यदि आपके चेहरे में भी पिंपल्स होते हैं और अधिकतर इन कील-मुंहासों के कारण परेशान रहते हैं, तो आप अकेले नहीं हैं, जो इस समस्या से परेशान हों। अक्सर 13-30 के बीच की उम्र के लोगों के चेहरे में कील मुंहासें ज्यादा देखने को मिलते हैं, जिसके पीछे प्रदूषण, हार्मोन्स में असंतुलन या बदलाव, स्किन सेल्स की असमान्यताएं, आनुवांशिकी, तनाव व स्किन को सूट न करने वाले ब्यूटी प्रॉडक्ट्स और खानपान भी जिम्मेदार हो सकता है। जिनकी वजह से त्वचा प्रभावित होती है और आपके चेहरे पर मुंहासे निकल आते हैं। आमतौर पर मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए लोग दवा का भी इस्तेमाल करते हैं, लेकिन आप अपनी लाइफस्टाइल व खानपान में बदलाव से मुंहासों को रोका जा सकता है। आइए जानते हैं, कि चेहरे में होने वाले मुंहासों से बचने के लिए आपको क्या खाना चाहिए और क्या नहीं।
मुंहासे का क्या कारण है?
मुंहासे होंने के कई कारण हो सकते हैं, जिसमें आनुवंशिक गड़बड़ी, हार्मोनल उतार-चढ़ाव जो अतिरिक्त सीबम या तेल का कारण बनता है। इसके अलावा, धूल मिट्टी, प्रदूशण और चेहरे में गंदगी जमा होने के कारण मुँहासे होते हैं। हार्मोन भी मुँहासे के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं, यही कारण है कि मुंहासों को जवानी की निशानी या "हार्मोनल मुँहासे" के रूप में जाना जाता है। यह आमतौर पर किशोरावस्था के दौरान यौवन के दौरान सेक्स हार्मोन के स्तर में वृद्धि के कारण होते हैं। महिलाओं की बात की जाए, तो उनमें गर्भावस्था के दौरान भी हार्मोनल उतार-चढ़ाव से बाद में भी मुँहासे का आते हैं।
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मुंहासों से छुटकारा पाने के लिए क्या खाएं और क्या नहीं?
अध्ययनों के अनुसार पता चलता है, कि डेयरी उत्पाद और शुगरी फूड यानि चीनी वाले खाद्य व पेय पदार्थ मुँहासों के विकास से जुड़े हो सकते हैं। आइए हम आपको बताते हैं कि आपको मुंहासों की समस्या से बचने के लिए क्या खाना और पीना चाहिए।
क्या खाएं?
सब्जिया: सब्जियों में आप ब्रोकोली, पालक, मिर्च, तोरी, फूलगोभी, गाजर, आदि ले सकते हैं।
फल: मुंहासों से बचने के लिए आप फलों में जामुन, अंगूर, संतरे, सेब, चेरी, केले, नाशपाती, अंगूर, और आड़ू का सेवन कर सकते हैं यह आपके लिए फायदेमंद होगा।
साबुत अनाज और स्टार्च युक्त सब्जियाँ: इसमें आप शकरकंद, क्विनोआ, बटरनट स्क्वैश, ब्राउन राइस, ओट्स का सेवन करें।
हेल्दी वसा: अंडे, जैतून का तेल, एवोकाडो, नट्स, बीज, नट बटर, नारियल तेल ले सकते हैं, यह आपकी त्वचा को कोई नुकसान नहीं पहुंचाएंगे।
प्लांट-बेस्ड डेयरी विकल्प: इसमें आप काजू का दूध, बादाम दूध, नारियल दूध, नारियल दही ले सकते हैं। इनसे आपको किसी तरह की एलर्जी नहीं होगी।
हाई प्रोटीन: सैल्मन, टोफू, चिकन, टर्की, अंडे आदि ले सकते हैं।
फलियां: छोले, काले बीन्स, दाल आदि।
एंटी इंफ्लामेटरी हर्बल मसाले: हल्दी, दालचीनी, काली मिर्च, अजमोद, लहसुन, अदरक, अजवाइन, आदि।
बिना मीठे पेय पदार्थ: पानी, स्पार्कलिंग पानी, ग्रीन टी, हिबिस्कस चाय, नींबू पानी आदि।
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क्या न खाएं ?
यदि आप मुंहासों की समस्या से छुटकारा पाना चाहते हैं, तो डेयरी उत्पादों, वसायुक्त आहार, और हाई शुगरी फूड्स से बचना बेहतर है।
दूध और डेयरी उत्पाद: दूध, पनीर, दही, आदि का सेवन न ही करें और यदि आप इसके बिना नहीं रह सकते हैं, तो आप प्लांट बेस्ड डेयरी उत्पादों को चुन सकते हैं।
हाई प्रोसेस्ड फूड्स: जिसमें आपको फास्ट फूड, फ्रोजन खाद्य पदार्थों, चीनीयुक्त आहार, चिप्स, सफेद ब्रेड के सेवन से परहेज करें।
स्वीट एंड शुगरी खाद्य व पेय पदार्थ: पिंपल्स से बचने के लिए आपको कैंडी, केक-पेस्ट्री, सोडा, कुकीज़, एनर्जी ड्रिंक, स्वीट ड्रिंक्स आदि से बचना चाहिए।
यदि आप इस तरह अपना खानपान का ध्यान रखते हैं, तो काफी हद तक आपके चेहरे के कील मुंहासों को रोका जा सकता है।
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