Remedies For Muscle Relaxation: मांसपेशियों में खिंचाव और अकड़न को दूर करने में मददगार है हल्‍दी और चेरी जूस

 यदि आप अक्सर मांसपेशियों में दर्द या ऐंठन से पीड़ित हैं, तो आप इन घरेलू उपचारों को आज़माएं। 

Written by: Sheetal Bisht Updated at: 2020-09-16 13:37

मांसपेशियों में दर्द एक आम समस्या है, जिससे हम सब लगभग अपने दैनिक जीवन में गुजरते हैं। यदि आप मांसपेशियों में जकड़न का अनुभव करते हैं, तो चिंता न करें। यह सामान्य है, लेकिन अगर ये आपको ऐसा बार-बार महसूस होता है, तो यह एक अंतर्निहित मुद्दे का संकेत हो सकता है। मांसपेशियों में खिंचाव के कारण दर्द काफी आम है और ये शरीर के किसी भी हिस्से में हो सकता है। मांसपेशियों में अकड़न या सूजन को मांसपेशियों में ऐंठन भी कहा जाता है और यह कई कारणों से हो सकता है। उदाहरण के लिए, एक ही स्थिति में लंबे समय तक बैठे रहना, दौड़ना, व्यायाम करना या कुछ भारी चीज उठाना। यही नहीं, गर्भवती महिलाओं के शरीर के वजन में अचानक वृद्धि के कारण भी उन्‍हें इस स्थिति का खतरा होता है। वास्तव में मांसपेशियों में ऐंठन काफी दर्दनाक है और इस वजह से ज्यादातर लोग इससे राहत के लिए दवाओं का विकल्प चुनते हैं। लेकिन अगर ऐसे में आपको कुछ घरेलू उपाय मालूम हों, तो आप दवा की बजाय प्राकृतिक तरीके से मांसपेशियों के दर्द से राहत पा सकते हैं। 

मांसपेशियों की ऐंठन से बचने के घरेलू उपाय  

यहां कुछ आसान उपाय हैं, जिन्‍हें आप मांसपेशियों के दर्द या ऐंठन में अपना सकते हैं। 

हल्दी 

हल्दी एक प्राकृतिक रासायनिक यौगिक है, जिसे कर्क्यूमिन कहा जाता है। इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो एक गहन कसरत के बाद आपकी मांसपेशियों की समस्‍याओं को दूर करने और मसल्‍स रिलैक्‍शेसन यानि मांसपेशियों को आराम करने में सहायक है। इसलिए अगर आप एक्‍सरसाइज के बाद हल्दी वाला दूध पीते हैं, तो यह आपकी मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है। लेकिन ब्रेस्‍टफीडिंग कराने वाली या गर्भवती महिलाओं को बहुत अधिक करक्यूमिन के सेवन से बचना चाहिए।

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हीट एंड कोल्ड थेरेपी

हीट एंड कोल्ड थेरेपी लेने से आपकी मांसपेशियों को आराम मिल सकता है और मांसपेशियों की अकड़न कम हो सकती है। यदि मांसपेशियों में खिंचाव के कारण अकड़न है, तो सूजन को कम करने के लिए आप पहले 24 से 48 घंटों के लिए कोल्‍ड थेरेपी का उपयोग करें। इससे आपको ब्‍लड सर्कुलेशन को बढ़ाने और उपचार प्रक्रिया को तेज करने में मदद मिलेगी। इसके बाद आप दर्द वाली जगह पर एक गर्म सेक भी दे सकते हैं। 

ब्लूबेरी स्‍मूदी

ब्लूबेरी एक एंटीऑक्सिडेंट और पॉलीफेनोल्स से भरपूर फल है। इसमें एंटी इंफ्लामेटरी गुण होते हैं, जो आपके क्षतिग्रस्त टिश्‍यू की रिकवरी में मदद करते हैं। अध्ययन बताते हैं कि वर्कआउट से पहले और बाद में ब्लूबेरी स्मूदी पीने से क्षतिग्रस्त टिश्‍यू की मरम्मत में मदद मिलती है। 

एसेंशियल ऑयल से मालिश

एसेंशियल ऑयल से मालिश करने से मांसपेशियों के तनाव को कम करने में मदद मिलती है। यदि आप मांसपेशियों के दर्द के लिए एसेंशियल ऑयल से मालिश करते हैं, तो आप आप पुदीने और लेमनग्रास के तेल का उपयोग कर सकते हैं। ये दो सबसे प्रभावी एसेंशियल ऑयल हैं, जो आपको दर्द से राहत दे सकते हैं। अध्ययन बताते हैं कि ये तेल इंफ्लेमेशन को कम करते हैं और दर्द से राहत के लिए सबसे अच्छा विकल्प हैं।

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चेरी का जूस

चेरी का रस एंटीऑक्सिडेंट और एंटी इंफ्लामेटरी यौगिकों के साथ पैक होता है, जो मांसपेशियों को आराम दिलाने में मददगार माना जाता है। इसलिए, चेरी का रस पीने से मांसपेशियों में दर्द से राहत मिलती है और क्षतिग्रस्त टिश्‍यू की मरम्मत होती है। इसीलिए एथलीटों को मैराथन चलाने के बाद चेरी का रस पीने की सलाह दी जाती है क्योंकि यह दर्द को कम करने में मदद कर सकता है।

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