मशरूम, जो है एक एंटी-अल्जाइमर सुपरफूड...

मशरूम अल्जाइमर से बचाव में सहायक है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि मशरूम में बायो एक्टिव कम्पाउंड्स होते हैं जो कि न्यूरोडीजनरेशन के विकास को घटाने और कम करने में सहायक है।
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मशरूम, जो है एक एंटी-अल्जाइमर सुपरफूड...


हाल ही में हुए एक अध्ययन के मुताबिक मशरूम अल्जाइमर से बचाव में सहायक है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि मशरूम में बायो एक्टिव कम्पाउंड्स होते हैं जो कि न्यूरोडीजनरेशन के विकास को घटाने और कम करने में सहायक है। एक अनुमान के मुताबिक मौजूदा समय में अल्जाइमर की मरीजों की संख्या लाखों में है। साल 2020 तक 42 मिलियन लोग अल्जाइमर के मरीज होने की आशंका है। इससे समझा जा सकता है कि अल्जाइमर तेजी से फैलता है रोग है, जो कि लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है। तमाम विकास और मेडिकल जगत के फैलाव के बावजूद ऐसे अल्जाइमर के मरीजों की संख्या बहुत ज्यादा है, जिनका सही तरह से इलाज नहीं हो पा रहा है या फिर सही दिशा में इलाज होना संभव नहीं हो रहा।

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किन बीमारियों के लिए है रामबाण

हाल ही में हुए शोध सर्वेक्षण से पता चला है कि मेडिसिनल मशरूम में जो कि नर्व ग्रोथ बेहतर करता है और कई किस्म की समस्या से ब्रेन को बचाता है। साथ ही उम्र संबंधी कई बीमारियों से निजात भी दिलाता है। अबके पहले हुए तमाम अध्ययनों से पता चला था कि मशरूम में एंटीऑक्सीडेंट, एंटीट्यूमर, एंटीवायरस, एंटीकैंसर, एंटी-इंफ्लेमेट्री, एंटी-डायबिटिक आदि तत्व मौजूद हैं। जिन मशरूम में एंटी-इंफ्लेमेट्री तत्व होते हैं, वो उच्च रक्तचाप को नियंत्रित करने में सहायक है साथ ही उम्र संबंधी बीमारी में भी लाभकारी सिद्ध हुए हैं।

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वैज्ञानिकों ने खोजी कितनी किस्में?

वैज्ञानिकों ने करीब 11 किस्म के मशरूम पर रिसर्च किया और उसके मेडिसिनल प्रभाव को चूहों पर रिसर्च किया। उन्होंने पाया कि प्रत्येक मशरूम में नर्व ग्रोथ फैक्टर मौजूद होता है। यह हमारे ब्रेन को गहरे तक प्रभावित करता है, नियंत्रित करता है और संतुलित भी बनाए रखता है। चूंकि मशरूम से नर्व ग्रोथ फैटर प्रोड्यूस होता है तो यह हमारे न्यूरोन्स सुरक्षित रखने में सहायक है साथ ही रासायनिक तत्वों से न्यूरोन की रक्षा करता है। रीशी मशरूम की अगर हम उच्च्तम किस्म की जड़ी बूटियों से तुलना करें तो अतिश्योक्ति नहीं होगी। दरअल रीशी मशरूम में ज्ञान संबंधी काबीलियत को बढ़ाने की ताकत है। साथ ही हमारी उम्र भी लम्बी करता है। अतः इससे हम अंदाजा लगा सकते हैं कि इस किस्म के मशरूम किस तरह एंटी-अल्जाइमर है।

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मशरूम का तेल

यही नहीं वैज्ञानिकों ने यह भी पाया है कि मशरूम के कारा हमरी मेंटल हेल्थ बेहतर होती है। छोटी मोटी गलतियां करने से हम बचते हैं। इतना ही नहीं मशरूम से जो आवश्यक तेल निकलता है वह हमारे मेंटल टास्क को परफोर्म करने में मदद करता है। इससे हमारी तुरंत जवाब देने की क्षमता विकसित होती है। डा. समपाथ पार्थासैरेथी कहते हैं कि यदि हमें बेहतर जिंदगी जीनी है और अल्जाइमर जैसी बीमारियों से पार पाना है तो ज्यादा से ज्यादा ऐसे आहार का विकास करना होगा जो हमारे लिए उपयोगी है। यही नहीं तमाम आहार में मौजूद और हमसे छिपे तत्वों को जानने के लिए भी रिसर्च होना चाहिए।

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Image Source- Shutterstock

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