक
अंगूर में कई तरह के मिनरल व विटामिन्स होते हैं। ये गुण गर्भवती महिला और भ्रूण दोनों के लिए लाभदायक होते हैं। अंगूर में फाइटोकेमिकल्स होता है जो कई तरह के नेत्र रोगों को दूर करता है। आंखों का लाल होना या किसी अन्य तरह की परेशानी होने पर अंगूर खाने से फायदा मिलता है। अंगूर को आप बतौर चाट, सीधा धोकर या जूस बनाकर पी सकते हैं।
गर्भावस्था में अंगूर खाने के नुकसान
डायटीशियन मीना शर्मा का कहना है कि किसी भी चीज का जरूरत से ज्यादा सेवन नुकसान देता है। यों तो अंगूर खाने के कोई नुकसान तब तक नहीं होते हैं जब तक उसे सीमित मात्रा में खाया जाए। जब असीमित मात्रा में अंगूर खाया जाता है तब मुंह का स्वाद बिगड़ सकता है। या फिर अंगूर में फाइबर अधिक होता है जिससे दस्त जैसी परेशानियां हो सकता है।
गर्भवती महिलाओं को सीजनल फल व सब्जियां खानी चाहिए। अभी का मौसम अंगूर का है। तो आपको जिस भी रंग के अंगूर मिलते हैं, उन्हें आप खाएं। अंगूर खाने से गर्भ में पल रहा भ्रूण व मां दोनों के लिए फायदेमंद होता है। अंगूर में पोटेशियम, मैंग्नीशियम, सोडियम, जिंक, कार्बोहाइड्रेट, एनर्जी व पानी जैसे कई पोषक तत्त्व होते हैं। दिन में एक कटोरी का अंगूर का सेवन मां और बच्चे को स्वस्थ रख सकता है। पर ध्यान रहे कि जरूरत से ज्यादा अंगूर का सेवन न करें।
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