Doctor Verified

AC के डस्ट पार्टिकल्स से भी बढ़ सकता है अस्थमा का जोखिम, जरूर बरतें सावधानी

चिलचिलाती धूप से बचने के लिए लोगों द्वारा एसी का उपयोग किया जाता है। आगे जानते हैं कि क्या एसी में रहने से आस्थमा का जोखिम हो सकता है?
  • SHARE
  • FOLLOW
AC के डस्ट पार्टिकल्स से भी बढ़ सकता है अस्थमा का जोखिम, जरूर बरतें सावधानी


Can Air Conditioner Cause Asthma: गर्मियां आते ही लोगों के घरों में कुलर व एयर कंडीशनर की सफाई शुरु हो जाती है। दरअसल, पिछले साल से बंद कुलर व एसी की सफाई करने के बाद उनको दोबारा उपयोग के लिए लगाया जाता है। लेकिन, इस दौरान कुछ लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। दरअसल, कुछ लोगों के एसी की वजह से खांसी व सर्दी की समस्या हो सकती है। डॉक्टर्स और एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एयर कंडीशनर के धूल के कण आपके घर में फैल फेफड़ों को संक्रमित कर सकते हैं। इसकी वजह से कुछ लोगों को सर्दी, बुखार व खांसी की समस्या हो सकती है। इस लेख में नारायणा अस्पताल पल्मोनोलॉजी और स्लीप मेडिसिन सीनियर कंसल्टेंट डॉ. नवनीत सूद से आगे जानते हैं कि क्या एयर कंडीशनर की वजह से अस्थमा के रोगियों को अधिक परेशानी हो सकती है। 

अस्थमा के कारणों को समझें - Causes Of Asthma Attack In Hindi

अस्थमा, एक गंभीर और लंबे समय तक चलने वाली रेस्पिरेटरी समस्या है। इसमें वायुमार्ग में सूजन और संकुचन होता है, जो लाखों लोगों को प्रभावित करता है। डॉक्टर्स का मानना है कि वायुजनित एलर्जी और जलन पैदा करने वाले कारकों (airborne allergens and irritants) व अन्य कारण अस्थमा के लिए रोगियों के लिए जोखिम बढ़ा सकते हैं। 

डस्ट पार्टिकल्स  जैसे, धूल, पराग (pollen) और पालतू जानवरों की रूसी अस्थमा को ट्रिगर करने का कारण बन सकते हैं। जब यह पार्टिकल्स सांस के जरिए फेफड़ों तक पहंचते हैं, तो यह वायुमार्ग (Airways) में सूजन न जलन पैदा कर सकते हैं। इससे व्यक्ति को अस्थमा का अटैक आ सकता है। 

can air conditioner causes asthma

क्या एसी में व्यक्ति को अस्थमा अटैक आ सकता है? - Air Conditioner Dust Particles Can Also Increase The Risk Of Asthma In Hindi

गर्मियों में आज अधिकतर लोगों के घरों में एयर कंडीशनर का उपयगो किया जाता है। ऐसे में यह नहीं कहा जा सकता है कि एयर कंडीशनर की वजह से अस्थमा अटैक आ सकता है। लेकिन, एक ओर जहां एयर कंडीशनर आपको गर्मी से राहत प्रदान करते हैं। वहीं, दूसरी ओर एसी में मौजूद डस्ट पार्टिकल्स आपके लिए हानिकारक हो सकते हैं। दरअसल, लंबे समय तक एसी का इस्तेमाल न करने से इसमें डस्ट पार्टिकल्स जमा हो जाते हैं। वैसे, तो एसी की सफाई व सर्विस के बाद ही उसे दोबारा शुरु किया जाता है। लेकिन, उसके बाद भी व्यक्ति को सावधानी बरतनी चाहिए। एसी में मौजूद डस्ट पार्टिकल यदि सांस के द्वारा व्यक्ति के फेफड़ों तक पहुंचते हैं तो इससे वायुमार्ग में सूजन व जलन हो सकती है और यह अस्थमा को ट्रिगर करने का कारण बन सकता है। ऐसे में आपको एसी की अच्छी तरह से सफाई करने के बाद ही उपयोग में लेना चाहिए। 

अस्थमा से बचाव के टिप्स - Prevention Tips Of Asthma Attack In Hindi 

  • कुछ दिनों के आप एयर कंडीशनर वाले रूम में न सोएं। 
  • एसी की सफाई के बाद ही उसे दोबारा इस्तेमाल में लाएं। 
  • एसी की वेंट और कंपनी के द्वारा बनाएं गए अधिकृत फिल्टर को अवश्य बदलें। 
  • बाहर जाते समय फेस मास्क का उपयोग करें। 
  • दवाओं का नियमित रूप से सेवन करें। 
  • पंप अपने पास अवश्य रखें। 
  • सांस लेने में परेशानी होने पर खिड़की, दरवाजों को खोलकर हवा आने दें। 

इसे भी पढ़ें: अस्थमा और सांस की बीमारियों में रामबाण है काकड़ श्रृंगी, जानें फायदे

आधुनिक एयर कंडीशनर में लोगों की समस्या को ध्यान में रखते हुए कई तरह के फिल्टर का इस्तेमाल किया जाता है। ऐसे में फिल्टर्स डस्ट पार्टिकल्स को घर के अंदर आने से रोकते हैं। लेकिन, उसके बावजूद भी रोगी को सावधानी बरतनें की सलाह दी जाती है। 

Read Next

क्या कोलेस्ट्रॉल के रोगियों में हाई ब्लड प्रेशर होने का जोखिम अधिक रहता है? डॉक्टर से जानें

Disclaimer