
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के लक्षण काफी परेशान करने वाले होते हैं। अगर आप पहले ही इन दो टिप्स को फॉलो करें तो PMS के लक्षणों से बच सकती हैं।
प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम (Premenstrual syndrome)अक्सर हर महिला की परेशानी है, जो कि पीरियड्स आने से कुछ दिनों पहले होता है। पीएमएस में महिलाओं में अक्सर कई तरह के परेशान करने वाले लक्षण (pms symptoms)नजर आते हैं, जैसे कि मूड स्विंग्स, ब्रेस्ट में भारीपन, फूड क्रेविंग, थकान, चिड़चिड़ापन, पेट से संबंधित समस्याएं और यहां तक कि डिप्रेशन भी हो जाता है। कुछ के लिए ये लक्षण हल्के होते हैं, तो कुछ महिलाओं के लिए ये काफी बुरा होता है। हालांकि, पीएमएस का कारण (causes of pms) पूरी तरह से समझा नहीं गया है, पर माना जाता है कि यह मेंस्ट्रुअल साइकिल के दौरान हार्मोनल परिवर्तनों से जुड़ा हुआ है। इससे राहत पाने के लिए महिलाएं विभिन्न चीजों का इस्तेमाल करती हैं, जैसे कि दर्द निवारक दवाइयां या कई आयुर्वेदिक नुस्खें। पर आज हम आपके लिए न्यूट्रिशनिस्ट गगन आनंद (Gagan Anand) के बताए 2 घरेलू नुस्खें लाए हैं, जो कि आपके लिए एक जादुई घरेलू उपाय की तरह काम कर सकता है और पीएमएस के लक्षणों को कम करने में आपकी मदद कर सकता है।
1.दालचीनी और शदह की चाय
- -1 चम्मच दालचीनी का पाउडर लें और उसे 1 कप पानी में डाल कर खूब खौला लें।
- -अब इसमें हल्का सा शहद मिला लें ।
- -अब दूध मिला लें और सबको पकने दें।
- -अब इसे कप में निकाल कर पिएं।
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पीरियड्स से एक हफ्ते पहले रोज दिन 1 बार जरूर पिएं। आप महसूस करेंगे कि दालचीनी का गुण पीएमस के लक्षणों (pms symptoms in hindi) जैसे कि पेट फूलना, पानी की कमी, पीरियड्स से पहले आने वाले क्रैंप्स, सिर दर्द, थकान और चिड़चिड़ापन को कम करने में आपकी मदद करेगा। इसी तरह आप दालचीनी की चाय (benefits of cinnamon tea) के अलावा दालचीनी वाला दूध पी सकते हैं। दालचीनी की खास बात ये है कि यह सेरोटोनिन को पंप करता है और इसे ब्लड में सर्कुलेट कर देता है, जिससे आपके मूड में सुधार आता है। जर्नल ऑफ सेक्सुअल मेडिसिन ने एक अध्ययन की मानें, जो महिलाएं हर दिन दालचीनी का सेवन करती हैं, उसमें मूड स्विंगस कम हो जाते हैं।
इसके अलावा रात को सोते समय दालचीनी की चाय पीने से अत्यधिक वजन बढ़ने से बचा जा सकता है और कुछ को खोने में भी मदद मिल सकती है। साथ ही दालचीनी चयापचय को बढ़ावा देने और खाद्य पदार्थों के पाचन को आसान बनाने में मदद कर सकती है। तो, अगर आपको प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम परेशान करता है, तो दालचीनी की चाय और दूध पीती रहें।
2. रोज सुबह काले मुनक्कों का सेवन करें
काले मुनक्कों का सेवन (black raisins benefits in hindi) करने से आपको पीरियड्स से पहले होने वाले दर्द से राहत मिल सकती है। साथ ही पीरियड्स में ज्यादा ब्लीडिंग होने पर शरीर के लिए फायदेमंद हो सकता है। इसके अलावा ये प्रीमेंस्ट्रुअल सिंड्रोम के अन्य लक्षण जैसे कब्ज, पेट फूलने और मूड स्विंग्स को भी कम करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए आपको बस इतना करना है कि 2 काले मुनक्कों को रात भर भिगो कर रख दें और हर दिन सुबह खा लें। इसके अलावा काले मुनक्के कई अन्य पोषक तत्वों का भंडार भी हैं। हर महिला को अपने प्रजनन वर्षों के दौरान इसका सेवन करना चाहिए। ये बालों के झड़ने को कम करने के अलावा, ब्लड को शुद्ध करने और हाई ब्लड प्रेषर को नियंत्रण में रखने में भी मदद कर सकती है।
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काले मुनक्के ऊर्जा बढ़ाते हैं और फाइबर, विटामिन, और खनिजों से भरपूर होते हैं। हालांकि इनमें चीनी और कैलोरी की मात्रा अधिक होती है लेकिन ये हमारे स्वास्थ्य के लिए लाभकारी होते हैं। इसलिए हमें इन्हें कम मात्रा में ही खाना चाहिए। इस तरह से ये पाचन में सहायता कर सकता है, आयरन के स्तर को बढ़ा सकता है और आपकी हड्डियों को मजबूत रख सकता है।
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