Avian Flu outbreak in Ranchi: झारखंड की राजधानी रांची में बर्ड फ्लू का कहर जारी है। बर्ड फ्लू की दहशत के बीच रांची और प्रदेश के विभिन्न इलाकों में चिकन और अंडों की ब्रिकी कम हो गई है। इस संक्रमण के कारण नॉनवेज खाने वालों में दहशत देखने को मिल रही है। बर्ड फ्लू के प्रकोप की पुष्टि के बाद झारखंड के पशुपालन मंत्रालय ने पक्षियों की बिक्री और खरीद पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। प्रदेश में बर्ड फ्लू की पुष्टि होने के बाद रांची के उपायुक्त राहुल कुमार सिन्हा ने समाचार एजेंसी एएनआई बात करते हुए बताया कि प्रभावित क्षेत्र में सभी पक्षियों का सर्वेक्षण भी किया जा रहा है। बर्ड फ्लू की रोकथाम के लिए जिले में मशीनरी भी तैनात की गई है। वहीं, होटवार में क्षेत्रीय पोल्ट्री फार्म के दो डॉक्टरों और 6 स्टाफ सदस्यों को क्वराइंटन कर दिया गया है। रांची में बर्ड फ्लू के आतंक के बीच इस बीमारी के लक्षण और बचाव के तरीकों के बारे में जानना जरूरी है। आइए जानते हैं इसके बारे में।
बर्ड फ्लू क्या है?- What is Avian Flu or Bird Flu?
बर्ड फ्लू को एवियन इन्फ्लूएंजा के नाम से भी जाना जाता है। बर्ड फ्लू मुख्य रूप से एक तरह का वायरल इंफेक्शन है। यह इंफेक्शन पक्षियों के जरिए अन्य जानवरों और मनुष्य में फैलता है। अमेरिका के सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (CDC) के मुताबिक, बर्ड फ्लू आमतौर पर जंगली पक्षियों से पालतू पक्षियों में फैलता है। यह संक्रमण मुख्य रूप से पक्षियों के श्वसन तंत्र और आंतों पर हमला करता है। जिसकी वजह से पक्षी बीमारी हो जाते हैं। कुछ मामलों में जंगली पक्षियों से फैले संक्रमण की वजह से पालतू पक्षियों की मौत भी हो जाती है। जब कोई व्यक्ति संक्रमित पक्षियों का मांस खाता है, तो यह उसमें फैलती है।
इसे भी पढ़ेंः कंप्यूटर की तरह तेज काम करेगा दिमाग, आज से ही फॉलो करें एक्सपर्ट की ये 4 टिप्स
टॉप स्टोरीज़
बर्ड फ्लू के लक्षण क्या हैं?- Avian Flu Symptoms in Hindi
सीडीसी के अनुसार अगर कोई व्यक्ति बर्ड फ्लू से संक्रमित हो गया, तो उसमें हल्के और गंभीर लक्षण नजर आते हैं। अगर इन लक्षणों को तुरंत पहचान कर इलाज शुरू न किया जाए, तो संक्रमित व्यक्ति की मौत भी हो सकती है। आइए जानते हैं बर्ड फ्लू के लक्षणों के बारे में...
- बुखार
- खांसी गले में खराश
- नाक बहना
- मांसपेशियां में दर्द
- शरीर में दर्द
- सिरदर्द
- थकान
सांस लेने में तकलीफ और निमोनिया भी हो सकता है।
किन लोगों को है बर्ड फ्लू का ज्यादा खतरा?
सीडीसी के अनुसार, जो लोग पक्षियों के आसपास रहते हैं, उन्हें बर्ड फ्लू का खतरा ज्यादा होता है। इसके अलावा जो लोग मुर्गी पालन और पोल्ट्री फार्म में काम करते हैं, उनमें भी बर्ड फ्लू होने का खतरा देखा जाता है। साथ ही जो लोग मुर्गे या पक्षियों का मांस बेचते हैं, उनमें बर्ड फ्लू फैलने की आशंका ज्यादा रहती है। हेल्थ एक्सपर्ट का मानना है कि बर्ड फ्लू की स्थिति में पक्षियों और पक्षियों के इर्द-गिर्द रहने वाले लोगों से दूरी बनानी चाहिए।
बर्ड फ्लू से बचाव के तरीके - Prevention Tips from Bird Flu
अपनी रोजमर्रा की लाइफ में छोटी-छोटी बातों का ध्यान रखकर बर्ड फ्लू से संक्रमित होने से बचा जा सकता है। सीडीसी के अनुसार बर्ड फ्लू जिस भी क्षेत्र में फैलता है, वहां मुर्गे और पक्षियों के मांस की बिक्री पर रोक लगा दी जाती है। इस दौरान पशु और पशुओं से जुड़े उत्पादों का सेवन करने से बचना चाहिए।
संक्रमण से बचाव के लिए हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोएं।
खांसते या छींकते समय नाक और मुंह को ढक कर रखें।
संक्रमित व्यक्ति से हाथ न मिलाएं और उसके संपर्क में आने से बचें।
बर्ड फ्लू के लक्षण दिखाई देने पर खुद को क्वाराइंट करें।
इसे भी पढ़ेंः ब्रेस्टफीड कराने वाली ज्यादातर मदर्स करती हैं ये गलतियां, एक्सपर्ट से जानें इसके बारे में
बीमार होने पर आंख, नाक या मुंह को बार-बार छूने से बचें। ऐसे स्थान से दूरी बनाए जहां पर मुर्गे, बत्तख जैसे पक्षी रहते हों।
All Image Credit: Freepik.com