नवजात बच्चों की परवरिश और उनकी देखभाल करना बहुत कठिन होता है। नवजात की देखभाल के दौरान माता-पिता को बहुत सावधानियां बरतनी चाहिए। अगर आपका बच्चा रात में अच्छे ढंग से नहीं सोता है तो उसको कई दिक्कतें हो सकती हैं। अगर आपका बच्चा रात को सोते समय बार-बार नींद से जागने की आदत है तो इसकी वजह से कई समस्याएं हो सकती हैं। 6 महीने तक की उम्र में बच्चों का नींद से बार-बार जागना एक आम बात है लेकिन इसके बाद अगर बच्चे की नींद रात में बार-बार खुल जाती है तो इसके पीछे कई कारण हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में आपको अपने बच्चे के सोने और जागने के पैटर्न को ध्यान से नोटिस करना चाहिए। आइये जानते हैं इस समस्या के कारण और बचाव के उपाय।
बच्चों का बार-बार नींद से जागना कितना सामान्य?
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एक्सपर्ट्स के मुताबिक 6 महीने तक के बच्चों का रात में बार-बार नींद से जागना सामान्य होता है। इस उम्र में बच्चों को बहुत अच्छी नींद नहीं आती है। सामान्यतः 6 महीने तक की उम्र में बच्चों की नींद का चक्र (स्लीप साइकिल) बहुत छोटी होती है। इस दौरान बच्चे 30 मिनट से लेकर 50 मिनट के लिए सोने के बाद जाग जाते हैं। लेकिन इस उम्र के बाद अगर 1 साल की उम्र में भी बच्चों की नींद शार्ट है या वे रात में सोते समय बार-बार जाग जाते हैं तो यह एक समस्या हो सकती है। कई बच्चों में रात को नींद से बार-बार जागने की समस्या न्यूट्रिशन और हेल्थ से जुड़ी समस्या के कारण हो सकता है।
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बच्चों के रात में नींद से जागने के कारण (Baby Waking Up Frequently Causes)
6 महीने से अधिक उम्र के बच्चों की नींद शार्ट होना या सोते समय बीच में बार-बार जाग जाना एक समस्या हो सकती है। इसके अलावा कई स्वास्थ्य स्थितियों के कारण बच्चों में यह समस्या हो सकती है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि पोषण और स्वास्थ्य से जुड़ी स्थितियां बच्चों की नींद के लिए जिम्मेदार होती हैं। सामान्यतः इन कारणों से बच्चों में नींद के दौरान बीच में बार-बार जागने की समस्या होती है।
1. खानपान और पोषण के कारण भी कई बार बच्चों में नींद के दौरान बार-बार जागने की समस्या हो सकती है। पर्याप्त पोषण न मिलने के कारण बच्चों में बार-बार भूख लग सकती है। जिसकी वजह से बच्चे नींद के बीच में बार-बार जग सकते हैं। छह महीने की उम्र के बाद बच्चों के पोषण का उचित ध्यान रखना चाहिए। इस समस्या से निजात पाने के लिए आप एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह भी ले सकते हैं।
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2. पेट दर्द की वजह से भी बच्चों में नींद के दौरान बार-बार जागने की समस्या हो सकती है। कई बार बच्चे के पेट में गैस बनने या पाचन से जुड़ी समस्या के कारण नींद नहीं आती है।
3. साइलेंट रिफ्लक्स के कारण भी बच्चों में नींद से जुड़ी समस्याएं हो सकती है। बच्चों में हिचकी, डकार जैसी समस्या साइलेंट रिफ्लक्स का लक्षण होती हैं। इस वजह से बच्चे रात में सोते समय बार-बार नींद से जाग सकते हैं। बच्चों में साइलेंट रिफ्लक्स के लक्षण दिखने पर आपको तुरंत डॉक्टर की सलाह लेनी चाहिए।
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4. दातं निकलने की वजह भी बच्चों को रात में नींद न आने की समस्या हो सकती है। दांत निकलने पर दर्द और बुखार की समस्या हो सकती है। इसकी वजह से बच्चों की नींद प्रभावित होती है। 6 महीने की उम्र के बाद बच्चों के दांत निकलने शुरू हो जाते हैं जिसकी वजह से वह नींद के बीच में बार-बार जाग सकता है।
5. नींद के अनियमित पैटर्न की वजह से भी बच्चों में नींद के दौरान बार-बार जागने की आदत या शार्ट स्लीप पैटर्न हो सकता है। बच्चों की नींद के पैटर्न का ध्यान उनके माता-पिता को जरूर रखना चाहिए।
बच्चों में नींद से जुड़ी समस्या से बचाव के उपाय
किसी भी व्यक्ति की अच्छी सेहत के लिए पर्याप्त और अच्छी नींद (Better Sleep) बेहद जरूरी होती है। नींद से जुडी समस्याएं शारीरिक स्वास्थ्य के साथ-साथ मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी नुकसानदायक होती हैं। बच्चों में नींद से जुड़ी समस्या होने के कारण उनका विकास प्रभावित हो सकता है और उन्हें कई तरह की समस्याएं हो सकती है। इस समस्या से बचाव के लिए इन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
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- माता-पिता को यह निगरानी करनी चाहिए कि बच्चा रोजाना कम से कम 10 घंटे सोता है।
- बच्चों में एक यही अनुशासन की आदत बनाएं, ताकि वह समय से खाना और सोना कर सकें। यदि ऐसा किया जाए, तो बच्चों में नींद न आने की समस्या को हल करने में मदद मिल सकती है।
- इलेक्ट्रॉनिक्स गैजेट्स बंद करें यानि बच्चे के सोने से ठीक पहले गैजेट्स / टैब / गेम्स से बचें।
- भरपूर फीडिंग करवाएं या खिलाएं, पौष्टिक और स्वस्थ आहार बच्चों नींद में मदद कर सकते हैं।
- बच्चे के सोने के समय में उसका वातावरण बदलें।
- अगर बच्चों को सामान्य बिस्तर पर सोने में दिक्कत हो रही हो तो क्रिब बेड्स का इस्तेमाल करें।
ऊपर बताई गयी बातों का ध्यान रखने से बच्चों में नींद से जुड़ी समस्या को दूर किया जा सकता है। अगर आपके बच्चो को गंभीर रूप से नींद के बीच में बार-बार जागने आदत हो तो ऐसी स्थिति में डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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