Doctor Verified

क्या एसिडिटी में आंवला का जूस पी सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें

अनहेल्दी खानपान के कारण बहुत से लोग एसिडिटी जैसी समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में क्या आंवला के जूस का सेवन किया जा सकता है? आइए एक्सपर्ट से जानें -
  • SHARE
  • FOLLOW
क्या एसिडिटी में आंवला का जूस पी सकते हैं? एक्सपर्ट से जानें


Can We Drink Amla Juice In Acidity In Hindi: औषधीय गुणों से भरपूर आंवला को स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद माना जाता है। इसमें विटामिन-सी जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं, साथ ही, इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट्स के गुण और एंटी-इंफ्लेमेटरी के गुण भी होते हैं। ऐसे में इसका जूस हेल्दी ड्रिंक्स में से एक है, इसका सेवन करने से स्वास्थ्य को कई तरह से लाभ मिलते हैं, लेकिन क्या एसिडिटी जैसी समस्या में आंवला के जूस का सेवन कर सकते हैं? और क्या इससे स्वास्थ्य को परेशानी हो सकती है? आइए सेक्टर-12 में स्थित, अर्चित आयुर्वेदिक क्लिनिक के डॉ. अनंत त्रिपाठी (Dr. Anant Tripathi of Archit Ayurvedic Clinic, Sector 12, Noida) से जानें क्या एसिडिटी की समस्या में आंवला के जूस का सेवन किया जा सकता है?

क्या एसिडिटी की समस्या में आंवला का जूस पी सकते हैं? - Can We Drink Amla Juice To Treat Acidity?

डॉ. अनंत के अनुसार, एसिडिटी की समस्या में आंवला के जूस का सेवन करने से बचना चाहिए। आंवला नेचर में एसिडिक होता है। ऐसे में इसके कारण लोगों को सीने में जलन, एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है, जिसके कारण अन्य स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं का भी बढ़ावा मिल सकता है। ऐसे में इस समस्या से पीड़ित लोग आंवला के जूस के सेवन से बचें और इसके सेवन से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें। इसके अलावा, एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए मसालेदार और एसिडिक फूड्स के सेवन से बचना चाहिए, साथ ही, अनहेल्दी लाइफस्टाइल से भी बचें।

इसे भी पढ़ें: क्या एसिड रिफ्लक्स की समस्या में गोंद कतीरा का सेवन किया जा सकता है? आयुर्वेदाचार्य से जानें जवाब

amla drink in acidity is it safe in hindi 1

आंवला से बढ़ सकती है एसिडिटी की समस्या - Amla Can Increase The Problem Of Acidity In Hindi

एसिड रिफ्लक्स को दे सकता है बढ़ावा

आंवला का नेचर एसिडिक होता है, साथ ही, इसमें विटामिन-सी होता है। ऐसे में इसका अधिक सेवन करने के कारण लोगों को एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी)  की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है। इसके साथ ही लोग पेट की अन्नप्रणाली में परेशानियां हो सकती हैं, खासकर जो लोग एसिडिटी की समस्या से अधिक परेशान है। 

इसे भी पढ़ें: क्या एसिडिटी बढ़ने से हाई ब्लड प्रेशर का खतरा होता है? डॉक्टर से जानें

पेट में एसिड बढ़ने की समस्या

पेट में एसिड के बढ़ने के कारण कुछ लोगों में एसिडिटी की समस्या बढ़ने लगती है, जिसके कारण एसिडिटी के लक्षण गंभीर हो सकते हैं। ऐसे में एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए अंवाला के अलावा, खट्टे या सिट्रस फलों या इनके जूस के सेवन से बचना चाहिए। इसके कारण आंतों की परत के कमजोर होने और पाचन से जुड़ी अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।

दवाइयों के कार्य में रुकावट

अधिक एसिडिटी की समस्या से पीड़ित लोग इससे राहत के लिए दवाइयों का सेवन करते हैं, लेकिन इस दौरान आंवला का जूस या एसिडिक ड्रिंक का सेवन करने के कारण दवाइयां प्राभावि नहीं हो पाती हैं, जिसके कारण लोगों में एसिडिटी के कारण होने वाली समस्याएं बढ़ सकती है। ऐसे में आंवला के जूस का सेवन करने से बचें।

एसिडिटी से राहत के लिए कुछ उपाय - Some Remedies To Get Relief From Acidity In Hindi

एसिडिटी की समस्या से राहत के लिए ठंडे दूध का सेवन किया जा सकता है, जिससे पेट के एसिड को कम करने में मदद मिलती है। इसके अलावा, एसिडिटी की समस्या से बचने के लिए नारियल पानी, एलोवेरा जूस, जीरे का पानी और सौंफ की चाय का सेवन किया जा सकता है। इनसे पाचन से जुड़ी समस्याओं से राहत देने, सूजन को कम करने और एसिडिटी में आराम देने में मदद मिलती है।

निष्कर्ष

औषधीय गुणों से भरपूर आंवला में बहुत से पोषक तत्व होते हैं, स्वास्थ्य के लिए कई तरीकों से फायदेमंद हैं, लेकिन एसिडिटी की समस्या में इसका सेवन करने से बचना चाहिए। इसका सेवन करने से लोगों को एसिडिटी, एसिड रिफ्लक्स या गैस्ट्रोएसोफेगल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी) जैसी समस्याओं का बढ़ाना मिल सकता है, जिसके कारण लोगों को पाचन से जुड़ी कई समस्याएं हो सकती हैं। ऐसे में एसिडिटी की समस्या से पीड़ित लोगों को खट्टे और मसालेदार फूड्स का सेवन करने से बचना चाहिए। इसके अलावा, पेट जलन बढ़ने और जी मिचलाने जैसी एसिडिटी से जुड़ी अधिक परेशानी होने पर डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

All Images Credit- Freepik

FAQ

  • क्या आंवला जूस से एसिडिटी होती है?

    आंवला के जूस स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद है, लेकिन इसका अधिक सेवन करने से लोगों की एसिडिटी की समस्या को बढ़ावा मिल सकता है। इससे लोगों को कई परेशानियां हो सकती है। 
  • एसिडिटी से क्या-क्या तकलीफ होती है?

    एसिडिटी की समस्या होने पर लोगों को सीने में जलन होने, खट्टी डकारें आना, जी मिचलाने, पेट में दर्द होने और जी मिचलाने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में एसिडिटी की समस्या में आंवला का सेवन करने से बचना चाहिए। 
  • 1 दिन में कितने आंवले का जूस पी सकते हैं?

    औषधीय गुणों से भरपूर आंवला में बहुत से पोषक तत्व पाए जाते हैं। ऐसे में हर व्यक्ति 1 दिन में 20-30 मि.ली. तक जूस का सेवन किया जा सकता है। इससे स्वास्थ्य को कई लाभ मिल सकते हैं।

 

 

 

Read Next

क्या शिलाजीत से ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है? आयुर्वेदाचार्य से जानें

Disclaimer