एच3एन2 वायरस ने भारत में दो लोगों की जान ले ली है। पहली मौत कर्नाटक और दूसरी हरियाणा में हुई है।
H3N2 Influenza Death: भारत में एच3एन2 (H3N2) इन्फ्लूएंजा का खतरा बढ़ता जा रहा है। शुक्रवार को इस वायरस से पहली मौत की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य मंत्रलाय द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक एच3एन2 (H3N2) इन्फ्लूएंजा से पहली मौत कर्नाटक में 1 मार्च को हुई थी। वहीं, देर शाम इस वायरस से हरियाणा में भी एक मौत की पुष्टि हुई है। स्वास्थ्य विभाग के आयुक्त डी. रणदीप ने शुक्रवार को एच3एन2 वेरिएंट से मौत की पुष्टि की। डॉ. रणदीप ने बताया कर्नाटक में वायरस से जिस व्यक्ति की मौत हुई है उसमें ठंड लगना, खांसी और गले में खराश जैसे लक्षण देखे गए थे। एच3एन2 (H3N2) इन्फ्लूएंजा से मौत के बाद कर्नाटक स्वास्थ्य विभाग की टीम अलूर और इसके आसपास के क्षेत्रों का परीक्षण कर रही है। विभाग ने कई बीमारियों से ग्रस्त लोगों और 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों की निगरानी के निर्देश दिए हैं।
स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक हरियाणा में वायरस से जिस 56 वर्षीय शख्स की मौत हुई है उसमें एच3एन2 वायरस की पहचान इसी साल जनवरी में हुई थी। व्यक्ति जींद जिले का रहने वाला था। मीडिया रिपोर्ट्स में कहा गया है ये व्यक्ति पहले से ही फेफड़ों के कैंसर जैसी बीमारी से जूझ रहा था।
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वायरस से 2 लोगों की मौत के बाद केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया है कि एच3एन2 इन्फ्लूएंजा को लेकर राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कड़ी निगरानी रखने के जरूरत है।मंत्रालय ने आगे कहा, 'मौसमी इंफ्लूएंजा के मामले मार्च के अंत तक घटने की उम्मीद है। छोटे बच्चों, पहले से अन्य रोगों से पीड़ित वृद्ध व्यक्तियों को मौसमी इंफ्लूएंजा का अधिक खतरा है।'
सेंटर ऑफ डिजीज एंड प्रिवेंशन के मुताबिक एच3एन2 (H3N2) एक इन्फ्लूएंजा वायरस है, जो श्वसन में संक्रमण पैदा करता है। इंसानों के साथ-साथ ये वायरस जानवारों और पक्षियों को भी संक्रमित कर सकता है।
एच3एन2 इंफ्लूएंजा वायरस को कोरोना से भी खतरनाक वायरस बताया जा रहा है। ये वायरस छींकने, खांसने और बोलने के दौरान मुंह से निकलने वाली बूंदों के जरिए फैलता है। ये वायरस संक्रमित व्यक्ति द्वारा एक सतह को छूने पर भी आसपास के लोगों को संक्रमित कर सकता है।
विश्व स्वास्थ्य के मुताबिक, मौसमी इन्फ्लूएंजा से संक्रमित होने पर बुखार, मांसपेशियों में दर्द, गले में खराश जैसे लक्षण देखें जाते हैं। इसके अलावा किसी व्यक्ति में नीचे दिए गए लक्षण दिखाई देते हैं तो ये एच3एन2 (H3N2) वायरस हो सकता है।
अगर आपको ऊपर दिए गए किसी भी लक्षण का अनुभव होता है तो तुरंत नजदीकी अस्पताल या डॉक्टर से संपर्क करें।
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