
आजकल काम के दबाव, बिगड़ी लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों के कारण लोगों में तनाव की समस्या बना रहती है। यह तनाव कभी-कभी गुस्से का रूप धारण कर लेता है, जिससे ना केवल मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है, बल्कि यह शारीरिक स्वास्थ्य पर भी नेगेटिव प्रभाव डालता है। लोग अक्सर काम के बोझ, आर्थिक समस्याओं या पारिवारिक कलह के कारण तनाव का सामना करते हैं। इसके कारण, तनाव और गुस्से का मिश्रण कई बार लोगों पर हावी हो जाता है। हालांकि, आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं जो गुस्से को कंट्रोल करने और मानसिक शांति को बढ़ाने में मदद कर सकते हैं। इस लेख में रामहंस चेरिटेबल हॉस्पिटल के आयुर्वेदिक डॉक्टर श्रेय शर्मा (Ayurvedic doctor Shrey Sharma from Ramhans Charitable Hospital) कुछ प्रभावी आयुर्वेदिक उपाय बता रहे हैं, जिससे गुस्सा और तनाव को कंट्रोल करने में मदद मिल सकती है।
तनाव और गुस्से को कंट्रोल करने के लिए क्या करें?
1. शीतली प्राणायाम
शीतली प्राणायाम एक प्रभावी ब्रीदिंग टेक्नीक है जो मानसिक शांति और शारीरिक संतुलन को बनाए रखने में मदद करती है। यह गुस्से को शांत करने और तनाव को कम करने में प्रभावी है।
- सबसे पहले, एक शांत स्थान पर बैठ जाएं।
- अपनी आंखें बंद करें और गहरी सांस लें।
- जीभ को मोड़ते हुए सांस को धीरे-धीरे मुंह से बाहर निकालें, जिससे आपको ठंडक महसूस हो।
- यह प्रक्रिया 5-10 मिनट तक दोहराएं।
- यह प्राणायाम शरीर को ठंडा करता है और दिमाग को शांत करता है, जिससे गुस्सा और तनाव कम होता है।
इसे भी पढ़ें: पेट से जुड़ी अलग-अलग समस्याओं से राहत पाने के लिए अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय, मिलेगा आराम
2. अश्वगंधा और ब्राह्मी का सेवन
अश्वगंधा और ब्राह्मी दोनों ही हर्बल औषधियां हैं। अश्वगंधा शरीर को तनाव के प्रभावों से निपटने में मदद करती है। यह मानसिक शक्ति को बढ़ाने और गुस्से को कम करने में भी सहायक होती है। वहीं ब्राह्मी मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है। यह तनाव को कम करती है और मानसिक संतुलन बनाए रखती है। आप अश्वगंधा और ब्राह्मी की चूर्ण को गर्म दूध या पानी के साथ ले सकते हैं।
3. अभ्यंग
अभ्यंग यानी तेल मालिश, शरीर को शांत करने और तनाव को कम करने का एक प्राचीन आयुर्वेदिक तरीका है।
- मालिश के लिए नारियल या सरसों का तेल लें और पूरे शरीर पर लगाएं।
- इसके बाद हल्के हाथों से शरीर पर हल्की-हल्की मालिश करें।
- इसे लगभग 20-30 मिनट तक करें, फिर स्नान करें।
- अभ्यंग से रक्त संचार बेहतर होता है, मांसपेशियों का तनाव कम होता है और मन को शांति मिलती है।
इसे भी पढ़ें: पेट फूलने यानी ब्लोटिंग से रहते हैं परेशान? अपनाएं ये 5 आयुर्वेदिक उपाय, मिलेगा आराम
4. त्रिफला का सेवन
त्रिफला में तीन चीजों आंवला, बिभीतकी और हरितकी का संयोजन होता है। यह न केवल पाचन में मदद करता है, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य को भी बेहतर बनाता है। रात को सोने से पहले एक चम्मच त्रिफला पाउडर को गर्म पानी में मिलाकर लें। यह तनाव को कम करने में मदद करता है और शरीर को डिटॉक्स करता है।
5. हर्बल चाय का सेवन
हर्बल चाय तनाव को कम करने और मानसिक शांति बढ़ाने के लिए एक बेहतरीन उपाय है। हर्बल चाय जैसे कैमोमाइल, पुदीना और तुलसी की चाय तनाव को कम करती है और मन को शांति प्रदान करती है। हर्बल चाय को दिन में 1-2 बार पिएं। यह आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद साबित हो सकती है।
निष्कर्ष
गुस्से और तनाव को मैनेज करने के लिए आयुर्वेदिक उपाय बेहद प्रभावी हैं। शीतली प्राणायाम, अश्वगंधा और ब्राह्मी का सेवन, अभ्यंग, त्रिफला और हर्बल चाय का सेवन और नियमित ध्यान जैसे उपाय आपके मानसिक स्वास्थ्य को सुधार सकते हैं। ये उपाय न केवल आपको शारीरिक स्वास्थ्य में सुधार लाएंगे, बल्कि मानसिक शांति भी प्रदान करेंगे।
All Images Credit- Freepik
How we keep this article up to date:
We work with experts and keep a close eye on the latest in health and wellness. Whenever there is a new research or helpful information, we update our articles with accurate and useful advice.
Current Version