रीढ़ की हड्डी में आई चोट प्रगतिशील मस्तिष्क को विकृत कर सकती है। यह बात एक नई रिसर्च में सामने आई है।
निष्कर्ष में पता चला है कि एससीआई संज्ञात्मक समस्याओं और अवसाद के साथ व्यापक और निरंतर मस्तिष्क में सूजन पैदा कर सकतीं हैं, जिससे तंत्रिका कोशिकाओं की प्रगति बाधित होती है।
इस रिसर्च के नेतृत्वकर्ता और अमेरिका के मैरीलैंड विश्वविद्यालय के चिकित्सा स्कूल यूएम एसओएम के रिसर्चर एलन फाडेन ने कहा, पहली बार हमारी नई रिसर्च में पता चला कि पृथक एससीआई से प्रमुख मस्तिष्क क्षेत्रों में मस्तिष्क कोशिकाओं की प्रगति में नुकसान हो सकता है।
यूएम एसओएम के ई अलबर्ट रीसे ने कहा, "यह रीढ़ की हड्डी की चोट के समग्र प्रभाव के बारे में हमारी समझ में एक महत्वपूर्ण और उल्लेखनीय प्रगति है। मस्तिष्क में आई विकृति को विभिन्न प्रयोगात्मक मॉडल और पशुओं पर प्रमाणित किया गया।"
रीसे ने कहा, "रीढ़ की हड्डी में चोट और मस्तिष्क के कार्य के बीच की कड़ी अब और अधिक स्पष्ट है, और हमें विश्वास है कि इस क्षेत्र में आगे होने वाली रिसर्च इस विनाशकारी चोट के इलाज के लिए नए तरीके पेश करेंगी।" यह अध्ययन सेल साइकिल एंड जर्नल आफ न्यूरोसाइंस में प्रकाशित हुआ है।
Source - Zee News
Image Source - Getty Images
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