भारत के अलग-अलग हिस्सों में पॉपुलर ये 5 इंडियन रेसिपीज मानी जाती हैं सबसे हेल्दी और टेस्टी। जानें इन फूड्स को खाने से क्या लाभ मिलते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आह्वान पर सितंबर महीने को राष्ट्रीय पोषण माह के रूप में मनाया जा रहा है। पोषण की जरूरत हम सभी को होती है, ताकि शरीर का विकास हो सके और हम स्वस्थ रह सकें। ये पोषक तत्व हमें खाने-पीने की चीजों से मिलते हैं। ज्यादातर लोगों को लगता है कि हेल्दी चीजें हमेशा कम स्वादिष्ट होती हैं। इसलिए वो हेल्दी चीजें खाना कम पसंद करते हैं। मगर आपको बता दें कि भारत के अलग-अलग हिस्सों में बहुत सारी ऐसी हेल्दी डिशेज खाई जाती हैं, जो टेस्टी भी हैं और पोषक तत्वों से भरपूर भी हैं। आपको भी अपने रोजाना के ब्रेकफास्ट या किस भी समय के खाने में इन डिशेज को शामिल करना चाहिए।
इडली साउथ इंडियन डिश है लेकिन भारत के बहुत सारे हिस्सों में पॉपुलर ब्रेकफास्ट आइटम बन गया है। इडली चावल और दालों को पीसकर बनाया जाता है। इसे बनाने में तेल का इस्तेमाल बहुत कम होता है और ये स्टीम से पकते हैं, इसलिए ये हेल्दी होते हैं। साथ ही इडली के साथ परोसी जाने वाली नारियल की चटनी और सब्जियों को उबालकर बना सांभर भी बहुत हेल्दी होता है। चावल के अलावा इडली बनाने के लिए सूजी, सेंवई, सब्जियों आदि का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।
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ढोकला मुख्यतः गुजराती डिश है, लेकिन उत्तर और मध्य भारत में भी काफी पॉपुलर है। स्पंजी, मुलायम और रस से भरे ढोकले में कैलोरीज बहुत कम होती हैं और प्रोटीन बहुत ज्यादा होता है। इसे बेसन, मिर्च, राई के दाने, मसालों, नींबू के रस आदि से बनाया जाता है। ढोकला फर्मेंटेड होता है इसलिए ये बेहतरीन प्रोबायोटिक फूड भी है, जो आपके पेट में हेल्दी बैक्टीरिया की संख्या बढ़ाता है। ढोकला की एक खास बात ये भी है कि इसे फ्राई करके या रोस्ट करके नहीं, बल्कि स्टीम करके पकाया जाता है, जो कि सबसे हेल्दी कुकिंग मेथड माना जाता है। ढोकला में फाइहर तो अच्छी मात्रा में होता ही है, साथ ही विटामिन ए, विटामिन बी1, बी3, सी और अन्य पोषक तत्वों में मैग्नीशियम, कैल्शियम, आयरन, जिंक, पोटैशियम, फॉलिक एसिड आदि भी अच्छी मात्रा में होते हैं।
सत्तू मुख्यतः बिहारी सुपरफूड है, जो बिहार, झारखंड और उत्तरप्रदेश के आसपास बहुत पॉपुलर है। सत्तू को बहुत फायदेमंद माना जाता है क्योंकि इसको चने की दाल और कुछ अनाज को पीसकर पाउडर की तरह बनाया जाता है। इस पाउडर या आटे के इस्तेमाल से कई टेस्टी व्यंजन जैसे- लिट्टी, पराठे, शर्बत, हलवा आदि बनाए जाते हैं। सत्तू में फाइबर की मात्रा अच्छी होती है इसलिए ये पेट के लिए बहुत फायदेमंद होता है। खासकर गर्मियों में सत्तू का शर्बत पीना बहुत सेहतमंद माना जाता है।
कांजी मुख्य रूप से उड़ीसा की डिश है। इसे फर्मेंटेड चावल के माड़ से और सब्जियां मिलाकर बनाया जाता है। कांजी अलग-अलग रूपों में दुनिया के कई अन्य देशों जैसे- जापान, सिंगापुर, चीन, हांग-कांग आदि भी में खाया जाता है। ये एक तरह से फर्मेंटेड चावलों से बना सूप है। कांजी एक बेहतरीन प्रोबायोटिक फूड है, जो पेट के लिए बहुत अच्छा होता है। कांजी में एंटीऑक्सीडेंट्स की मात्रा बहुत ज्यादा होती है और ये पाचन को ठीक रखता है। इसके अलावा कांजी आंखों और त्वचा के लिए भी बहुत अच्छा होता है।
खिचड़ी मुख्यतः उत्तर भारत का फूड है, जो भारत के सभी हिस्सों में कंफर्ट फूड के रूप में प्रसिद्ध है। सबसे जल्दी बन जाने वाली हेल्दी डिशेज में से एक खिचड़ी को कई तरह की दालों, सब्जियों, चावल आदि को मसालों और हर्ब्स के साथ तड़का देकर बनाया जाता है। खिचड़ी को अचार, चटनी, पापड़ या अन्य किसी भी डिश के साथ खाया जा सकता है। दालों के प्रयोग के कारण ये प्रोटीन और फाइबर से भरपूर होता है, इसलिए पेट के लिए फायदेमंद होता है।
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